शुक्रवार, 26 मई 2023

यूपी में अब राशन की दुकानों पर मिलेगा मिठाई व दूध पावडर सहित ये 39 प्रकार की विभिन्न वस्तुएं, विभाग ने जारी किया शासनादेश

"सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिठाई, साबुन, दूध पाउडर व बेबी केयर उत्पाद समेत रोजमर्रा के काम आने वाली कुल 39 प्रकार की अन्य वस्तुएं अब होंगी उपलब्ध"

आत्मगौरव न्यूज .com

उत्तर प्रदेश में अब सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिठाई, साबुन, दूध पाउडर व बेबी केयर उत्पाद समेत रोजमर्रा के काम आने वाली कुल 39 प्रकार की अन्य वस्तुएं उपलब्ध होंगी। 

इस संबंध खाद एवं रसद विभाग ने बिक्री वाली वस्तुओं की सूची जारी की है। यह वस्तुएं उन मुख्य मार्गों पर बनी राशन की दुकानों पर उपलब्ध होंगी जहां से भारी वाहनों का आवागमन हो सकेगा। 

इस संबंध में खाद्य एवं रसद विभाग ने शासनादेश जारी किया है।इसमें कहा गया है कि इन वस्तुओं की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी। विभाग एक उच्चस्तरीय समिति बनाएगा, जो इन वस्तुओं की मात्रा कम या ज्यादा करने के बारे में निर्णय लेगी। 

39 प्रकार की अन्य वस्तुएं में खासकर जनोपयोगी वस्तुएं जैसे दूध, दूध से बने उत्पाद, बिस्कट, ब्रेड, गुड, घी, नमकीन, सूखे मेवे

मिठाई पैक्ड, मसाले, दूध पाउडर, बच्चो के कपड़े, राजमा, सोयाबीन, क्रीम, धूपबत्ती, कंघी, दर्पण, झाडू, पोछा, ताला, छाता, रेनकोट, वाल हैंगर, टूथब्रश, डिटर्जेंट पाउडर, मच्छररोधी अगरबत्ती, बर्तन धोने वाला साबुन, इलेक्ट्रिक सामान, टार्च, दीवार घड़ी, माचिस, नायलान व जूट की रस्सी, प्लास्टिक पानी पाइप, प्लास्टिक बाल्टी मग व छलनी, मिठाई, साबुन,दूध पाउडर भी अब इन दुकानों में मिलेगा। वहीं समय समय पर इन वस्तुओं की गुणवत्ता भी सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य सुरक्षा से संबंधी वस्तुएं हैंडवाश, बाथरूम क्लीनर, शेविंग किट, बेबी केयर, डायपर, साबुन, मसाज तेल व बाडी लोशन भी मिलेंगा, जबकि अभी राशन की दुकानों पर गेहूं, चावल, दाल, आटा, चीनी, खाद्य तेल, मिटटी का तेल, मोटा अनाज, नमक, साबुन, चाय, पेन कापी, ओआरएस घोल व सेनटरी नैपकीन आदि सामान मिलता हैं।

रिपोर्ट- लखनऊ डेस्क

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शुक्रवार, 20 जनवरी 2023

बिजली विभाग के संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण समस्याओं से जूझ रहे एक सैकड़ा से अधिक गांव

बिजली विभाग के संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण समस्याओं से जूझ रहे एक सैकड़ा से अधिक गांव



‘‘ एक महीने से ज्यादा समय नहीं तैनात असोथर जेई ,,

✍️ गौरव सिंह गौतम (संपादक आत्म गौरव न्यूज.com)

फतेहपुर - इन दिनों संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण असोथर क्षेत्र के एक सैकड़ा से अधिक गांवों के लोगों को आएं दिन बिजली की समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है , जहा एक ओर अगले माह से ही बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली है जिसके चलते बोर्ड परीक्षार्थियों को तैयारी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है , वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में किसान भाईयो को इस कड़ाके की ठंड में बिजली नहीं मिलने से गेंहू की फसल में सिंचाई करने में दिक्कत आ रही हैं .

