शनिवार, 27 अक्तूबर 2018

यूपी - योगीराज में बेपटरी कानून व्यवस्था दिनदहाड़े लगातार दो हत्याओं से सहमा फतेहपुर

यूपी - योगीराज में बेपटरी कानून व्यवस्था दिनदहाड़े लगातार दो हत्याओं से सहमा फतेहपुर

फतेहपुर - जनपद मुख्यालय के कोतवाली शहर क्षेत्र में लगातार दिनदहाड़े हुई दो लोगों की हत्या के बाद लोगों में दहशत व्याप्त है। पुलिस अभी एक मामले को पूरी तरह सुलझा भी नहीं पाई थी कि हत्यारों ने दूसरी वारदात को अंजाम देकर फतेहपुर पुलिस की नींद उड़ा दी है।

हालांकि दोनों मामले की प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुट गयी है।
2 दिन पूर्व में आईटीआई रोड पर दिन दहाड़े दौड़ाकर बुजुर्ग की की गई थी हत्या इसी तर्ज में आज शनिवार सुबह 5:00 बजे मॉर्निंग वॉक के लिए निकल रहे बुजुर्ग को अज्ञात दो बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी 
शनिवार की सुबह शहर कोतवाली क्षेत्र के आबू नगर मोहल्ले के रहने वाले पुत्तन यादव चाय की दुकान से वापस घर जाते समय अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने आज सुबह गोली मार कर निर्मम हत्या कर दी आक्रोशित परिजनों व लोगों ने शव को सड़क में रख जाम लगा दिया था , हालांकि प्रशासन के आने के बाद स्थिति सामान्य हुई ,
दो दिन के अंदर दो हत्याओं ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

कोई प्रशासन को कोस रहा है तो कोई योगी सरकार को दोषी ठहरा रहा है।

अभी पूर्व में शहर के आईटीआई रोड़ में दिनदहाड़े हुई बुजुर्ग की हत्या के 72 घंटे भी नहीं बीते थे , कि हत्यारों ने दूसरी घटना को अंजाम दे दिया।

फतेहपुर में 72 घंटो के अंदर ही गोवर्धन मिश्रा व पुत्तन यादव की हत्या से लोगों में दहशत है। हालांकि फतेहपुर पुलिस मामले के शीघ्र उद्भेदन का दावा कर रही है, लेकिन पुलिस से लोगों का भरोसा अब उठने लगा है।
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रविवार, 21 अक्तूबर 2018

यूपी: असोथर थानाध्यक्ष ने किया ऐसा काम, तहरीर देने आए गरीब माँ - बेटी ने किया सलाम



यूपी: असोथर थानाध्यक्ष ने किया ऐसा काम, तहरीर देने आए गरीब माँ - बेटी ने किया सलाम


फतेहपुर - उत्तर प्रदेश में फतेहपुर जनपद के असोथर थानाध्यक्ष नेे एक ऐसी मिसाल पेश की जिसकी वजह से फरियाद करने आये फरियादियों के चहेरे पर खुशी आ गई और थानाध्यक्ष अपनी दरियादिली के कारण प्रशंसा का पात्र बन गये हैं। 

जनपद फतेहपुर के असोथर थाना क्षेत्र के गांव पुरबुज़ुर्ग निवासी गेंदालाल एक गरीब रिक्शा चालक है। 
वो रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता है। उसका पड़ोसी के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई।

थानाध्यक्ष ने पेश की मानवता की मिसाल

पड़ोसियों ने गेंदालाल के घर में घुसकर मारपीट की जिसकी शिकायत करने गेंदालाल की पत्नी उमा देवी अपनी दो पुत्री व एक पुत्र को लेकर असोथर थाने पहुंची थी। 
वहां पर असोथर थाना प्रभारी कमलेश कुमार पाल ने पहले तो पीड़ित की समस्या सुनी और उसका समाधान करने के बाद एक अनोखी मिसाल पेश की। 
उमा देवी की की नाबालिग बच्चियों  व बच्चे के नंगे पैर, फटे हुए कपड़े देखकर असोथर थाना प्रभारी कमलेश कुमार पाल ने अपनी ओर से बच्चे व दोनों बच्चियों के लिए कपड़े, दुपट्टा व पैरों मै पहनने के लिए चप्पल भेंट की। 
वहीं थाना प्रभारी की दरियादिली को देखकर माँ व बच्चें पुलिस की तारीफ करते हुए अपने घर लौट गए।
   

' हम पुलिस के बारे में बुरा ही सुनते थे '

पीड़ित उमा देवी ने बताया कि हमारी कुछ शिकायत थी वही करने के लिए हम थाने आये थे। दरोगा साहब ने पहले तो हमारी शिकायत सुनी उसके बाद हमारी गरीबी देखते हुए मेरे बच्चों को चप्पल, चुन्नी व बढियावाला सूट  दिलवाया । 
हम पुलिस के बारे में बुरा सुनते थे लेकिन पुलिस बहुत बढ़िया हैऔर हम बहुत खुश है।

   

थानाध्यक्ष ने इस बारे में कहा

असोथर थानाध्यक्ष कमलेश कुमार पाल ने कहा कि ये माँ पुत्री पुरबुजुर्ग गांव के है। 
पिता रिक्शा चलाता है ,बहुत गरीब लोग है। बिनाकपड़ों व  चप्पलो के बच्चे इसके साथ आई थें इनमें एक बच्ची थोड़ी बड़ी भी हैं जो करीब 10 साल की है। 
ऐसी स्थिति में मुझे लगा कि सवेदनशीलता बरतनी चाहिए।  सबसे पहले तो शिकायत का समाधान कर रहा हूँ। 
उसके लिए एक दरोगा को जांच करने भेज दिया है।
साथ ही साथ उसकी गरीबी को देखते हुए अपने निजी खर्चे से बच्चियों के लिए मैंने चप्पल सूट व दुप्पटा भी लाकर दिया है। 
यह मेरी व्यक्तिगत भावनायें हैं।

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बुधवार, 26 सितंबर 2018

असोथर थाने में डिजिटल वालेंटियर व दुर्गा पूजा को लेकर बैठक संपन्न



असोथर थाने में डिजिटल वालेंटियर व दुर्गा पूजा को लेकर बैठक संपन्न


 फतेहपुर - असोथर थानाध्यक्ष कमलेश कुमार पाल की अध्यक्षता में क्षेत्र से चुने गए डिजिटल वॉलिंटियर्स की बैठक मंगलवार को आयोजित की गई।

आयोजित बैठक में थानाध्यक्ष द्वारा पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 द्वारा डिजिटल वलिटियर को दिये गए दिशा – निर्देशो से अवगत कराया।
बताया गया कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग से अक्सर समाज मे तनाव पूर्ण माहौल उतपन्न हो जाता है, जबकि मामले की तह तक पहुंचने से पहले कभी कभी स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाती है जिसका नुकसान आमजनमानस को झेलना पड़ता है।
इन्ही जैसे तमाम करणो के चलते पुलिस महानिदेशक के निर्देशानुसार प्रदेश भर के सभी थाना क्षेत्रो से 18 बिंदुओं पर 250 डिजिटल वालंटियर चुने जाने है।
जिनका काम सोसल मीडिया में वायरल हो रही आपत्तिजनक विसय वस्तु जो जनहित में न होकर स्वच्छ समाज के लिए हानिकारक हो , को तुरंत आलाधिकारियों तक पहुंचना है ताकि समय रहते ही प्रसाशन मामले में सक्रिय होकर शांति व्यवस्था को बरकरार रख सके। बताया गया कि 250 डिजिटल वालंटियर व्हाट्सएप ग्रुप में एड होकर तमाम जानकारी प्रसासन तक पहुंचाने का काम करेंगे जिसके लिए बाकायदा ट्रेनिग दी जाएगी।
जबकि 18 बिंदुओं पर डिजिटल वालंटियर्स की बनने वाली टीम में पत्रकार , शिक्षक वर्ग, प्रधानाचार्य, डॉक्टर, समाजसेवी, छात्र नेता, ग्राम प्रधान पूर्व व मौजूदा, पेंशनर, रिटायर फौजी आदि शामिल होंगे।
व लोगों से आने वाले त्योहार दुर्गा पूजा व विजयादशमी से संबंधित जानकारी ली गई , किसी भी प्रकार की समस्या के थानाध्यक्ष ने तुरंत सूचना मिलने पर कार्यवाही की बात कही
थाना परिसर असोथर में आयोजित बैठक में चुने हुए डिजिटल वालंटियर सहित थानाध्यक्ष कमलेश कुमार पाल  , खंड विकास अधिकारी प्रवीणानन्द , उपनिरीक्षक विजय कुमार त्रिवेदी , उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार पाल सहित अन्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।

