शुक्रवार, 26 मई 2023

यूपी में अब राशन की दुकानों पर मिलेगा मिठाई व दूध पावडर सहित ये 39 प्रकार की विभिन्न वस्तुएं, विभाग ने जारी किया शासनादेश

"सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिठाई, साबुन, दूध पाउडर व बेबी केयर उत्पाद समेत रोजमर्रा के काम आने वाली कुल 39 प्रकार की अन्य वस्तुएं अब होंगी उपलब्ध"

आत्मगौरव न्यूज .com

उत्तर प्रदेश में अब सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिठाई, साबुन, दूध पाउडर व बेबी केयर उत्पाद समेत रोजमर्रा के काम आने वाली कुल 39 प्रकार की अन्य वस्तुएं उपलब्ध होंगी। 

इस संबंध खाद एवं रसद विभाग ने बिक्री वाली वस्तुओं की सूची जारी की है। यह वस्तुएं उन मुख्य मार्गों पर बनी राशन की दुकानों पर उपलब्ध होंगी जहां से भारी वाहनों का आवागमन हो सकेगा। 

इस संबंध में खाद्य एवं रसद विभाग ने शासनादेश जारी किया है।इसमें कहा गया है कि इन वस्तुओं की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी। विभाग एक उच्चस्तरीय समिति बनाएगा, जो इन वस्तुओं की मात्रा कम या ज्यादा करने के बारे में निर्णय लेगी। 

39 प्रकार की अन्य वस्तुएं में खासकर जनोपयोगी वस्तुएं जैसे दूध, दूध से बने उत्पाद, बिस्कट, ब्रेड, गुड, घी, नमकीन, सूखे मेवे

मिठाई पैक्ड, मसाले, दूध पाउडर, बच्चो के कपड़े, राजमा, सोयाबीन, क्रीम, धूपबत्ती, कंघी, दर्पण, झाडू, पोछा, ताला, छाता, रेनकोट, वाल हैंगर, टूथब्रश, डिटर्जेंट पाउडर, मच्छररोधी अगरबत्ती, बर्तन धोने वाला साबुन, इलेक्ट्रिक सामान, टार्च, दीवार घड़ी, माचिस, नायलान व जूट की रस्सी, प्लास्टिक पानी पाइप, प्लास्टिक बाल्टी मग व छलनी, मिठाई, साबुन,दूध पाउडर भी अब इन दुकानों में मिलेगा। वहीं समय समय पर इन वस्तुओं की गुणवत्ता भी सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य सुरक्षा से संबंधी वस्तुएं हैंडवाश, बाथरूम क्लीनर, शेविंग किट, बेबी केयर, डायपर, साबुन, मसाज तेल व बाडी लोशन भी मिलेंगा, जबकि अभी राशन की दुकानों पर गेहूं, चावल, दाल, आटा, चीनी, खाद्य तेल, मिटटी का तेल, मोटा अनाज, नमक, साबुन, चाय, पेन कापी, ओआरएस घोल व सेनटरी नैपकीन आदि सामान मिलता हैं।

रिपोर्ट- लखनऊ डेस्क

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शुक्रवार, 20 जनवरी 2023

बिजली विभाग के संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण समस्याओं से जूझ रहे एक सैकड़ा से अधिक गांव

बिजली विभाग के संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण समस्याओं से जूझ रहे एक सैकड़ा से अधिक गांव



‘‘ एक महीने से ज्यादा समय नहीं तैनात असोथर जेई ,,

✍️ गौरव सिंह गौतम (संपादक आत्म गौरव न्यूज.com)

फतेहपुर - इन दिनों संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण असोथर क्षेत्र के एक सैकड़ा से अधिक गांवों के लोगों को आएं दिन बिजली की समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है , जहा एक ओर अगले माह से ही बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली है जिसके चलते बोर्ड परीक्षार्थियों को तैयारी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है , वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में किसान भाईयो को इस कड़ाके की ठंड में बिजली नहीं मिलने से गेंहू की फसल में सिंचाई करने में दिक्कत आ रही हैं .