शुक्रवार की शाम पांच बजे से खराब हुई हाईवोल्टेज ३३ हजार लाइन देर रात तक नहीं बन सकी जिससे क्षेत्र एक सैकड़ा से अधिक गांवों में अंधेरा पसरा रहा , वहीं  एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद असोथर स्थाई जेई नहीं आ पाए है नवम्बर २०२२ में असोथर उपकेंद्र के जेई राकेश कुमार यादव को बिजली विभाग (uppcl) द्वारा चलाए जा रहे नेवर पेड अभियान में लाफरवाही और कार्य में शिथिलता बरतने पर अधीक्षण अभियंता सैयद अब्बास रिजवी ने निलंबित करने के बाद जेई नीलेश मिश्रा को असोथर और जरौली का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था पर बदकिस्मती यह रही कि नवनियुक्त जेई नीलेश मिश्रा भी ज्यादा दिन नहीं रुक सके उन्हें १८ नवम्बर को निजी ट्यूबवेल से अवैध एलटी लाइन बनवाने में निलंबित कर दिया गया था इसके बाद से असोथर उपकेंद्र एसडीओ मोहम्मद जाहिद सिद्दकी की देख रेख में चल रहा था फिलहाल खागा प्रथम के जेई मुरारीलाल दुबे को असोथर का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है ।

जिस पर जेई महोदय असोथर अब तक शायद ही कभी कभार आए हो तो यह बड़ी बात है .

वहीं जब खागा एक्स सी एन मेघ सिंह व  असोथर उपकेंद्र के एसडीओ मोहम्मद जाहिद सिद्दकी से इस सम्बन्ध में वार्तालाप की तो उन्होंने बताया कि ९ जनवरी से अब तक जारी संविदा कर्मियों की हड़ताल की वजह बिजली की अघोषित कटौती  व हाईवोल्टेज लाइन ब्रेकडाउन होने की समस्याओं  सामना करना पड़ रहा है , प्राइवेट लोगों द्वारा किसी प्रकार बिजली बनवा कर सप्लाई शुरू करने की कोशिश की जा रही है , 

असोथर उपकेंद्र के लिए नए जेई के लिए चिठ्ठी भेजी गई हैं अधीक्षण अभियंता अगर गंभीरता से समस्या देखेगे तो २१ जनवरी २०२३ से नए जेई नियुक्त किए जाएंगे ।

खबर लिखे जाने के देर रात तक असोथर उपकेंद्र के सभी छह फीडर नरैनी , जरौली , घरवासीपुर , थरियांव , गाजीपुर व असोथर टाउन समेत जरौली पंप नहर कैनाल के साथ - साथ सैकड़ों गांवों की विद्युत आपूर्ति बाधित रही ।

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रविवार, 22 अगस्त 2021

रक्षाबंधन विशेष - ऐसे भी बीजेपी जिलाध्यक्ष दिवंगत बूथ अध्यक्ष की पत्नी को माना अपनी बहन बंधवाई राखी

 भाजपा के दिवंगत झाऊपुर वार्ड बूथ अध्यक्ष के घर पहुंच जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा ने बंधवाई राखी



👉 रक्षा सूत्र बंधा हर संभव मदद का दिया भरोसा


👉 अचानक पहुंचे जिलाध्यक्ष को देख भावुक हुई दिवंगत की पत्नी सुमित्रा देवी

✍🏻 विकास त्रिवेदी (वरिष्ठ पत्रकार जनपद फतेहपुर)

फतेहपुर - कुछ माह पहले सदर विधानसभा के झाऊपुर वार्ड के बूथ अध्यक्ष स्वतंत्र लोधी का आकस्मिक निधन हो गया था रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा दिवंगत बूथ अध्यक्ष के आवास बिना किसी सूचना के पहुँच गए  जिलाध्यक्ष के गाँव पहुचते ही लोगो का तांता लग गया 

जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा ने बूथ अध्यक्ष की विधवा पत्नी सुमित्रा लोधी से कहा कि आप से राखी बंधवाने आया हूं, ये सुनकर बूथ अध्यक्ष की पत्नी आश्चर्य चकित होकर भावुक हो गयी और श्री मिश्रा को रक्षा सूत्र बांधते हुए मिष्ठान खिलाकर व आरती उतारकर ख़ुशी का इज़हार किया l मौके पर जो भी मौजूद रहा सभी की आँखे नम हो गयी और इस भाई-बहन के पवित्र रिश्ते की शुरुआत पर जिलाध्यक्ष व सुमित्रा देवी को बधाई दी l