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मंगलवार, 18 सितंबर 2018

33/11 विद्युत उपकेंद्र में असोथर कस्बे सहित क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में पिछले 24 घण्टे से बिजली गुल


#ब्रेकिंग_फतेहपुर
33/11 विद्युत उपकेंद्र में असोथर कस्बे सहित क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में पिछले 24 घण्टे से बिजली गुल

असोथर -33/11 विद्युत उपकेंद्र असोथर के कस्बे सहित क्षेत्र के सैकड़ों गांवों की बिजली कल सोमवार की सुबह से गुल हैं, 
इस जटिल समस्या का कारण जब जाना गया तो उपकेंद्र के कर्मचारियों ने बताया कि 33 हजार वोल्टेज सप्लाई की मेन इनकमिंग मशीन जल जाने की वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई हैं। 
हालांकि जब इस मामले पर जिम्मेदार विद्युत विभाग के अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया तो जिम्मेदार अधिकारियों ने अपने मोबाइल नंबर ही स्विच ऑफ और नॉट रीचबल लगा रखे हैं । 
 बताते चलें कि कल रात्रि में इनकमिंग मशीन को बनाने का असफल प्रयास उपकेंद्र कर्मचारियों द्वारा किया गया , पर वह इसे बना नही सके । 
वही आज सूचना यह हैं कि उपकेंद्र असोथर के अधिशासी अभियंता राकेश कुमार आज इंजीनियर लेकर आ रहे हैं , 
जो अगर मशीन को बनाने में सफल रहा , 
तो आज शाम तक विद्युत आपूर्ति मिलने की संभावनाएं हैं । क्षेत्र में 24 घण्टे से आपूर्ति बाधित होने लोगों को इस उमस भरी गर्मी में खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।
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बुधवार, 5 सितंबर 2018

अंधेरगर्दी - दबंग प्रधान ने एक वर्ष पहले ही निकलवा लिया था , एक दर्जन से अधिक प्रधानमंत्री आवासों का पैसा , गरीबों को अभी भी नहीं मिल सके आवास


अंधेरगर्दी - दबंग प्रधान ने एक वर्ष पहले ही निकलवा लिया था , एक दर्जन से अधिक प्रधानमंत्री आवासों का पैसा , गरीबों को अभी भी नहीं मिल सके आवास

अधूरे पड़े गरीबों के आवास


फतेहपुर - सूबे में भले ही योगी सरकार कितनी ही सख्त हो , पर दबंग प्रवृत्ति के ग्राम प्रधानो और लापरवाह अधिकारियों पर इसका रत्ती भर फर्क नहीं पड़ा हैं ।

ताजा मामला जनपद फतेहपुर के हस्वा विकासखंड के बेर्रावं में ग्राम प्रधान धर्मेंद्र सिंह ने अपनी दबंगई के बल पर गरीब शोषित वर्ग के प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत चयनित लाभार्थियों के बैंक खातों से जबरिये पैसा निकलवा लेता हैं ।

और जवाब में बताता हैं , कि वह प्रधानमंत्री आवास अपने तरीके से निर्माण करवाएंगा ।


गांव के गरीब परिवारो को 2016 - 17 में 


  • सुंदी पत्नी गंगाविशुन , 
  • सुनीता पत्नी बुद्दू , 
  • फूलमती पत्नी विश्वनाथ , 
  • कुवांरिया पत्नी कुंवारे , 
  • विद्यावती पत्नी जयराम , 
  • संगीत पत्नी रामपाल , 
  • अनीता पत्नी सीताराम , 
  • सीता पत्नी रामविष्णु

की प्रधानमंत्री आवास आएं हुए एक वर्ष से अधिक समय हो चुका हैं ।

पर सभी अधूरी पड़ी हुई हैं , 25 अगस्त को सुंदी पत्नी गंगाविष्णु की लगातार हो रही बारिश से जर्जर दीवाल ढ़ह जाने से वह दीवाल के नीचे दब कर मरणासन्न हो गई थी ।

सूचना मिलने पर पहुंची पीआरवी 100 ने एम्बुलेंस बुलाकर पीडिता को सदर अस्पताल भेजा था , जहां पर पीड़िता का इलाज किया जा रहा हैं ।

इस प्रकरण पर जब ग्राम पंचायत अधिकारी आशीष पांडेय से वार्तालाप की गई , तो उन्होंने ने बताया कि मेरी ग्राम प्रधान से पटरी नही खाती , और न ही मैं इन कालोनियों से मतलब रखना चाहता हूँ ।

वही विकासखंड अधिकारी राकेश कुमार का कहना हैं , कि ऐसा कोई मामला मेरे संज्ञान में नही हैं ।
ग्राम प्रधान धर्मेंद्र सिंह का कहना हैं कि मैटेरियल के पैसा जमा करवा दिया गया हैं , जल्द काम शुरू करा दिया जाएगा।


पीड़ितों में कुवांरिया , संगीता , ज्योति , शुशीला आदि ने न्याय के लिए जनपद के तेजतर्रार न्याय प्रिय जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह से गुहार लगाई हैं ।
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रविवार, 2 सितंबर 2018

यूपी - तूफान और तेज बारिश से 16 लोगों की मौत, बेतवा की बाढ़ में फंसे 14 को हेलीकॉप्टर की मदद से बचाया गया


उत्तरप्रदेश: तूफान और बारिश से 16 लोगों की मौत, बेतवा की बाढ़ में फंसे 14 को एयरलिफ्ट किया झांसी में 8 मछुआरे बेतवा की बाढ़ में फंस गए, सेना के हेलीकॉप्टर ने बचाया।


लखनऊ. उत्तरप्रदेश में पिछले 24 घंटे में तूफान और बारिश के चलते 16 लोगों की मौत हुई, जबकि 12 जख्मी हो गए। शनिवार को शाहजहांपुर जिले में बिजली गिरने से छह लोगों की जान गई। वहीं, ललितपुर और झांसी जिले में बेतवा नदी की बाढ़ में फंसे 14 लोगों को ग्वालियर एयरबेस से आए हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया गया। सरकार के मुताबिक, बारिश से जुड़े हादसों में 16 जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। 461 घरों को नुकसान पहुंचा और 18 मवेशी भी मारे गए। 


 इन जिलों में हुई मौतें 



  1. 1 शाहजहांपुर
  2. 6 सीतापुर
  3. 3 अमेठी 
  4.  2 औरैया
  5. 2 लखीमपुर
  6.  1 रायबरेली
  7. 1 उन्नाव 



 दिल्ली और मध्यप्रदेश में भी बारिश :  


शुक्रवार रात से दिल्ली-एनसीआर में भी बारिश हो रही है। राजधानी के कई इलाकों में पानी सड़कों के साथ घरों में घुस गया। 
मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ और दमोह जिले में भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। 
ओरछा में बेतवा नदी में बाढ़ आने से कई लोग फंस गए, जिन्हें प्रशासन ने रेस्क्यू किया। 
उधर, उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्से में बारिश जारी है। कई जगहों पर भूस्खलन हुआ। 

 उत्तर प्रदेश में शनिवार और रविवार को कई जगहों पर बारिश से जुड़े हादसे हुए।
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सोमवार, 27 अगस्त 2018

योगी जी के इस फैसले से अस्सी हज़ार लोगो की जाएंगी नौकरी, यूपी में मचा हाहाकार

योगी जी के इस फैसले से अस्सी हज़ार लोगो की जाएंगी नौकरी, यूपी में मचा हाहाकार

लखनऊ - जब से योगी सरकार यूपी में सत्ता में आई है तबसे कई चौकाने वाले फैसले लिए गये है.

अपने को महा ईमानदार साबित करने के लिए योगी सरकार ने कई योजनाये खत्म कर दी.
सीएम योगी का दावा है कि ऐसी योजनाओ में करप्शन होता था इसलिए इनको बंद कर दिया गया.
अब ऐसा ही चौकाने वाला योगी सरकार ने एक और फैसला लिया है.

योगी ने खत्म किया PDS

जी हा,योगी सरकार ने पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम को खत्म कर दिया,यानि अब राशन की दुकाने बंद हो जाएगी.
इस फैसले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जल्द ही प्रदेश में कोटेदारी की व्यवस्था खत्म होगी.
सीएम योगी ने ये भी कहाँ कोटेदार कोई नया काम तलाश ले और भी जगह रोजगार के अवसर है.