शुक्रवार की शाम पांच बजे से खराब हुई हाईवोल्टेज ३३ हजार लाइन देर रात तक नहीं बन सकी जिससे क्षेत्र एक सैकड़ा से अधिक गांवों में अंधेरा पसरा रहा , वहीं  एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद असोथर स्थाई जेई नहीं आ पाए है नवम्बर २०२२ में असोथर उपकेंद्र के जेई राकेश कुमार यादव को बिजली विभाग (uppcl) द्वारा चलाए जा रहे नेवर पेड अभियान में लाफरवाही और कार्य में शिथिलता बरतने पर अधीक्षण अभियंता सैयद अब्बास रिजवी ने निलंबित करने के बाद जेई नीलेश मिश्रा को असोथर और जरौली का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था पर बदकिस्मती यह रही कि नवनियुक्त जेई नीलेश मिश्रा भी ज्यादा दिन नहीं रुक सके उन्हें १८ नवम्बर को निजी ट्यूबवेल से अवैध एलटी लाइन बनवाने में निलंबित कर दिया गया था इसके बाद से असोथर उपकेंद्र एसडीओ मोहम्मद जाहिद सिद्दकी की देख रेख में चल रहा था फिलहाल खागा प्रथम के जेई मुरारीलाल दुबे को असोथर का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है ।

जिस पर जेई महोदय असोथर अब तक शायद ही कभी कभार आए हो तो यह बड़ी बात है .

वहीं जब खागा एक्स सी एन मेघ सिंह व  असोथर उपकेंद्र के एसडीओ मोहम्मद जाहिद सिद्दकी से इस सम्बन्ध में वार्तालाप की तो उन्होंने बताया कि ९ जनवरी से अब तक जारी संविदा कर्मियों की हड़ताल की वजह बिजली की अघोषित कटौती  व हाईवोल्टेज लाइन ब्रेकडाउन होने की समस्याओं  सामना करना पड़ रहा है , प्राइवेट लोगों द्वारा किसी प्रकार बिजली बनवा कर सप्लाई शुरू करने की कोशिश की जा रही है , 

असोथर उपकेंद्र के लिए नए जेई के लिए चिठ्ठी भेजी गई हैं अधीक्षण अभियंता अगर गंभीरता से समस्या देखेगे तो २१ जनवरी २०२३ से नए जेई नियुक्त किए जाएंगे ।

खबर लिखे जाने के देर रात तक असोथर उपकेंद्र के सभी छह फीडर नरैनी , जरौली , घरवासीपुर , थरियांव , गाजीपुर व असोथर टाउन समेत जरौली पंप नहर कैनाल के साथ - साथ सैकड़ों गांवों की विद्युत आपूर्ति बाधित रही ।

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रविवार, 22 अगस्त 2021

रक्षाबंधन विशेष - ऐसे भी बीजेपी जिलाध्यक्ष दिवंगत बूथ अध्यक्ष की पत्नी को माना अपनी बहन बंधवाई राखी

 भाजपा के दिवंगत झाऊपुर वार्ड बूथ अध्यक्ष के घर पहुंच जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा ने बंधवाई राखी



👉 रक्षा सूत्र बंधा हर संभव मदद का दिया भरोसा


👉 अचानक पहुंचे जिलाध्यक्ष को देख भावुक हुई दिवंगत की पत्नी सुमित्रा देवी

✍🏻 विकास त्रिवेदी (वरिष्ठ पत्रकार जनपद फतेहपुर)

फतेहपुर - कुछ माह पहले सदर विधानसभा के झाऊपुर वार्ड के बूथ अध्यक्ष स्वतंत्र लोधी का आकस्मिक निधन हो गया था रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा दिवंगत बूथ अध्यक्ष के आवास बिना किसी सूचना के पहुँच गए  जिलाध्यक्ष के गाँव पहुचते ही लोगो का तांता लग गया 

जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा ने बूथ अध्यक्ष की विधवा पत्नी सुमित्रा लोधी से कहा कि आप से राखी बंधवाने आया हूं, ये सुनकर बूथ अध्यक्ष की पत्नी आश्चर्य चकित होकर भावुक हो गयी और श्री मिश्रा को रक्षा सूत्र बांधते हुए मिष्ठान खिलाकर व आरती उतारकर ख़ुशी का इज़हार किया l मौके पर जो भी मौजूद रहा सभी की आँखे नम हो गयी और इस भाई-बहन के पवित्र रिश्ते की शुरुआत पर जिलाध्यक्ष व सुमित्रा देवी को बधाई दी l