मौके पर उपस्थित लोगो का कहना रहा की भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र संस्कारो से संजोई गयी पार्टी है l भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जिसमे एक-एक कार्यकर्ता का मान-सम्मान बरकरार है, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण आज का वाक्या है l

सुमित्रा देवी ने कहा कि पहला नेता देखी हूँ जो हम जैसे छोटे कार्यकर्तओं को भी इतना महत्व और स्नेह देते है l परिवार की तरह प्यार देते है l

ये माहौल देख कर वहाँ खड़े कई लोग भी 



भावुक हो गए और जिलाध्यक्ष की तारीफ करते रहे l जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा ने पूरे परिवार का हर संभव सहयोग देने का भी वादा किया l

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शनिवार, 30 जनवरी 2021

फतेहपुर : व्हाट्सएप ग्रुप ने बिछड़े बच्चे को मिलाया

 

बच्चें को परिजनों को सुपुर्द करतें थानाध्यक्ष असोथर

फतेहपुर / असोथर - वैसे तो आए दिन किसी ने किसी विवादास्पद कमेंट से सोशल मीडिया बदनाम होती रहती है लेकिन अगर उसका सही इस्तेमाल हो तो यह बिछड़ों को मिला देती है। 

कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला शनिवार को। 

एक मंदबुद्धि बच्चा अपने परिजनों से बिछड़ गया। 

असोथर कस्बें की सड़कों पर रोता देखकर आसपास के दुकानदारों ने उसे पास बुला लिया, लेकिन मंदबुद्धि होने के कारण वह कुछ बता नहीं पा रहा था। 

काफी खोजबीन के बाद भी जब कुछ पता नहीं चल सका तो असोथर कस्बें के पत्रकार रिंकू आर्य ने उसकी फोटो एक न्यूज व्हाट्सएप के ग्रुप पर डाल दी। ग्रुप पर बच्चे की फोटो व डिटेल वायरल होते ही उसमें जुड़े लोग सक्रिय हो गए और आखिरकार करीब तीन घण्टे बाद बच्चे को उसके परिजन मिल गए।





बताया जाता है कि जनपद फतेहपुर के गाजीपुर निवासी अतुल कुमार जोशी का बच्चा अंश मंदबुद्धि हैं जो कि भटक कर असोथर कस्बें के बस स्टैंड पर आ गया था ।

रोते बिलखते बच्चे को देखकर आसपास के दुकानदारों ने बच्चे को पास बुलाकर नाम पता पूछना चाहा तो उन्हे पता चला की बच्चा मंदबुद्धि होने के कारण कुछ बता पानें में असमर्थ था । 

इसी दौरान असोथर कस्बा के दैनिक आज पत्रकार रिंकू आर्य ने बच्चे की फोटो व डिटेल आत्म गौरव न्यूज़. कॉम व्हाट्सएप ग्रुप में डाली व बच्चे को उसके परिजनों से मिलाने का सहयोग मांगा। 

फोटो ग्रुप पर वारयल हुई और  , इसी न्यूज ग्रुप में जुड़े गाजीपुर के राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार अजय सिंह ने जब बच्चे की फोटो को देखा तो उन्होंने 

एक दूसरे के पास उसे भेजा तो जानकारी हुई कि यह बच्चा गाजीपुर कस्बे के अतुल कुमार जोशी जी का हैं , उन्होंने ने बच्चे के परिजनों को जानकारी दी ..

परिजनों को जानकारी होने पर वह रात्रि लगभग 8 बजे असोथर थाने आएं , जहां पर थानाध्यक्ष रणजीत बहादुर सिंह ने बच्चें को उसके परिजनों को सुपुर्द किया ।

बच्चे को परिजनों से मिलने के बाद सभी ने राहत की सांस लेते हुए पत्रकार अजय सिंह ने न्यूज़ ग्रुप में दूसरी पोस्ट डाली कि प्रयास सफल बच्चा परिजनों को मिल गया।



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गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

फतेहपुर - रमजान में घर पर ही अदा करें पांचों वक्त का नमाज


रमजान में घर पर ही अदा करें पांचों वक्त का नमाज

फतेहपुर - असोथर कस्बें लॉकडाउन और आने वाले रमजान को लेकर असोथर थानाध्यक्ष हेमराज सरोज व असोथर क्षेत्र के कोरोना महामारी के प्रभारी गोविंद प्रसाद ने गुरुवार को कस्बे की मस्जिद सहित  मुस्लिम समाज के लोगों को कहा

कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए इससे बचने के लिए आने वाले दिनों में पवित्र महीना रमजान आरंभ होने वाला है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया 
कि उनके द्वारा अन्य लोगों को समझाया कि लोग मस्जिदों में जमघट ना लगाएं और पाचों वक्त का नमाज घरों में ही अदा करें। 

थानाध्यक्ष हेमराज सरोज ने कस्बें में लोगों से  पुलिस प्रशासन सभी आप लोगों के साथ हैं। इस संकट की घड़ी में सहयोग करते रहें। लॉकडाउन उसका पालन करना होगा। बावजूद इसके अगर कोई नहीं मानता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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बुधवार, 15 अप्रैल 2020

फतेहपुर - सूखे ताल-तलैया, पानी के लिए भटक रहे बेजुबान


फतेहपुर - सूखे ताल-तलैया, पानी के लिए भटक रहे बेजुबान


फतेहपुर : इस समय गर्मी चरम पर है। लोग कोरोना महामारी से तो परेशान हैं ही लॉकडाउन में 
गरम तेज हवाओं के थपेड़े आदमी तो क्या जानवरों तक को झुलसा रहा है, लेकिन इन बेजुबानों को प्यास बुझाने के लिए न तो तालाबों में पानी है और न ही नहरों, पोखरों में पानी बचा है। 
तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच जाने से पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है जिससे चहुंओर पानी का संकट खड़ा हो गया है। 
सबसे अधिक परेशानी जानवरों को हो रही है जिन्हें पीने तक को पानी नहीं मिल रहा है। 
आजकल बिन पानी सब सून वाली कहावत चरितार्थ होती दिख रही है। 

खासकर गांवों के हालात तो बहुत खराब हैं।

गांव के तालाब, पोखरे, गड्ढे सब सूखे पड़े हैं। 
पानी की एक बूंद भी तालाबों या पोखरों में दिखाई नहीं दे रही है। पानी के लिए व्याकुल जानवर पानी की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं। 

आलम यह है कि सिचाई विभाग की नहरें भी सूख चुकी हैं। 
ऐसे में ग्रामीणों को कुएं-पोखरे की याद सताने लगी है जिन्हें खुद उन्होंने बर्बाद कर डाला है। रही-सही कसर प्रशासन की तालाबों एवं पोखरों के प्रति उदासीनता ने खत्म कर दी। 

पानी की कमी से बिलबिलाते पशु-पक्षी अपनी परेशानी बताएं तो किससे। 
उनकी मजबूरी भी कोई समझने वाला नहीं है। 
असोथर क्षेत्र के ग्रामसभा सरकंडी , बेर्राव , कंधिया , बिलारीमउ , गोपलापुर मनावां आदि दर्जनों गांवों के तालाबों में पानी की एक बूंद भी नहीं बची है। 
तालाबों व नहरों से उड़ती धूल, सूखी वनस्पतियां स्वयं ही हालात को बयां कर रही हैं। 

चिलचिलाती धूप में जानवर पानी में नहाकर तरोताजा भी नहीं हो पा रहे हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि पानी की कमी से जानवरों को भारी परेशानी हो रही है। 

हैंडपंपों का जलस्तर गिर रहा है। अधिकतर खराब हैं। 
जो सही भी हैं उनमें पानी कम रह गया है। 
कुछ समय चलाने के बाद पानी की एक बाल्टी भर पाती है। 
ऐसे में जानवरों के शरीर का तापमान कम नहीं किया जा सकता है। 
अत्यधिक गर्मी का असर दुधारू मवेशियों पर पड़ रहा है। 
ग्रामीणों ने प्रशासन से इस ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कारगर कदम उठाने की मांग की है। 