PDS सिस्टम खत्म होने से गरीब का क्या होगा ?

जैसा कि हम जानते है गरीब के लिए राशन की दूकान पर मिलने वाला राशन कितना ज़रूरी है इसलिए इस सिस्टम को खत्म करके सीएम योगी ने गरीबो को दोहरी मार दी है.हलाकि यूपी सरकार ने विकल्प के तौर पर आर्थिक मदद की बात कही है.लेकिन सरकार की अधिकतर आर्थिक मदद वाली योजनाओ का हाल तो PDS से बुरा है.
राशन की दुकानों पर राशन महीने या दो महीने आ ही जाता है लेकिन आर्थिक मदद तो कभी कभी सालो बाद अकाउंट में पहुचती है.

योगी ने कहा.. 

उन्होंने अनाज वितरण की सरकारी व्यवस्था में भ्रष्टाचार पर कहा, उनके सत्ता संभालने के तत्काल बाद 30 लाख फर्जी राशन कार्ड रद्द किए गए.सीएम ने कहा, कोटेदारों से कहा जाएगा कि वे कोई दूसरा व्यवसाय कर लें.लाभार्थियों के खातों में सीधे सब्सिडी राशि भेजने की व्यवस्था जल्द लागू की जाएगी. तकनीक का अधिकाधिक प्रयोग करके ऊपर से नीचे स्तर तक का हर तरह का भ्रष्टाचार खत्म किया जा सकता है.

इतने लोग हो जायेंगे बेरोजगार…

प्रदेश में करीब अस्सी हजार कोटेदार है.अता योगी सरकार के द्वारा इस PDS खत्म करने से करीब अस्स्सी हजार लोग एकाएक बेरोजगार हो जायेंगे.सीएम योगी की सलाह है ये लोग अपना दूसरा व्यापार शुरू कर ले.योगी का कहना है कि कोटेदार के वज़ह से करप्शन हो रहा है.

इस कार्यवाही से भाजपा को हो सकता हैं नुकसान..

सीएम योगी का ये कहना अनुचित नही है दरअसल कोटेदार सरकारी अनाज पर डाका डालते है.दरअसल कोटा उसी को मिलता है जो सत्तधारी पार्टी से जुड़ा होता है.
कई ज़गह विधायको द्वारा कोटेदारो से कमीशन लेने की बात सामने आती है
लेकिन अगर ये अस्सी हजार लोग सडक पर आ गये तो भाजपा को चुनाव में बड़ा नुकसान हो जायेगा इसकी बड़ी वज़ह अधिकतर कोटेदार अपने अपने इलाके प्रभावशाली लोग होते है.
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रविवार, 12 अगस्त 2018

असोथर के मजरे विधातीपुर में एक सप्ताह में आधा दर्जन लोगों की वायरल फीवर की चपेट में आने से मौत , दर्जनों बीमार


गांव के मुख्य मार्ग पर फैली गंदगी

असोथर के मजरे विधातीपुर में एक सप्ताह में आधा दर्जन लोगों की वायरल फीवर की चपेट में आने से मौत , दर्जनों बीमार


फतेहपुर - असोथर के मजरे विधातीपुर गांव में फैली गंदगी से संक्रमित बीमारी से स्वास्थ्य विभाग अभी बेखबर हैं, गांव में प्रति वर्ष वायरल फीवर की चपेट में आने दर्जनों लोग असमय काल के गाल में समा रहें हैं ।


गांव के चारों ओर भारी जलभराव व गंदगी के चलते हर वर्ष फैलती गांव में संक्रमित बीमारियां ,
अन्य वर्षों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अति संवेदनशील था विधातीपुर गांव , 
हर वर्ष सीएमओ फतेहपुर द्वारा कैम्प लगा कर दवाओं का होता था , वितरण ।

अबकी बार चैन की नींद सो रहा , स्वास्थ्य विभाग
लालू उम्र 10 वर्ष पुत्र शिवप्रताप पासवान 
मटरू पासवान उम्र 65 वर्ष 
जुग्गन रैदास उम्र 45 वर्ष 
पुष्पा उम्र 10 वर्ष पुत्री प्रकाश पासवान 
गुड़िया उम्र 5 वर्ष पुत्री अनिल पाल
व एक अन्य की बीते एक सप्ताह के अंदर वायरल फीवर की चपेट में आने से मौत हो गई ...

व गांव के ही रामराज पासवान उम्र 45 पुत्र लम्बरी ,
बेटू उम्र 10 वर्ष पुत्र सुरेश पासवान व छत्रपाल उम्र 50 वर्ष पुत्र बिरजा ,  विजय दर्जी 60 वर्ष , बिंदावती 70 वर्ष मां सुन्दरलाल , रमन 12 वर्ष पुत्र स्वं०् रामनारायण पासवान , श्यामा (जमुराईन) 70 वर्ष पत्नी भोला ( जमूरे) आदि की तबियत खराब  ...

वही जब इस मामले पर असोथर पीएचसी प्रभारी चिकित्सक उपेंद्र कुमार से वार्तालाप की गई , तो उन्होंने बताया कि जानकारी के अभाव में टीम नही भेजी गई हैं ।
जल्द ही वायरल फीवर से ग्रसित लोगों का टीम भेजकर उपचार कराया जाएगा ।

      ● विधातीपुर में वायरल फीवर से ग्रसित व्यक्ति ●


                          श्यामा (जमुराईन)
                                रामराज
                                  छत्रपाल
                                  रमन
                             विजय दर्जी

                               बिंदावती
                              बेटू भईया

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गुरुवार, 9 अगस्त 2018

अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर असोथर में सैकड़ों व्यापारियों की विकासखंड अधिकारी प्रवीणानंद से झड़प

 ब्लाक प्रमुख सरिता देवी की कुर्सी पर विराजमान नेता जी
 फ़ोटो लेने से मना करते विकास खंड अधिकारी असोथर
 मुनादी करवाने को लेकर बहस करते व्यापारी

अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर असोथर में सैकड़ों व्यापारियों की विकासखंड अधिकारी प्रवीणानंद से झड़प


जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह के अतिक्रमण हटाओ अभियान से नाखुश हैं अतिक्रमण की जद में आने वाला व्यापारी वर्ग ..



फतेहपुर - असोथर कस्बे में लोगों ने आज अतिक्रमण हटाओ अभियान किया ठप , असोथर जरौली मार्ग गिराए गए अतिक्रमण के मलबे से पिछले तीन दिनो से बंद हैं मुख्य मार्ग ...


असोथर कस्बे के जरौली मार्ग पर बीच सड़क से एक छोर 20 फीट व दोनों छोर 40 फीट के मानक अनुसार लाल निशान राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा लगाया था ...

उसी के ठीक दूसरे दिन ही कस्बा असोथर में मुनादी करवाकर एक सप्ताह के समय देने की सूचना दी गई थी , की उसी मानक के अनुसार अतिक्रमण की जद में आने वाले अपना - अपना मकान , दुकान एक सप्ताह के अंदर सोमवार तक गिरवा ले अन्यथा सोमवार के बाद सरकारी बुल्डोजर चला कर सब के घर गिरवा दिये जायेंगे ,
उस के बाद आधे से ज्यादा लोगों ने तत्परता दिखाते हुए , सड़क के दोनों छोर अतिक्रमण के मानक की जद में आते हुए अपने घर गिरवा लिए हैं , व अन्य अभी शासनादेश नोटिस आदि का इंतज़ार कर रहे हैं ।


वही आज एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र में छ्पी खबर से व्यापारियों के होश तब उड़ गएं , जब उसमें विकासखंड अधिकारी के नाम से सड़क के दोनों छोर 52 फीट अतिक्रमण हटाने की बात छप गई ,सुबह विकासखंड अधिकारी के असोथर विकासखंड आते ही सैकड़ों व्यापारियों ने बीडीओ का घेराव कर , सवाल - जवाब किया , तो बीडीओ महोदय ने अपने हाथ खड़े कर लिए उनका कहना था , की न हमने डुग्गी पिटवाई हैं , ना ही हमनें कोई ऐसा नया आदेश जारी किया हैं ।हालांकि बीडीओ ने व्यापारियों समस्याओं को नजरअंदाज कर ब्लाक प्रमुख असोथर की मुख्य कुर्सी पर विराजमान नेता जी की आवभगत में नजर आए ..
वही इस घटनाक्रम पर राजस्व विभाग के कानूनगो असोथर क्षेत्र अनवर हुसैन से गौरव सिंह गौतम ने वार्तालाप की तो उन्होंने बताया कि , हमारे राजस्व अभिलेख में दोनों छोर 40 फीट ही सड़क दर्ज हैं , उतनी ही सड़क का सीमांकन कर लाल निशान लगाया गया था। 

उन्होंने ने बताया कि पिछले माह 11 जुलाई को जिलाधिकारी महोदय आंजनेय कुमार सिंह ने कस्बे का निरीक्षण किया था , उसी समय जिलाधिकारी महोदय ने राजस्व विभाग को आदेशित किया था कि जितना अतिक्रमण हैं , वह खाली करवाएं , इसी को देखते हुए अतिक्रमण का केवल चिन्हीकरण किया गया था , अतिक्रमण हटाओ अभियान असोथर कस्बे कें लोगों ने स्वयं तत्परता दिखाते हुए अतिक्रमण तो स्वयं हटाया हैं , किसी सरकारी कर्मचारी ने तो गिराया नहीं ..