मौके पर उपस्थित लोगो का कहना रहा की भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र संस्कारो से संजोई गयी पार्टी है l भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जिसमे एक-एक कार्यकर्ता का मान-सम्मान बरकरार है, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण आज का वाक्या है l

सुमित्रा देवी ने कहा कि पहला नेता देखी हूँ जो हम जैसे छोटे कार्यकर्तओं को भी इतना महत्व और स्नेह देते है l परिवार की तरह प्यार देते है l

ये माहौल देख कर वहाँ खड़े कई लोग भी 



भावुक हो गए और जिलाध्यक्ष की तारीफ करते रहे l जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा ने पूरे परिवार का हर संभव सहयोग देने का भी वादा किया l

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शनिवार, 30 जनवरी 2021

फतेहपुर : व्हाट्सएप ग्रुप ने बिछड़े बच्चे को मिलाया

 

बच्चें को परिजनों को सुपुर्द करतें थानाध्यक्ष असोथर

फतेहपुर / असोथर - वैसे तो आए दिन किसी ने किसी विवादास्पद कमेंट से सोशल मीडिया बदनाम होती रहती है लेकिन अगर उसका सही इस्तेमाल हो तो यह बिछड़ों को मिला देती है। 

कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला शनिवार को। 

एक मंदबुद्धि बच्चा अपने परिजनों से बिछड़ गया। 

असोथर कस्बें की सड़कों पर रोता देखकर आसपास के दुकानदारों ने उसे पास बुला लिया, लेकिन मंदबुद्धि होने के कारण वह कुछ बता नहीं पा रहा था। 

काफी खोजबीन के बाद भी जब कुछ पता नहीं चल सका तो असोथर कस्बें के पत्रकार रिंकू आर्य ने उसकी फोटो एक न्यूज व्हाट्सएप के ग्रुप पर डाल दी। ग्रुप पर बच्चे की फोटो व डिटेल वायरल होते ही उसमें जुड़े लोग सक्रिय हो गए और आखिरकार करीब तीन घण्टे बाद बच्चे को उसके परिजन मिल गए।





बताया जाता है कि जनपद फतेहपुर के गाजीपुर निवासी अतुल कुमार जोशी का बच्चा अंश मंदबुद्धि हैं जो कि भटक कर असोथर कस्बें के बस स्टैंड पर आ गया था ।

रोते बिलखते बच्चे को देखकर आसपास के दुकानदारों ने बच्चे को पास बुलाकर नाम पता पूछना चाहा तो उन्हे पता चला की बच्चा मंदबुद्धि होने के कारण कुछ बता पानें में असमर्थ था । 

इसी दौरान असोथर कस्बा के दैनिक आज पत्रकार रिंकू आर्य ने बच्चे की फोटो व डिटेल आत्म गौरव न्यूज़. कॉम व्हाट्सएप ग्रुप में डाली व बच्चे को उसके परिजनों से मिलाने का सहयोग मांगा। 

फोटो ग्रुप पर वारयल हुई और  , इसी न्यूज ग्रुप में जुड़े गाजीपुर के राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार अजय सिंह ने जब बच्चे की फोटो को देखा तो उन्होंने 

एक दूसरे के पास उसे भेजा तो जानकारी हुई कि यह बच्चा गाजीपुर कस्बे के अतुल कुमार जोशी जी का हैं , उन्होंने ने बच्चे के परिजनों को जानकारी दी ..

परिजनों को जानकारी होने पर वह रात्रि लगभग 8 बजे असोथर थाने आएं , जहां पर थानाध्यक्ष रणजीत बहादुर सिंह ने बच्चें को उसके परिजनों को सुपुर्द किया ।

बच्चे को परिजनों से मिलने के बाद सभी ने राहत की सांस लेते हुए पत्रकार अजय सिंह ने न्यूज़ ग्रुप में दूसरी पोस्ट डाली कि प्रयास सफल बच्चा परिजनों को मिल गया।



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गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

फतेहपुर - रमजान में घर पर ही अदा करें पांचों वक्त का नमाज


रमजान में घर पर ही अदा करें पांचों वक्त का नमाज

फतेहपुर - असोथर कस्बें लॉकडाउन और आने वाले रमजान को लेकर असोथर थानाध्यक्ष हेमराज सरोज व असोथर क्षेत्र के कोरोना महामारी के प्रभारी गोविंद प्रसाद ने गुरुवार को कस्बे की मस्जिद सहित  मुस्लिम समाज के लोगों को कहा

कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए इससे बचने के लिए आने वाले दिनों में पवित्र महीना रमजान आरंभ होने वाला है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया 
कि उनके द्वारा अन्य लोगों को समझाया कि लोग मस्जिदों में जमघट ना लगाएं और पाचों वक्त का नमाज घरों में ही अदा करें। 

थानाध्यक्ष हेमराज सरोज ने कस्बें में लोगों से  पुलिस प्रशासन सभी आप लोगों के साथ हैं। इस संकट की घड़ी में सहयोग करते रहें। लॉकडाउन उसका पालन करना होगा। बावजूद इसके अगर कोई नहीं मानता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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बुधवार, 15 अप्रैल 2020

फतेहपुर - सूखे ताल-तलैया, पानी के लिए भटक रहे बेजुबान


फतेहपुर - सूखे ताल-तलैया, पानी के लिए भटक रहे बेजुबान


फतेहपुर : इस समय गर्मी चरम पर है। लोग कोरोना महामारी से तो परेशान हैं ही लॉकडाउन में 
गरम तेज हवाओं के थपेड़े आदमी तो क्या जानवरों तक को झुलसा रहा है, लेकिन इन बेजुबानों को प्यास बुझाने के लिए न तो तालाबों में पानी है और न ही नहरों, पोखरों में पानी बचा है। 
तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच जाने से पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है जिससे चहुंओर पानी का संकट खड़ा हो गया है। 
सबसे अधिक परेशानी जानवरों को हो रही है जिन्हें पीने तक को पानी नहीं मिल रहा है। 
आजकल बिन पानी सब सून वाली कहावत चरितार्थ होती दिख रही है। 

खासकर गांवों के हालात तो बहुत खराब हैं।

गांव के तालाब, पोखरे, गड्ढे सब सूखे पड़े हैं। 
पानी की एक बूंद भी तालाबों या पोखरों में दिखाई नहीं दे रही है। पानी के लिए व्याकुल जानवर पानी की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं। 

आलम यह है कि सिचाई विभाग की नहरें भी सूख चुकी हैं। 
ऐसे में ग्रामीणों को कुएं-पोखरे की याद सताने लगी है जिन्हें खुद उन्होंने बर्बाद कर डाला है। रही-सही कसर प्रशासन की तालाबों एवं पोखरों के प्रति उदासीनता ने खत्म कर दी। 

पानी की कमी से बिलबिलाते पशु-पक्षी अपनी परेशानी बताएं तो किससे। 
उनकी मजबूरी भी कोई समझने वाला नहीं है। 
असोथर क्षेत्र के ग्रामसभा सरकंडी , बेर्राव , कंधिया , बिलारीमउ , गोपलापुर मनावां आदि दर्जनों गांवों के तालाबों में पानी की एक बूंद भी नहीं बची है। 
तालाबों व नहरों से उड़ती धूल, सूखी वनस्पतियां स्वयं ही हालात को बयां कर रही हैं। 

चिलचिलाती धूप में जानवर पानी में नहाकर तरोताजा भी नहीं हो पा रहे हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि पानी की कमी से जानवरों को भारी परेशानी हो रही है। 

हैंडपंपों का जलस्तर गिर रहा है। अधिकतर खराब हैं। 
जो सही भी हैं उनमें पानी कम रह गया है। 
कुछ समय चलाने के बाद पानी की एक बाल्टी भर पाती है। 
ऐसे में जानवरों के शरीर का तापमान कम नहीं किया जा सकता है। 
अत्यधिक गर्मी का असर दुधारू मवेशियों पर पड़ रहा है। 
ग्रामीणों ने प्रशासन से इस ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कारगर कदम उठाने की मांग की है। 