जरौली पम्प कैनाल बंद होने से जायद फसलें सूखने की कगार पर

सूखी असोथर की नहर

असोथर विकास खंड क्षेत्र के जरौली गांव के पास यमुना नदी में पंप कैनाल लगा है। 
इसमें सात पंपों से 400 क्यूसेक पानी निकालने वाली क्षमता की मशीनें लगी हुई हैं।
जिससे असोथर क्षेत्र के अलावा, विजयीपुर, धाता विकास खंड क्षेत्र के किसान फसलों की सिंचाई करते हैं।
इसके बावजूद नहर से धूल का गुबार उठ रहा है। 
बता दें कि क्षेत्र की सिचाई व्यवस्था जरौली पंप कैनाल पर निर्भर है। परन्तु पूर्व में जरौली पंप कैनाल नहर के रास्तों पर पड़ने वाले पुल , नहर पटरी आदि के निर्माण के लिए पंप कैनाल को बंद किया गया था , पर इस समय कोरोना महामारी के चलते 3 मई तक लॉकडाउन के चलते सभी निर्माण कार्य बंद हैं , किसानों का कहना हैं , कि सिंचाई विभाग चाहें तो कैनाल के एक दो पंप ही फिलहाल शुरू कर दे जिससे किसानों सहित जानवरों पानी मिलने से  काफी राहत मिल जाएंगी ।
नहरों के भरोसे जायद की फसल मूंग , उड़द , व सब्जियों की खेती भिंडी , तरोई , खीरा , करेला आदि की खेती करने वाले किसान पानी के लिए व्याकुल हो रहे हैं। 
साथ ही प्रतिदिन नहर में पानी आने की बाट जोह रहे हैं।

विधातीपुर गांव निवासी किसान बिंदराज पासवान ने बताया कि नहर में पानी न आने से इस क्षेत्र के किसान मूंग , उड़द  की फसल में समय से पानी न लगा पाने के लिए विवश हैं। 
यह हम किसानों पर आघात जैसा है।
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शनिवार, 28 मार्च 2020

फतेहपुर में कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता फैलाने के साथ जरूरतमंदों का पेट भर रही जिले की पुलिस

जरूरतमन्द गरीबों को भोजन देते गाजीपुर थानाध्यक्ष आशीष सिंह

फतेहपुर में कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता फैलाने के साथ जरूरतमंदों का पेट भर रही जिले की पुलिस

फतेहपुर - जनपद सहित पूरे देश  में कोरोना वायरस संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान फतेहपुर पुलिस जिले के थानों / चौकियों के मुहल्लों , चौक चौराहों में जाकर लोगों को जागरूक कर रही है। 


फतेहपुर पुलिस की अलग-अलग टीम लोगों को जागरूक करने के साथ स्लम एरिया में बेसहारा और जरूरतमंद लोगों को खाना भी मुहैया करवा रही है। 
इसके अलावा सैनिटाइजर और मास्क भी उन्हें दिया जा रहा है। 

पुलिस लोगों से लॉकडाउन नियमों की पालना करने के साथ घर में ही रहने की अपील कर रही है। जरूरत पड़ने पर संबंधित हेल्पलाइन नंबर से मदद मांगने के लिए भी कहा जा रहा है। 
इसके साथ ही कोरोना वायरस से बचने के साथ अपनी मदद कैसे करें, पुलिस विभाग के अधिकारी और कर्मचारी जगह-जगह जाकर लोगों को बता रहे हैं। 

सोशल डिस्टेंसिंग नहीं करने की बढ़ रही शिकायतें



पुलिस अधिकारियों के अनुसार शहर वासियों को रूटीन की जरूरतों के लिए बाहर निकलने पर सोशल डिस्टेंसिंग की दिक्कत आ रही है। 
सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की पालन नहीं करने पर लोग एरिया में इकट्ठा भी हो जाते हैं। 
इससे आसपास के लोगों द्वारा लगातार शिकायतें पुलिस कंट्रोल रूम में बढ़ रही है। 


गाजीपुर थानाध्यक्ष और हरिहरगंज , राधानगर चौकी इंचार्ज ने बांटा जरूरतमंदों को खाना



गाजीपुर थाना के युवा थाना प्रभारी आशीष सिंह ने जरूरतमंद लोगों को खुद खाना पहुंचाया। शनिवार को उन्होंने अपने हाथों से बच्चों को खाना देकर सब लोगों तक खाना पहुंचाया। 

इसके अलावा थाना प्रभारी आशीष सिंह ने अपनी पुलिस टीम के साथ गाजीपुर क्षेत्र के युवाओं को लेकर एक टीम बनाई। 
जोकि उन लोगों तक खाना लेकर जा रही है, जिन्हें किसी कारण खाने को कुछ भी नहीं मिल रहा।