जिन लोगों को लगता था कि वह अतिक्रमण किये हुए हैं वह गलत हैं , उन्होंने ने स्वयं गिरवा लिया ..
जिनको कोई दिक्कत परेशानी थीं , उन्हें जिलाधिकारी महोदय जी के पास अपना पक्ष रखना चाहिए था ।
गौरव सिंह ने यह बात भी कि असोथर में लोगों को नित नई नई अफवाहे सुनने में आ रही हैं की क्या अन्य स्थानों सड़कों आदि पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा ..
तो कानून गो ने बताया कि अभी केवल असोथर - जरौली मार्ग व गाजीपुर - विजयीपुर मार्ग पर अतिक्रमण हटाओ अभियान के दिशा निर्देश दिए गए हैं ।
अन्य कोई दिशा निर्देश अभी नही दिए गए हैं।

इसके बाद शाम को ही जिलाधिकारी महोदय के ट्वीट ने अतिक्रमण हटाओ अभियान में असमंजस की स्थिति और साफ कर दी ..

https://twitter.com/dmfatehpur/status/1027202418264526849?s=19

उन्होंने ट्वीट पर लिखा कि असोथर में तहसीलदार फतेहपुर के द्वारा पैमाइश कर निशान लगाया गया है।बाद में कुछ तत्वों द्वारा फैलाए अफवाह एवं अन्य कारणों से भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई जिसके तत्काल निराकरण हेतु एसडीएम और नायब तहसीलदार फतेहपुर को निर्देशित कर दिया गया है।


इसके बाद रात्रि को लगभग 8 बजे आधा सैकड़ा लोग मुनादी करने वाले बछई वाल्मिकी के घर गएं , व उसको लेकर असोथर बाजार में मुनादी यह करवाने लगें की कल सुबह सब व्यापारी बस से फतेहपुर डीएम साहब के पास चले और अपनी बात रखें ,
इसी बीच असोथर पुलिस मय फोर्स आयी तो मुनादी करवा रहे अन्य व्यक्ति तो भाग खड़े हुए पर असोथर पुलिस ने एक व्यापारी व मुनादी करने वाले बछई वाल्मीकि को थाने ले गई ..


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मंगलवार, 7 अगस्त 2018

वृक्षारोपण अभियान की हकीकत से रूबरू करवाती यह खबर...


वृक्षारोपण अभियान 

डॉ० ज्ञानचंद्र कटियार जी की कलम से 

( Note - इस खबर के लेखक उत्तर प्रदेश सरकार में उप निदेशक कृषि विभाग हैं )

वृक्षारोपण का मौसम है। 
नेता जी, अधिकारी जी, एनजीओ, स्वयंसेवी इस समय पेड़ लगाने के लिए आतुर हैं। 
वाकई में यह एक पुनीत कार्य भी है। 

पर पौधे की प्रजाति, गडढे की गहराई, खाद कम्पोस्ट, नीम खली व पौधे की सुरक्षा की बजाए वे अधिक ध्यान दे रहे फोटोग्राफरों व अखबारनवीसों पर - किस न्यूजपेपर से कौन कौन आया, 
अभी कौन नही आ पाया..  
फोन करके बुला लो ताकि कल के अखबार में फोटो सहित अच्छा कवरेज हो सके।
शायद अखबार में छपना ही अभीष्ट है।

फिर आधे आधे फिट गहरे खुदे गडढों में पौधे रखकर पानी डालते हुए फोटो खिंचाकर इतिश्री। 
अगले दिन अखबार में फोटो ढूंढते नजर आएंगे- पौधा जहां रोपा था, वह किस हाल में है इसे ढूंढने की जहमत नहीं उठाएंगे।

  • क्या यही है वृक्षारोपण..?
  • ऐसे ही वृक्षारोपण करेगा इण्डिया..? 

अरे भाई सैकड़ों पोधे लगाने की जरूरत नहीं है। 
इतनी जगह भी तो नहीं। 
संस्थाओं को छोड़ दें तो व्यक्तिगत रूप से हमें एक बरसात में केवल एक या दो पौधे ही रोपने चाहिए पर खूब रुचिपूर्वक। 

मई में एक मीटर गहरा गडढा खोदकर उसकी मिटटी बाहर निकाल देनी चाहिए। 
पूरी गर्मी गडढा खुला पडा रहना चाहिए। 
इस बीच कम्पोस्ट खाद नीम खली आदि की व्यवस्था कर लेनी चाहिए। 

कुछ न हो सके तो गर्मी में किसी सूखे तालाब की मिटटी इकटठी करके रख लीजिए, यह बहुत उपजाऊ होती है। इसे बरसात में गडढे में सतह से लगभग डेढ़ फिट ऊंचा भरकर भरी बरसात में पौधा रोपिए व थाले के आसपास कम खर्च में ही कटीले तार लगाकर सुरक्षा कीजिए, 
पानी देते रहिए। 

अगले वर्ष फिर एक नया पौधा किसी स्थान पर रोपिए, इसकी भी इसी प्रकार से सुरक्षा व देखभाल कीजिए- अगले एक दो वर्षों में जब दो एक पौधे तैयार हो जाएं तब अखबार वालों को बुलाकर फोटो खिंचवाएं, पौधों की जीपीएस लोकेशन सहित खबर अखबार वालों को छापने को दें।

यकीन मानिए अखबार वालों को भी अच्छा लगेगा, वृक्षारोपण का असली मतलब उन्हें भी समझ में आएगा। आप यह कार्य परिवार में किसी नए शिशु के जन्म के समय, जन्मदिन के अवसर पर अथवा किसी बुजुर्ग के निर्वाण दिवस पर तो अवश्य ही करें।

यह है वृक्षारोपण ! 🙏

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रविवार, 29 जुलाई 2018

यूपी के फतेहपुर में लापरवाह ट्रक ड्राइवर ने 100 डायल PRV को मारी टक्कर, हेड कांस्टेबल की मौत


यूपी के फतेहपुर में लापरवाह ट्रक ड्राइवर ने 100 डायल PRV को मारी टक्कर, हेड कांस्टेबल की मौत

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद में खागा कोतवाली क्षेत्र कटोघन गाँव के पास बीती रात हाइवे में खड़ी खागा पीआरवी को डम्फर ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। जिसके बाद एक कांस्टेबल की मौत हो गई और एक कांस्टेबल घायल हो गया। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर घायल को उपचार के लिए भेज दिया।

एक कांस्टेबल की मौत और एक घायल:

फतेहपुर जिले के कटोघन टोल प्लाजा समीप देर रात 100 डॉयल 1157 में इलाहबाद से कानपूर की ओर जा रहे तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे में 100 डायल में बैठे सीढ़ीपुर इलाहाबाद के रहने वाले 50 साल कांस्टेबल दूधनाथ और 40 वर्षीय कांस्टेबल मनोज त्रिपाठी गंभीर रुप से घायल हो गये जिनको उपचार के लिये जिला अस्पताल लाया गया. जहाँ चिकत्सकों ने कांस्टेबल दूधनाथ को मृत घोषित कर दिया और मनोज को उपचार के बाद घर जाने दिया.