जरौली पम्प कैनाल बंद होने से जायद फसलें सूखने की कगार पर

सूखी असोथर की नहर

असोथर विकास खंड क्षेत्र के जरौली गांव के पास यमुना नदी में पंप कैनाल लगा है। 
इसमें सात पंपों से 400 क्यूसेक पानी निकालने वाली क्षमता की मशीनें लगी हुई हैं।
जिससे असोथर क्षेत्र के अलावा, विजयीपुर, धाता विकास खंड क्षेत्र के किसान फसलों की सिंचाई करते हैं।
इसके बावजूद नहर से धूल का गुबार उठ रहा है। 
बता दें कि क्षेत्र की सिचाई व्यवस्था जरौली पंप कैनाल पर निर्भर है। परन्तु पूर्व में जरौली पंप कैनाल नहर के रास्तों पर पड़ने वाले पुल , नहर पटरी आदि के निर्माण के लिए पंप कैनाल को बंद किया गया था , पर इस समय कोरोना महामारी के चलते 3 मई तक लॉकडाउन के चलते सभी निर्माण कार्य बंद हैं , किसानों का कहना हैं , कि सिंचाई विभाग चाहें तो कैनाल के एक दो पंप ही फिलहाल शुरू कर दे जिससे किसानों सहित जानवरों पानी मिलने से  काफी राहत मिल जाएंगी ।
नहरों के भरोसे जायद की फसल मूंग , उड़द , व सब्जियों की खेती भिंडी , तरोई , खीरा , करेला आदि की खेती करने वाले किसान पानी के लिए व्याकुल हो रहे हैं। 
साथ ही प्रतिदिन नहर में पानी आने की बाट जोह रहे हैं।

विधातीपुर गांव निवासी किसान बिंदराज पासवान ने बताया कि नहर में पानी न आने से इस क्षेत्र के किसान मूंग , उड़द  की फसल में समय से पानी न लगा पाने के लिए विवश हैं। 
यह हम किसानों पर आघात जैसा है।
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शनिवार, 28 मार्च 2020

फतेहपुर में कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता फैलाने के साथ जरूरतमंदों का पेट भर रही जिले की पुलिस

जरूरतमन्द गरीबों को भोजन देते गाजीपुर थानाध्यक्ष आशीष सिंह

फतेहपुर में कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता फैलाने के साथ जरूरतमंदों का पेट भर रही जिले की पुलिस

फतेहपुर - जनपद सहित पूरे देश  में कोरोना वायरस संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान फतेहपुर पुलिस जिले के थानों / चौकियों के मुहल्लों , चौक चौराहों में जाकर लोगों को जागरूक कर रही है। 


फतेहपुर पुलिस की अलग-अलग टीम लोगों को जागरूक करने के साथ स्लम एरिया में बेसहारा और जरूरतमंद लोगों को खाना भी मुहैया करवा रही है। 
इसके अलावा सैनिटाइजर और मास्क भी उन्हें दिया जा रहा है। 

पुलिस लोगों से लॉकडाउन नियमों की पालना करने के साथ घर में ही रहने की अपील कर रही है। जरूरत पड़ने पर संबंधित हेल्पलाइन नंबर से मदद मांगने के लिए भी कहा जा रहा है। 
इसके साथ ही कोरोना वायरस से बचने के साथ अपनी मदद कैसे करें, पुलिस विभाग के अधिकारी और कर्मचारी जगह-जगह जाकर लोगों को बता रहे हैं। 

सोशल डिस्टेंसिंग नहीं करने की बढ़ रही शिकायतें



पुलिस अधिकारियों के अनुसार शहर वासियों को रूटीन की जरूरतों के लिए बाहर निकलने पर सोशल डिस्टेंसिंग की दिक्कत आ रही है। 
सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की पालन नहीं करने पर लोग एरिया में इकट्ठा भी हो जाते हैं। 
इससे आसपास के लोगों द्वारा लगातार शिकायतें पुलिस कंट्रोल रूम में बढ़ रही है। 


गाजीपुर थानाध्यक्ष और हरिहरगंज , राधानगर चौकी इंचार्ज ने बांटा जरूरतमंदों को खाना



गाजीपुर थाना के युवा थाना प्रभारी आशीष सिंह ने जरूरतमंद लोगों को खुद खाना पहुंचाया। शनिवार को उन्होंने अपने हाथों से बच्चों को खाना देकर सब लोगों तक खाना पहुंचाया। 

इसके अलावा थाना प्रभारी आशीष सिंह ने अपनी पुलिस टीम के साथ गाजीपुर क्षेत्र के युवाओं को लेकर एक टीम बनाई। 
जोकि उन लोगों तक खाना लेकर जा रही है, जिन्हें किसी कारण खाने को कुछ भी नहीं मिल रहा।