हरिहरगंज इंचार्ज विजय कुमार त्रिवेदी जरूरतमंदों को फल व बिस्किट देते हुए 
शनिवार को हरिहरगंज चौकी इंचार्ज विजय कुमार त्रिवेदी राधानगर चौकी इंचार्ज अश्विनी सिंह ने भी अपनी पुलिस टीम के साथ मिलकर जरुरतमंद लोगों को खाना पहुंचाया। 
इसके अलावा उन्होंने इलाके में जरूरतमंद लोगों को कहा कि इमरजेंसी और किसी भी प्रकार की मदद के लिए कभी भी फतेहपुर पुलिस उनकी सहयाता के लिए तैयार है।    

हरिहरगंज इंचार्ज अश्विनी सिंह जरूरतमंद को भोजन देते हुए 
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मंगलवार, 22 अक्तूबर 2019

असोथर में प्रतिबंध के बाद भी पॉलीथिन इस्तेमाल


असोथर में प्रतिबंध के बाद भी पॉलीथिन इस्तेमाल


Polyethylene used In Asothar even after the ban  

फतेहपुर / असोथर : यूपी में पॉलीथिन पर प्रतिबंध के बावजूद फतेहपुर जिले के असोथर क्षेत्र में अब भी इसका धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है। 
कहीं चोरी-छिपे तो कहीं खुलेआम पॉलीथिन में समान दिया जा रहा है। 
पॉलीथिन के प्रतिबंध को लेकर प्रशासनिक अभियान भी चल रहा है। 
इसके बाद भी शहर, नगर व ग्रामीण अंचलों में धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है। 
इसकी खपत बढ़ गई है। 
प्रतिबंध के बावजूद दुकानदारों द्वारा पॉलीथिन का उपयोग करके समान दिया जा रहा है। 
फल, सब्जी, दूध, किराना आदि स्थानों पर नियम की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं। 
गत वर्ष की भांति इस वर्ष सप्ताह भर पॉलीथिन पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए अधिकारियों ने दुकानों पर छापेमारी की। 
इसका असर भी दिखा। दुकानों से पॉलीथिन गायब हो गई, लेकिन प्रयोग फिर से बढ़ने लगा है।

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बढ़ रही समस्या

इस मामले में सरकार के साथ साथ लोगों को स्वयं जागरूक होने की जरूरत हैं 
पॉलिथीन और प्लास्टिक से शहर से लेकर गांव तक लोगों की सेहत बिगाड़ रही है। 
नाले-नालियों में अक्सर पॉलिथीन से भरा मिलता है। 
इसके चलते जलनिकासी बाधित हो रही है। 
कूड़े-कचरे का उचित ढंग से निस्तारण नहीं हो पाता।

प्रवीणानन्द खंड विकास अधिकारी असोथर


स्वास्थ्य के लिए हानिकारक


प्लास्टिक के गिलासों में चाय या फिर गर्म दूध का सेवन करने से उसका केमिकल लोगों के पेट में चला जाता है। 
इससे डायरिया के साथ ही अन्य गम्भीर बीमारियाँ होती हैं।


डा. उपेंद्र कुमार पीएचसी असोथर

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पॉलीथिन से दर्जनों पशु बने काल का ग्रास


कस्बे के रहने वाले गौ सेवक सूरज सिंह का कहना हैं 

पॉलीथिन का बहुतायत में प्रयोग पर्यावरण को बिगाड़ रहा है। पॉलीथिन का प्रयोग से क्षेत्र में दर्जनों निरीह पशु काल का ग्रास बन चुके हैं। 
यही नहीं पॉलीथिन उपजाऊ जमीन को भी बंजर बना रही है। जिससे लगातार उत्पादन क्षमता घटती जा रही है।


कपड़े का मंगाया झोला


-हम पॉलिथीन का प्रयोग न करने को जागरूक कर रहे है। कपड़े का झोला मंगाया गया है।

रमेश विश्वकर्मा (व्यापारी)

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फैलाएंगे जागरूकता


-हानिकारक पॉलीथिन, डिस्पोजल, कैरी बैग आदि से छुटकारा दिलाने के विद्यार्थियों के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। इसके लिए हम सभी ने शपथ ली है।

संतोष सिंह, प्रधानाचार्य सर्वोदय इंटर कालेज असोथर

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नहीं करेंगे प्रयोग


-हम परिवार में पॉलीथिन कोई भी समान नहीं मंगाते है। घर को इससे मुक्त करते हुए औरों को भी प्रेरित कर रहें हैं।