पुलिस लाइन में दी गयी श्रद्दांजली:


जिसके बाद पुलिस लाइन में पुलिस अधीक्षक राहुल राज ने 100 डायल में तैनात मुख्य आरक्षी दूधनाथ निवासी सीठीपुर( कमालपुर) थाना सरायइनायत जनपद इलाहाबाद को पुष्पांजलि अर्पित कर भाव भीनी श्रद्धांजलि दी गयी.
सलामी गार्ड ने शोक शस्त्र(शोक सलामी) दी। इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार,क्षेत्राधिकारी लाइन रामप्रकाश,  क्षेत्राधिकारी नगर कपिल देव मिश्र व अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण द्वारा भी पुष्पांजलि अर्पित की गयी।

पुलिस अधीक्षक महोदय राहुल राजद्वारा परिवार जनों को सांत्वना दी गयी। अधिकारियों द्वारा अर्थी को काँधा देकर पार्थिव शरीर को ससम्मान उनके गृह जनपद रवाना किया गया।
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सोमवार, 23 जुलाई 2018

●● अतिक्रमण ●●


●● अतिक्रमण ●●

गौरव सिंह गौतम (प्रधान संपादक आत्म गौरव न्यूज़.कॉम)


सरल शब्दों में कहें तो अतिक्रमण वह चीज है जो हो जाती है, 
तथा उनके हो जाने का अक्सर बहुत बाद में पता चलता है . 
यह तब भी होता था जब हमारे फतेहपुर में इतनी स्मार्टनेस नहीं थी, 
’विकास’ का डिस्को इतना प्रचलित भी नहीं हुआ था. डीजे युग के आने से पहले सडकों पर केवल ‘ढोल’ बजा करते थे और नजूल (सरकारी जमीन) की जमीन पर चाय की गुमटी का होना या दूकान का साइन बोर्ड सड़क की सीमा तक लटकना या अपने घर के आगे क्यारी बनाकर अशोक के पेड़ लगा लेना भी अतिक्रमण की परिभाषा में आया करता था. 
अब विकास के नए जमाने में अतिक्रमण की परिभाषा में भी स्मार्टनेस और व्यापकता आ गई है 
और बरसों पुराने आशियानों को भी ‘आदेशों’ के बुलडोजरों से ध्वस्त होने में देर नहीं लगती.

हम और आप अच्छी तरह जानते हैं कि बगैर सरकारी आदेश के पत्ता भी नहीं खड़कता. 

जिस तरह लाखों शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ के सामने नंदीगण केवल इसी प्रतीक्षा में बैठे होते हैं 
कि आदेश हों तो वे उठ खड़े हों,  
उसी तरह तंत्र के कर्मचारी काम शुरू करने के आदेश के इंतज़ार में बैठे-बैठे अक्सर बोर होते रहते हैं. 
दरअसल आदेश, 
प्रशासन की रगों में रक्त-संचार के लिए आवश्यक उत्प्रेरक होता है. 
बगैर आदेश के अमला मात्र निष्क्रिय रोबोट होता है, आदेश रूपी बटन के दबाते ही वह गतिमान होता है. रिमूवल गैंग के मुस्तैद घोड़े दौड पड़ते हैं 
और अतिक्रमण के साम्राज्य को बहुत स्मार्ट तरीके से घंटों में नेस्तनाबूद करके रख देते हैं.

बेहद जोशीली और सख्त कार्यवाही के बावजूद बहुत सारे अतिक्रमण फिर भी बचे रह जाते हैं. 
कुछ साकार अतिक्रमण अदृश्य शक्तियों द्वारा बचा लिए जाते हैं और कुछ इतने निराकार और अदृश्य होते हैं जो सहज आँखों से दिखाई ही नहीं दे पाते. 
विस्थापितों की आँखों से निकले आंसू तो देखे जा सकते हैं 
मगर उनके भीतर आस्था और विश्वास की जो बगिया नष्ट हो जाती है  
आसानी से नजर नहीं आ पाती.

अब इन अदृश्य अतिक्रमणों पर कार्यवाई करने का अवसर और बड़ी चुनौती हमारे सामने है. 
अब देखिये भारतीय संस्कृति पर कितनी चालाकी से पश्चिमी अपसंस्कृति ने अतिक्रमण किया है, 
देसी उत्पादों पर बहुराष्ट्रीय सौदागरों ने और छोटे बाजारों पर बड़े-बड़े शापिंग मालों ने अपने विशाल तम्बू तान दिए हैं. 
हमारी बोलियों और भाषाओं पर फिरंगियों की जुबान ने जो शनै-शनै अतिक्रमण कर लिया है, 
उसे कौन से डीएम साहब या रिमूवल दस्ता हटा पायेगा. क्या भरे-पूरे जंगलों का कम होते जाना 
और उपजाऊ खेतों की भस्म पर कांक्रीट की पैदावार लेना 
अतिक्रमण की परिभाषा में नहीं लिया जाना चाहिए?

चिंतन करें हम कि वे कौन से अतिक्रमण हैं ?
जिसके कारण योग्य गरीब उम्मीदवार को मिलने वाली नौकरी किसी समर्थ परिवार के ढपोरशंख को मिल जाती है ?
वे कौनसे सेंसेक्स आंकड़े हैं ? 
जिन्होंने लाखों युवाओं के रोजगार आंकड़ों पर अतिक्रमण कर लिया है? 
वे कौनसी ऋण नीतियाँ हैं जिनके अतिक्रमण से गरीब किसान आत्महत्या को विवश हो जाता है ?
और करोड़पति व्यापारी देश को करोड़ों का चूना लगाकर हवा-हवाई हो जाता है?

बहरहाल, अतिक्रमण जारी हैं. 
कुछ जमीन पर किया जाता है, कुछ आशाओं और सपनों पर होता है. 
संस्कृति पर होता है, संस्कारों पर होता है. यहाँ तक कि नागरिक की निजता और संवैधानिक अधिकारों पर भी अतिक्रमण की कोशिशें चलती रहती हैं. उम्मीद की जानी चाहिए कि फतेहपुर जनपद बस्तियों-शहर के अतिक्रमण से मुक्ति के बाद अब दूसरी तरह के अतिक्रमणों पर भी जिम्मेदार लोगों का ध्यान जा सकेगा.

इतना जरूर है इसके लिए किसी अफसरों को सूक्ष्मदर्शी का इस्तेमाल करना आवश्यक होगा, 
वह ‘संवेदन शीलता’ का विवेक पूर्ण लेंस भी हो सकता या राजनीतिक धुंध खाया कोई साधारण कांच का टुकड़ा भी. विचार करें ।

आप भी यहीं हैं हम भी यहीं देखते कितना बदलता हैं फतेहपुर
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प्रशासन का आदेश ठेंगे पर,थाने के गेट पर ही सजी रही सब्जी व फल की दुकानें

थाने के सामने ही सजी सब्जी व फल की दुकानें

प्रशासन का आदेश ठेंगे पर,थाने के गेट पर ही सजी रही सब्जी व फल की दुकानें 

✍ दीपक मिश्रा गाजीपुर

 गाजीपुर,फतेहपुर -  कस्बे के सभी मार्गो में अतिक्रमणकारियों का कब्जा है,
स्थानीय प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद अतिक्रमणकारी अपना अतिक्रमण हटाने का नाम नही ले रहे है।
इसे प्रशासन की विफलता माना जाए या मिली भगत अपने आप मे यह प्रश्न बना हुआ है।
गाज़ीपुर कस्बे में वर्षो से फैले अवैध कब्जे व अतिक्रमण फिलहाल स्थानीय पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है।अतिक्रमण के मामले में प्रशासन के बड़े से बड़े फरमान भी अवैध व्यापारियों के सामने बौने साबित हो रहे है।बताते चले कि कस्बे में फैले अतिक्रमण को हटाने के लिए स्थानीय पुलिस द्वारा अतिक्रमणकारियों को समूचे कस्बे में मुनादी करा कर बाकायदा दो दिन शनिवार व रविवार तक का समय दिया गया था।
साथ ही कहा गया था कि दिए गये समय मे लोग स्वयं से अपनी अवैध दुकानें हटा लें वरना प्रशासन सख्ती से पेश आने के लिए विवश होगा।लेकिन प्रशासन का यह आदेश भी पूर्व की भांति ही केवल मजाक बन कर रह गया।अवैध दुकाने थाने के गेट पर ही सजी रही।रविवार देर शाम तक फुटपाथ पर सजी दुकाने अपनी जगह से हिली तक नही।बताते चले कि कस्बे में फैला अतिक्रमण एक लंबे अर्से से स्थानीय प्रशासन के गले का फांस बना हुआ है।
हालाकि पिछले कई वर्षो से समय समय पर कस्बे में फैले अतिक्रमण को लेकर समाजसेवी संस्थाओं सहित यहां के बाशिंदे भी कस्बे में फैली अराजकता को लेकर आवाज उठाते रहे है।
कई बार तो प्रशाशन ने कस्बे में फैले अतिक्रमण को लेकर इसे हटाने के आदेश भी जारी किए लेकिन सख्ती से कार्यवाही ना होने के चलते अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद होते चले गए।
जिसका खामियाजा कस्बे सहित क्षेत्रीय लोगो को भुगतना पड़ रहा है।
फिलहाल एक बार फिर पुलसिया फरमान इन लोगो के सामने बौना साबित हो गया है।
ऐसे में अब स्थानीय प्रशासन का अगला कदम क्या होगा।
यह प्रश्न बना हुआ है।
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बुधवार, 18 जुलाई 2018