हरिहरगंज इंचार्ज विजय कुमार त्रिवेदी जरूरतमंदों को फल व बिस्किट देते हुए 
शनिवार को हरिहरगंज चौकी इंचार्ज विजय कुमार त्रिवेदी राधानगर चौकी इंचार्ज अश्विनी सिंह ने भी अपनी पुलिस टीम के साथ मिलकर जरुरतमंद लोगों को खाना पहुंचाया। 
इसके अलावा उन्होंने इलाके में जरूरतमंद लोगों को कहा कि इमरजेंसी और किसी भी प्रकार की मदद के लिए कभी भी फतेहपुर पुलिस उनकी सहयाता के लिए तैयार है।    

हरिहरगंज इंचार्ज अश्विनी सिंह जरूरतमंद को भोजन देते हुए 
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मंगलवार, 22 अक्तूबर 2019

असोथर में प्रतिबंध के बाद भी पॉलीथिन इस्तेमाल


असोथर में प्रतिबंध के बाद भी पॉलीथिन इस्तेमाल


Polyethylene used In Asothar even after the ban  

फतेहपुर / असोथर : यूपी में पॉलीथिन पर प्रतिबंध के बावजूद फतेहपुर जिले के असोथर क्षेत्र में अब भी इसका धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है। 
कहीं चोरी-छिपे तो कहीं खुलेआम पॉलीथिन में समान दिया जा रहा है। 
पॉलीथिन के प्रतिबंध को लेकर प्रशासनिक अभियान भी चल रहा है। 
इसके बाद भी शहर, नगर व ग्रामीण अंचलों में धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है। 
इसकी खपत बढ़ गई है। 
प्रतिबंध के बावजूद दुकानदारों द्वारा पॉलीथिन का उपयोग करके समान दिया जा रहा है। 
फल, सब्जी, दूध, किराना आदि स्थानों पर नियम की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं। 
गत वर्ष की भांति इस वर्ष सप्ताह भर पॉलीथिन पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए अधिकारियों ने दुकानों पर छापेमारी की। 
इसका असर भी दिखा। दुकानों से पॉलीथिन गायब हो गई, लेकिन प्रयोग फिर से बढ़ने लगा है।

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बढ़ रही समस्या

इस मामले में सरकार के साथ साथ लोगों को स्वयं जागरूक होने की जरूरत हैं 
पॉलिथीन और प्लास्टिक से शहर से लेकर गांव तक लोगों की सेहत बिगाड़ रही है। 
नाले-नालियों में अक्सर पॉलिथीन से भरा मिलता है। 
इसके चलते जलनिकासी बाधित हो रही है। 
कूड़े-कचरे का उचित ढंग से निस्तारण नहीं हो पाता।

प्रवीणानन्द खंड विकास अधिकारी असोथर


स्वास्थ्य के लिए हानिकारक


प्लास्टिक के गिलासों में चाय या फिर गर्म दूध का सेवन करने से उसका केमिकल लोगों के पेट में चला जाता है। 
इससे डायरिया के साथ ही अन्य गम्भीर बीमारियाँ होती हैं।


डा. उपेंद्र कुमार पीएचसी असोथर

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पॉलीथिन से दर्जनों पशु बने काल का ग्रास


कस्बे के रहने वाले गौ सेवक सूरज सिंह का कहना हैं 

पॉलीथिन का बहुतायत में प्रयोग पर्यावरण को बिगाड़ रहा है। पॉलीथिन का प्रयोग से क्षेत्र में दर्जनों निरीह पशु काल का ग्रास बन चुके हैं। 
यही नहीं पॉलीथिन उपजाऊ जमीन को भी बंजर बना रही है। जिससे लगातार उत्पादन क्षमता घटती जा रही है।


कपड़े का मंगाया झोला


-हम पॉलिथीन का प्रयोग न करने को जागरूक कर रहे है। कपड़े का झोला मंगाया गया है।

रमेश विश्वकर्मा (व्यापारी)

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फैलाएंगे जागरूकता


-हानिकारक पॉलीथिन, डिस्पोजल, कैरी बैग आदि से छुटकारा दिलाने के विद्यार्थियों के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। इसके लिए हम सभी ने शपथ ली है।