उर्मिला गृहणी
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बुधवार, 21 अगस्त 2019

अब यूपी में नहीं बजा पाएंगे डीजे वाले बाबू गाना , हाईकोर्ट का शख्त आदेश , उल्लंघन पर 5 साल की जेल


अब यूपी में नहीं बजा पाएंगे डीजे वाले बाबू गाना , हाईकोर्ट का शख्त आदेश , उल्लंघन पर 5 साल की जेल

DJ Babu can no longer play in UP, High court order, 5 years in jail for violation

आपको याद होगा मशहूर पंजाबी रैप सिंगर बादशाह का एक गाना डीजे वाले बाबू मेरा गाना बजा दो बेहद फेमस हुआ था इसे वर्ष 2015 में  गाया गया था जिसे अब तक यूट्यूब में 250 मिलियन बार देखा जा चुका हैं ।

पर यूपी में खासतौर से डीजे वाले बाबू और सावधान हो जाइये अब शादी-विवाह, बर्थडे पार्टियों और त्यौहारों पर तेज आवाज में डीजे (DJ) बजाकर जश्न मनाना आपको महंगा पड़ जाएगा.

बता दें इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) ने डीजे बजाने की अनुमति देने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. हाईकोर्ट का कहना है कि ‘बच्चों, बुजुर्गों और अस्पतालों में भर्ती मरीजों सहित मानव स्वास्थ्य के लिए ध्वनि प्रदूषण बड़ा खतरा है’. वहीं, कोर्ट ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों की टीम बनाकर ध्वनि प्रदूषण की निगरानी करने और दोषियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

दरअसल, प्रयागराज के सुशील चंद्र श्रीवास्तव की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश न्यायमूर्ति पी के एस बघेल तथा न्यायमूर्ति पंकज भाटिया की खंडपीठ ने दिया है. कोर्ट ने कहा कि ‘ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण कानून का उल्लंघन नागरिकों के मूल अधिकारों का उल्लंघन होगा. इसलिए सभी धार्मिक त्यौहारों से पहले जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बैठक कर कानून का पालन सुनिश्चित कराएं. साथ ही ध्वनि प्रदूषण कानून का उल्लंघन करने पर 5 साल तक की कैद और एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है’.

याची सुशील चंद्र श्रीवास्तव का कहना था कि जिला प्रशासन ने रिहायशी इलाके हासिमपुर रोड पर एलसीडी लगाई है जो सुबह 04:00 बजे से आधी रात तक बजती रहती है. सुशील की मां 85 वर्ष की हैं, आसपास कई अस्पताल हैं और शोर से लोगों और मरीजों को परेशानी हो रही है. साथ ही बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है. शिकायत करने पर अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते है उल्टे ध्वनि प्रदूषण फैलाने में सहयोग कर रहे हैं. याचिका में ध्वनि प्रदूषण कानून का कड़ाई से पालन करने की मांग की गई थी.


हाईकोर्ट ने राज्य की योगी सरकार (Yogi Government) को दिए ये निर्देश

1- ध्वनि प्रदूषण कानून का उल्लंघन करने वाले पर प्राथमिकी दर्ज हो.

2- त्यौहारों से पहले अधिकारी बैठक कर ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाना सुनिश्चित करें.

3- कानून का पालन कराने की जिम्मेदारी संबंधित थानाध्यक्षों की होगी.

4- शहरी क्षेत्रों को औद्योगिक, व्यवसायिक और रिहायशी में श्रेणीबद्ध किया जाए.

5- शिकायत सुनने के लिए एक अधिकारी नियुक्त किया जाए.

6- ऐसे अधिकारी का फोन नंबर और अन्य ब्यौरा सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शित करें.

7- शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर जारी करें.

8- शिकायतें एक रजिस्टर पर दर्ज हों और उन पर कार्रवाई की जाए.

9- शिकायत मिलने पर पुलिस तत्काल कार्रवाई करे और शोर बंद कराए.

10- शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखा जाए और अनाम शिकायतें भी दर्ज हों.

11- एसएमएस, व्हाट्सएप और ई-मेल से भी शिकायतें दर्ज हों.

12- कार्रवाई न होने पर जनता का कोई भी आदमी अवमानना याचिका दाखिल कर सकता है.
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