श्रावण मास को लेकर असोथर थाने में पीस कमेटी बैठक संपन्न

 श्रावण मास को लेकर असोथर थाने में पीस कमेटी बैठक संपन्न 

फतेहपुर / असोथर - श्रावण मास में कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए असोथर थाना परिसर में पीस कमेटी की बैठक संपन्न हुई।


बैठक को संबोधित करते हुए थानाध्यक्ष कमलेश कुमार पाल ने कहा कि कांवरियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा पुलिस कर्मियों के साथ साथ संभ्रांत नागरिकों की भी जिम्मेदारी है कि श्रावण मास में कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने में अपना योगदान दें उन्होंने कहा कि अनुमति के पश्चात ही डीजे बजाया जा सकता है माहौल खराब करने वाले अराजक तत्वों के विरुद्ध शख्ती से निपटा जाएगा।
वही थानाध्यक्ष ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर संवेदनशील स्थानों शिव मंदिरों की जानकारी लेते हुए पुलिसकर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी।

उक्त मौके पर उपनिरीक्षक उमाशंकर भारती , सुरेश कुमार यादव , रामसूरत सिंह , के अलावा थानाक्षेत्र के प्रधान , संभ्रांत लोग मौजूद रहे।
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गुरुवार, 12 जुलाई 2018

अश्वस्थामा की ऐतिहासिक नगरी असोथर खो रही अपना वजूद


अश्वस्थामा की ऐतिहासिक नगरी असोथर खो रही अपना वजूद

गौरव सिंह गौतम (प्रधान संपादक)


फतेहपुर / असोथर - इतिहास के पन्नों में विशेष गौरव हासिल महाभारत खंड कालीन पौराणिक अश्वस्थामा नगरी व खींची वंश के राजा भगवंत रॉय की स्टेट असोथर आज राजनैतिक व प्रशासनिक उदासीनता के चलते दुर्दशा के आंसु बहा रही हैं ।


राज्य में सरकार चाहे सपा ,बसपा की रही हो या भाजपा की , यहां के गौरवशाली इतिहास के बावजूद असोथर कस्बे को विकास के नाम पर हमेशा ही निराशा ही हाथ लगी है । 
अब इसे स्थानीय जनप्रतिनिधियों की कमजोरी कहे या सरकार की कमजोर इच्छा शक्ति । 
वजह चाहे कुछ भी हो मगर यह तो साफ है कि कभी गौरवशाली इतिहास का धनी रहा असोथर क्षेत्र आज भी उपेक्षा का शिकार है ।

असोथर कस्बे के मुख्य चौराहे प्रतापनगर झाल में पहली ही बारिश में सड़क दलदल का रूप ले चुकी हैं , सड़क के दोनों किनारों पर नाली निर्माण न होने से लगभग 20 वर्षो निर्माण विहीन कटस्टोंन सड़क दलदल में तब्दील हो गई हैं ।
बारिश में दलदल में तब्दील असोथर के मुख्य चौराहे की सड़क

जिसमें प्रतिदिन दर्जनों लोग गिरकर चुटहिल हो रहे हैं ।
झाल चौराहे से लगभग 500 मीटर कटस्टोंन लगी जर्जर सड़क का निर्माण पीडब्ल्यूडी द्वारा कराया नही जा रहा और न ही इस बरसात के मौसम में वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में दलदल में तब्दील हो चुकी सड़क पर ईट - पत्थर डलवाने का कष्ट भी पीडब्ल्यूडी विभाग नही उठा रहा ।

वही कस्बे की बाजार भी नाला चोक व समुचित साफ सफाई न होने से कीचड़ से भर गई हैं ,
इसके अलावा विकास खंड असोथर की भी अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा हैं ।
विकासखंड की जीर्ण शीर्ण बाउंड्रीवाल तोड़कर जिम्मेदार अधिकारियों की सह पर लोग विकासखंड की जमीन पर अवैध कब्जा कर रहें हैं .

कस्बे में जल निगम द्वारा बिछाई गई 30 वर्ष पुरानी पाइप लाइन आज जगह जगह पर चोक हैं , जो कि सड़क के किनारों बसस्टैंड व अन्य स्थानों पर अनवरत बेकार पानी बहाती रहती हैं ।

हालांकि कल 11 जुलाई के जनपद फतेहपुर के जिलाधिकारी आंजनेय सिंह के कस्बे के औचक निरीक्षण के दौरान लोगों ने जिलाधिकारी महोदय को कस्बे की समस्याओं से अवगत कराया .
जिस पर उन्होंने जल्द समस्याओं को सही कराने का आश्वासन दिया हैं ।

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रविवार, 15 अप्रैल 2018

फरियादी की पिटाई का वीडियो सिपाही के लिए बना बवालेजान, गुत्थमगुत्था के दौरान चली गोली, सिपाही की मौत

फरियादी की पिटाई का वीडियो सिपाही के लिए बना बवालेजान, गुत्थमगुत्था के दौरान चली गोली, सिपाही की मौत


✍ विवेक मिश्र 

फ़तेहपुर जनपद के किशुनपुर थाने की विजयीपुर चौकी में बीती रात अचानक एक सिपाही की गोली लगने की खबर से सनसनी फैल गयी,सिपाही को घायलावस्था में चौकी प्रभारी लक्ष्मीकान्त सेंगर व थानाध्यक्ष किशुनपुर जिला चिकित्सालय लेकर आये थे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सिपाही को गोली मारने के आरोपी चौकी प्रभारी स्वयं थे, वहीं चौकी प्रभारी ने बातचीत के दौरान बताया कि भोला सोनकर नाम के अध्यापक जो धाता के एक विद्यालय में पढ़ाते हैं वो किसी शिकायत को लेकर चौकी में आये थे, सिपाहियों के गलत ब्यवहार करने पर भोला सोनकर ने सिपाहियों को अध्यापक भाषा में नसीहत देनी शुरू कर दी जिससे झल्लाये सिपाही कौशलेंद्र दुबे व मृतक सिपाही दुर्गेश तिवारी ने अध्यापक की गाली गलौज करना शुरू कर दिया, आवाज सुनकर मैं कमरे से बाहर आया तो मैंने अध्यापक से बिधिवत बात की व सिपाहियों को समझाया बुझाया, इसी समय फिर किसी बात में तैस में आकर दोनों सिपाहियों ने अध्यापक को पीटना शुरू कर दिया जिसका वीडियो भी मेरे मोबाईल में बन गया, मेरे मना करने पर सिपाही मुझी से बदसलूखी करने लगे और मुझसे गुत्थमगुत्था कर डाली, बचाव में मैंने रिवाल्वर निकाली जिसे सिपाही द्वारा छीनने में अचानक गोली चल गयी जिससे सिपाही दुर्गेश गम्भीर घायल हो गया, गम्भीर अवस्था में मै उसे हॉस्पिटल लेकर गया मगर तब तक देर हो चुकी थी, अचानक इस अनचाही गलती ने उसकी जान ले ली, उधर चौकी प्रभारी को मृतक दुर्गेश तिवारी की हत्या के आरोप में हिरासत में ले लिया गया है, परिजनों ने हत्या का नामजद मुकदमा दर्ज कराया है मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
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शुक्रवार, 13 अप्रैल 2018

उन्नाव रेप केस:अपराधी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा -सीएम योगी



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2 दिवसीय चित्रकूट दौरे पर है. 
आज कसहाई गाँव में आयोजित कार्यक्रम के दौरन उन्होंने कानून व्यवस्था और अपराध पर कड़ा रुख इख्तियार करते हुए कहा की  
उनके सरकार का सबसे बड़ा एजेंडा अपराध पर शिकंजा कसना है. योगी कल चित्रकूट पहुंचे थे, 
जहाँ उन्होंने चित्रकूट धाम मंडल की समीक्षा बैठक की. इसके अलावा पेयजल संकट और क्षेत्र की अन्य समस्याओं को लेकर अधिकारियों को चेताया. 


