यूपी: असोथर थानाध्यक्ष ने किया ऐसा काम, तहरीर देने आए गरीब माँ - बेटी ने किया सलाम
फतेहपुर - उत्तर प्रदेश में फतेहपुर जनपद के असोथर थानाध्यक्ष नेे एक ऐसी मिसाल पेश की जिसकी वजह से फरियाद करने आये फरियादियों के चहेरे पर खुशी आ गई और थानाध्यक्ष अपनी दरियादिली के कारण प्रशंसा का पात्र बन गये हैं।
जनपद फतेहपुर के असोथर थाना क्षेत्र के गांव पुरबुज़ुर्ग निवासी गेंदालाल एक गरीब रिक्शा चालक है।
वो रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता है। उसका पड़ोसी के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई।
थानाध्यक्ष ने पेश की मानवता की मिसाल
पड़ोसियों ने गेंदालाल के घर में घुसकर मारपीट की जिसकी शिकायत करने गेंदालाल की पत्नी उमा देवी अपनी दो पुत्री व एक पुत्र को लेकर असोथर थाने पहुंची थी।
वहां पर असोथर थाना प्रभारी कमलेश कुमार पाल ने पहले तो पीड़ित की समस्या सुनी और उसका समाधान करने के बाद एक अनोखी मिसाल पेश की।
उमा देवी की की नाबालिग बच्चियों व बच्चे के नंगे पैर, फटे हुए कपड़े देखकर असोथर थाना प्रभारी कमलेश कुमार पाल ने अपनी ओर से बच्चे व दोनों बच्चियों के लिए कपड़े, दुपट्टा व पैरों मै पहनने के लिए चप्पल भेंट की।
वहीं थाना प्रभारी की दरियादिली को देखकर माँ व बच्चें पुलिस की तारीफ करते हुए अपने घर लौट गए।
' हम पुलिस के बारे में बुरा ही सुनते थे '
पीड़ित उमा देवी ने बताया कि हमारी कुछ शिकायत थी वही करने के लिए हम थाने आये थे। दरोगा साहब ने पहले तो हमारी शिकायत सुनी उसके बाद हमारी गरीबी देखते हुए मेरे बच्चों को चप्पल, चुन्नी व बढियावाला सूट दिलवाया ।
हम पुलिस के बारे में बुरा सुनते थे लेकिन पुलिस बहुत बढ़िया हैऔर हम बहुत खुश है।
थानाध्यक्ष ने इस बारे में कहा
असोथर थानाध्यक्ष कमलेश कुमार पाल ने कहा कि ये माँ पुत्री पुरबुजुर्ग गांव के है।
पिता रिक्शा चलाता है ,बहुत गरीब लोग है। बिनाकपड़ों व चप्पलो के बच्चे इसके साथ आई थें इनमें एक बच्ची थोड़ी बड़ी भी हैं जो करीब 10 साल की है।
ऐसी स्थिति में मुझे लगा कि सवेदनशीलता बरतनी चाहिए। सबसे पहले तो शिकायत का समाधान कर रहा हूँ।
उसके लिए एक दरोगा को जांच करने भेज दिया है।
साथ ही साथ उसकी गरीबी को देखते हुए अपने निजी खर्चे से बच्चियों के लिए मैंने चप्पल सूट व दुप्पटा भी लाकर दिया है।
यह मेरी व्यक्तिगत भावनायें हैं।
Thanks sir ji....
जवाब देंहटाएंजय हिंद सर के जज्बातों को।
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