 चित्रकूट में 2 दिवसीय दौरे पर है मुख्यमंत्री: 






 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चित्रकूट में 2 दिवसीय दौरे पर है. 
मुख्यमंत्री कल चित्रकूट पहुंचे थे.
जिसके बाद से ही वे वहां की समस्याओं को लेकर एक्शन में दिखे. 
 आज सीएम कसहाई गाँव में निरीक्षण के लिए पहुंचे. जहाँ आयोजित एक कार्यक्रम में उन्नाव रेप केस पर पूछे गये सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, 
“सरकार का सबसे बड़ा एजेंडा अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसना है। 
उन्नाव की घटना पर सरकार किसी भी तरह का कम्प्रोमाइज नही करेगी । 
भ्रष्टाचार और अपराध पर सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। 
कोई भी अपराधी बख्शा नहीं जाएगा।


” उन्नाव रेप केस पर बोले सीएम: 



 सीएम योगी ने उन्नाव मामले में बताया की 9 अप्रैल को मामला सीएम के हमारे संज्ञान में आया था. 

जिसके बात एसआईटी गठित कर कार्रवाई प्रारंभ की गयी. 
 एसआईटी की रिपोर्ट में जो पुलिसकर्मी और चिकित्सक दोषी पाए गए हैं, 
उनके निलंबन कर सीबीआई को मामला रेफर कर दिया गया है.  
उन्होंने कहा, “रात्रि में सीबीआई ने विधायक सेंगर को गिरफ्तार किया होगा.” 
 “अपराध और भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर हमारी सरकार शुरू से काम कर रही है.” “हमारी सरकार किसी प्रकार का कंप्रोमाइज नहीं करेगी चाहे जो भी हो. 
हर व्यक्ति की सुरक्षा करना सरकार का दायित्व है और हम कर रहे हैं.” 

 “चित्रकूट का पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कार्य योजना लागू की है”

“इंटरस्टेट कनेक्टिविटी के लिए राज्य की 54 ऐसी सड़के हैं जो दूसरे राज्यों से मिलती है उसके लिए धनराशि हम लोग जारी कर चुके हैं” 

 “बहुत शीघ्र इंटर स्टेट से जुड़ी सड़कें बहुत अच्छी होंगी” “बुंदेलखंड के विकास के लिए व्यापक, कार्य योजना तैयार की गई है” 

 “बुंदेलखंड में एक नया एक्सप्रेसवे लेकर के आ रहे हैं” “डिफरेंस कॉरिडोर की बैठक के लिए 16 अप्रैल को झांसी में रक्षा मंत्री के साथ होगी बैठक.” 
 इसके अलावा कल मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में चित्रकूट धाम मंडल की समीक्षा बैठक की गयी। 
कानून और विकास कार्यो को लेकर मुख्यमंत्री ने यह समीक्षा बैठक की। 

इस बैठक में सांसद भैरो प्रसाद मिश्र, मानिकपुर विधायक आर के पटेल , सदर विधायक चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय सहित चारो जिलों के आला अधिकारी मौजूद रहे. 
 इसके अलावा चित्रकूट में बढ़ रही पेयजल समस्याओं पर भी सीएम ने अधिकारियों के पेंच कसे. 

सीएम ने अधिकारीयों को चेताया कि बुन्देलखण्ड में पेयजल संकट पर किसी भी तरह की लापरवाही भारी पड़ेगी. 
अधिकारियों के अलावा सीएम ने जल निगम कर्मचारियों को विशेष हिदायत दी. 
सीएम ने अधिकारीयों को जनता के साथ सही तरीके से पेश आने व् उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से लेने की भी हिदायत दी.
मुख्यमंत्री की मैराथन बैठक में अधिकांश समय सीएम नौकरशाही को दिशा निर्देश और 
कई मामलों मसलन कानून व्यवस्था पर चेताते नजर आये.


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रविवार, 8 अप्रैल 2018

यूपी के फतेहपुर में धड़ल्ले से ओवरलोडिंग जारी , ओवरलोड़ वाहनों की आड़ में सरकारी राजस्व को लगा रहे चूना


यूपी के फतेहपुर में धड़ल्ले से ओवरलोडिंग जारी , ओवरलोड़ वाहनों की आड़ में सरकारी राजस्व को लगा रहे चूना

    ✍ गौरव सिंह गौतम 

फतेहपुर - गाजीपुर / असोथर - ओवरलोडिंग को लेकर सरकार के सख्त निर्देशों के बावजूद प्रशासन की 
नाक के नीचे ओवर लोडिंग ट्रकों ,
डम्परों व ट्रैक्टरों का धड़ल्ले से आना जाना जारी है। 

वीडियो - गाजीपुर कस्बे में ओवरलोड़ मौरंग भर दौड़ते ट्रैक्टर 


गाजीपुर थानाक्षेत्र के गोकन मौरंग खदान से 
नौ घनमीटर माल की रॉयल्टी जमा कर अट्ठारह से 
बीस घन मीटर मोरम लाद कर निकल रहे ट्रकों द्वारा सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है।


वीडियो - असोथर कस्बे के बीचों-बीच से गुजरता मौरंग भरा ओवरलोड़ ट्रक।


ओवरलोडिंग को लेकर फतेहपुर जनपद के जिला प्रशासन की भूमिका सवालों के घेरे में हैं। 

गाजीपुर थानाक्षेत्र के गोकन मौरंग खदान से जबरजस्त मौरंग भर कर गुजरने वाले ये ओवर लोड ट्रक व ट्रैक्टर
फतेहपुर प्रशासन को नहीं दिख रहे हैं , 
नौ घनमीटर की रायल्टी देकर इन ट्रकों में बीस से पच्चीस टन माल लदा होता है।

पिछले बसपा , सपा सरकारो के कार्यकालों में दस वर्षों से टूटी हुई गाजीपुर वाया असोथर विजयीपुर जर्जर सिंगल सड़क का दर्द स्थानीय जनता झेल रही थीं।

वर्तमान में योगी सरकार के कार्यकाल में पिछले माह तक इस 30 किलोमीटर लंबी सड़क का लोक निर्माण विभाग द्वारा दुरुस्तीकरण कराया गया है ..

जो कि आज क्षेत्र में मौरंग खदान शुरू हो जाने के कारण ओवरलोड़ हैवी वाहनों , ट्रक डम्पर , ट्रैक्टरों से बेरोक - टोक फर्राटा भरने से फिर कुछ ही दिनों में फिर मरम्मत की गई सड़क जीर्ण शीर्ण हालातों में पहुंच जाएंगी ।

वही जिले में आखिर ऐसी क्या स्थिति बन गई हैं कि ?

सत्ता पक्ष सहित प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने जनपद में धड़ल्ले से चल रही ओवरलोडिंग पर चुप्पी साध रखी हैं।

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गुरुवार, 5 अप्रैल 2018

कैश की किल्लत बरकरार, स्टेट बैंक किशनपुर में उपभोक्ताओं ने काटा बवाल

✍ मयंक मिश्रा की खबर 

कैश की किल्लत बरकरार, स्टेट बैंक किशनपुर में  उपभोक्ताओं ने काटा बवाल


उपभोक्ताओं ने बैंक मैनेजर के पर अभद्रता का लगाया आरोप

कैश न मिल पाने से झल्लाये उपभोक्ता बैंक की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी से भी उलझे
देखे वीडियो 

फतेहपुर / किशनपुर -  भारतीय स्टेट बैंक में आए दिन कैश न रहने से खाताधारकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। 

ऐसे में लोगों के जरूरी का भी नहीं हो पा रहे हैं। 
परेशान लोग लेन देन करने के लिए 20 किलोमीटर दूर खागा जाना पड़ रहा है लेकिन वहां भी दूसरे ब्रांच का एकाउंट होने का हवाला देकर लोगों को वापस कर दिया जा रहा है। 
लोग अपने ही पैसे को निकालने के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं। 
बताते चलें कि राष्ट्रीयकृत बैंकों में से यहां किशनपुर में सिर्फ स्टेट बैंक की ही शाखा होने के कारण बैंक में अत्यधिक भीड़ लगी रहती हैं। 
यहां से किशनपुर कस्बा सहित क्षेत्र के सैकड़ों गांवों के खाताधारकों का खाता संचालित होता है। 
कई महीनों से बैंक पर कैश की किल्लत बनी हुई है। 
धन न मिल पाने ही से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 
हालांकि ग्रामीणों द्वारा कई बार बैंक के सामने धरना प्रदर्शन भी किया गया। 
लेकिन इस समस्या से निजात नहीं मिल सकी।

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ग्राहकों की भी सुनिए:

बुधवार को बैंक पर लेन देन के लिए किशनपुर निवासी रजनीश तिवारी  ने बैक कर्मियों पे आरोप लगाया की गरीब भोले भाले उपभोक्ताओं रोज वापस भेज दिया जाता है ,
कभी कभार 2 बजे या 3 बजे कैश मिलता है सुबहे से भूखे प्यासे आते है ।
अशोक सिंह ने बताया कि घर पर निर्माण का कुछ कार्य चल रहा है। 
एक सप्ताह से बैंक का चक्कर लगा रहा हूं । 
थकहार कर दूसरे के खाते में पैसा ट्रांसफर करवाना पड़ रहा है। राकेश वर्मा ने बताया कि दुकान में सामान लाने के लिए पैसे निकालने के लिए प्रतिदिन आता हूं, पर नो कैश का बोर्ड देख कर वापस जाना पड़ता है। 
मुन्नू ने बताया कि घर के खर्च चलाने के लिए पैसे निकलने आया हूं पर आज भी वापस ही जाना पड़ रहा है।

कैश की किल्लत से जमाकर्ताओं की बढ़ी परेशानी:

ग्रामींणाचल में नकदी की कमी के चलते जमाकर्ताओं को परेशानी उठानी पड़ रही है। 
लोग अपना ही पैसा निकालने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। जानकारी के अनुसार इस माह में बैंक चार दिन लगातार बंद रहेगा। जिससे लोग अपने विभिन्न जरूरतों के लिए पैसा निकालने के लिए बैंक पहुंच रहे हैं। लेकिन बैंक में पैसे नही का बोर्ड लगा है। बैंक कम यह नही बता पा रहे हैं कि कैश कब आएगा। 
शादी विवाह व फसल की कटाई के समय में कैश न होने से जमाकर्ताओं के होश उड़े हैं। 
क्षेत्र के शिवाकांत पांडेय, दिनेश मिश्र, अनुपम पांडेय, दुर्गा पांडेय, सुनील राय, विकास उपाध्याय, संतोष पांडेय, हैदर अली, मनीष कुमार गुप्ता, अनूप शुक्ल अन्य लोगों ने कैश किल्लत को दूर करने की मांग किया है।
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सोमवार, 2 अप्रैल 2018

यूपी - फतेहपुर हत्याकांड ( मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ) ने लिया घटना को संज्ञान में , पीड़ित परिवार को दी 20 लाख की मदद






✍ विवेक मिश्रा / गौरव सिंह गौतम 


फतेहपुर -  जिले में हुई बीती रात हिसंक घटना को सूबे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लेकर पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद का आश्वासन दिया है , व  हिंसा पर नाराजगी जाहिर करते हुए ,दोषियों की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन को सख्त कार्यवाही के आदेश दिए हैं।

नवागत कप्तान के सप्ताह भर का कार्यकाल हत्याओं के नाम रहा। 
पुलिस जहां पूर्व की आपराधिक घटनाओं के पीछे हांफती दिख रही है , और लचर पुलसिंग के चलते अपराधी नित नई घटनाओं को जिले में बेखौफ होकर अंजाम दे रहे हैं।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मौजूदा समय में जिले की पुलिसिंग कैसी है। उधर खुलेआम हो रही हत्याओं से लोग सहमे हुए हैं।
पुलिस अधीक्षक राहुल राज का स्थानांतरण जिले के लिए 21 मार्च 2018 को हुआ है। 
वही नवांतुगत एसपी ने 23 मार्च को जिले में आकर कार्यभार सम्भाल लिया था । 

फतेहपुर  में बीती शाम कस्टोडियन की जमीन को कब्जा करने की नियत से गये भूमाफियाओं का विरोध करना एक अधेड़ को महंगा पड़ गया, 
माफ़िया के गुर्गों की ताबड़तोड़ फायरिंग से एक बृद्ध की मौत हो गयी और उसका भाई गम्भीर रूप से घायल हो गया।
            जानकारी के अनुसार आबूनगर चौकी क्षेत्र की नई बस्ती में कस्टोडियन में चली गयी करीब पांच बीघे जमीन खाली पड़ी है। 
यहां पेड़ लगे हैं और मोहल्ले भर के लोग गोबर-कचरा डालते हैं और कुछ लोग अपने मवेशी भी बांधते हैं। 
इस जमीन की कुछ माफ़िया कुछ दिनों से पैमाइश कराना चाह रहे थे और इसे अपनी जमीन बता रहे थे। 
मामला आबूनगर चौकी पुलिस के संज्ञान में भी था। 

रविवार की शाम करीब पांच बजे कई चार पहिया वाहनों और बाइकों से करीब 50- 60 लोग असलहों से लैस होकर लेखपाल के साथ वहां पहुंचे और बस्ती के लोगों से अपने मवेशी हटाने को कहा। लेखपाल ने भी भूमाफियाओं की तरफदारी करते हुए मवेशी हटाने को कहा। वहां के कुछ लोगों ने इसका विरोध किया तो कहासुनी शुरू हो गई और नोकझोंक से शुरू हुई बात ने बड़ा रूप ले लिया,मोहल्ले के कई लोग भूमाफियाओं के विरोध में घर से बाहर निकल आये,तभी बस्ती के ही निवासी रामनारायण यादव और उनके छोटे भाई रामसिंह वहां भैंस खोलने पहुंच गए। 
उधर विरोध से तमतमाये भूमाफियाओं के गुर्गों ने चार पहिया वाहनों से असलहे निकाल कर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी जिससे रामनारायण यादव की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि उसका भाई राम सिंह गम्भीर घायल हो गया, गोलीकांड से बिफरी पब्लिक ने भूमाफियाओं की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। दिनदहाड़े हत्याकांड की खबर शहर में आग की तरह फैल गयी,आनन फानन में पुलिस भी घटनास्थल पर पहुँच गयी, उधर घटना से नाराज लोगों ने सदर अस्पताल के सामने दो घण्टे तक रोड़ जाम करके रक्खा। 
मगर जल्द ही पुलिस ने रोड़ को खाली कराकर शव को मर्चुरी में रखवा दिया, पुलिस अधीक्षक ने भी घटनास्थल पहुंचकर मौके का निरीक्षण किया, अभी भी शहर में किसी भी अनहोनी की आशंका को लेकर चप्पे चप्पे पर फ़ोर्स तैनात है पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर पर 7 लोगों व अन्य कई अज्ञात के खिलाफ़ हत्या सहित अन्य गम्भीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है और हत्यारों की खोजबीन में छापेमारी शुरू कर दी है,उधर मोहल्ले के लोगों में ये भी चर्चा रही कि एक बार लगभग एक हफ्ते पहले भी लेखपाल स्थानीय चौकी के सिपाहियों सहित भूमाफियाओं को कब्जा दिलाने आया था लेकिन मोहल्ले के विरोध के कारण लौटना पड़ा था, बताते हैं कि इस बार पूरी तैयारी के साथ भारी संख्या में भूमाफिया आये थे और चौकी पुलिस को भी न आने के लिए मैनेज किया गया था ताकि मार पीट कर जबरन जमीन पर कब्जा कर लिया जाए लेकिन पूरे मोहल्ले के बाहर आ जाने पर भूमाफियाओं ने टेरर बनाने के लिए गोलियां चला दी जिससे एक की मौत और एक ब्यक्ति घायल हो गया, 
बताते हैं कि गोली चलवाने में एक स्थानीय सपा नेता 
( भूमाफिया ) के भतीजे का अहम रोल रहा, 
शहर में कुछ महीनों से इकट्ठे एक ही कुनबे का शिकार शहर के कई लोग हो चुके हैं 
माना जा रहा है ये जमीन कब्जा करने की दशा में किसी भी स्थिति तक चले जाते हैं 
मगर शहर के सबसे बड़े भूमाफियाओं का नाम आज भी कागजों में दर्ज नहीं है 
इनकी फाइलें यही लेखपाल दबा कर बैठ जाते हैं और आम आदमी इनका शिकार होता रहता है।

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