संतोष सिंह, प्रधानाचार्य सर्वोदय इंटर कालेज असोथर

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नहीं करेंगे प्रयोग


-हम परिवार में पॉलीथिन कोई भी समान नहीं मंगाते है। घर को इससे मुक्त करते हुए औरों को भी प्रेरित कर रहें हैं।

उर्मिला गृहणी
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बुधवार, 21 अगस्त 2019

अब यूपी में नहीं बजा पाएंगे डीजे वाले बाबू गाना , हाईकोर्ट का शख्त आदेश , उल्लंघन पर 5 साल की जेल


अब यूपी में नहीं बजा पाएंगे डीजे वाले बाबू गाना , हाईकोर्ट का शख्त आदेश , उल्लंघन पर 5 साल की जेल

DJ Babu can no longer play in UP, High court order, 5 years in jail for violation

आपको याद होगा मशहूर पंजाबी रैप सिंगर बादशाह का एक गाना डीजे वाले बाबू मेरा गाना बजा दो बेहद फेमस हुआ था इसे वर्ष 2015 में  गाया गया था जिसे अब तक यूट्यूब में 250 मिलियन बार देखा जा चुका हैं ।

पर यूपी में खासतौर से डीजे वाले बाबू और सावधान हो जाइये अब शादी-विवाह, बर्थडे पार्टियों और त्यौहारों पर तेज आवाज में डीजे (DJ) बजाकर जश्न मनाना आपको महंगा पड़ जाएगा.

बता दें इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) ने डीजे बजाने की अनुमति देने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. हाईकोर्ट का कहना है कि ‘बच्चों, बुजुर्गों और अस्पतालों में भर्ती मरीजों सहित मानव स्वास्थ्य के लिए ध्वनि प्रदूषण बड़ा खतरा है’. वहीं, कोर्ट ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों की टीम बनाकर ध्वनि प्रदूषण की निगरानी करने और दोषियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

दरअसल, प्रयागराज के सुशील चंद्र श्रीवास्तव की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश न्यायमूर्ति पी के एस बघेल तथा न्यायमूर्ति पंकज भाटिया की खंडपीठ ने दिया है. कोर्ट ने कहा कि ‘ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण कानून का उल्लंघन नागरिकों के मूल अधिकारों का उल्लंघन होगा. इसलिए सभी धार्मिक त्यौहारों से पहले जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बैठक कर कानून का पालन सुनिश्चित कराएं. साथ ही ध्वनि प्रदूषण कानून का उल्लंघन करने पर 5 साल तक की कैद और एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है’.

याची सुशील चंद्र श्रीवास्तव का कहना था कि जिला प्रशासन ने रिहायशी इलाके हासिमपुर रोड पर एलसीडी लगाई है जो सुबह 04:00 बजे से आधी रात तक बजती रहती है. सुशील की मां 85 वर्ष की हैं, आसपास कई अस्पताल हैं और शोर से लोगों और मरीजों को परेशानी हो रही है. साथ ही बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है. शिकायत करने पर अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते है उल्टे ध्वनि प्रदूषण फैलाने में सहयोग कर रहे हैं. याचिका में ध्वनि प्रदूषण कानून का कड़ाई से पालन करने की मांग की गई थी.


हाईकोर्ट ने राज्य की योगी सरकार (Yogi Government) को दिए ये निर्देश

1- ध्वनि प्रदूषण कानून का उल्लंघन करने वाले पर प्राथमिकी दर्ज हो.

2- त्यौहारों से पहले अधिकारी बैठक कर ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाना सुनिश्चित करें.

3- कानून का पालन कराने की जिम्मेदारी संबंधित थानाध्यक्षों की होगी.

4- शहरी क्षेत्रों को औद्योगिक, व्यवसायिक और रिहायशी में श्रेणीबद्ध किया जाए.

5- शिकायत सुनने के लिए एक अधिकारी नियुक्त किया जाए.

6- ऐसे अधिकारी का फोन नंबर और अन्य ब्यौरा सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शित करें.

7- शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर जारी करें.

8- शिकायतें एक रजिस्टर पर दर्ज हों और उन पर कार्रवाई की जाए.

9- शिकायत मिलने पर पुलिस तत्काल कार्रवाई करे और शोर बंद कराए.

10- शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखा जाए और अनाम शिकायतें भी दर्ज हों.

11- एसएमएस, व्हाट्सएप और ई-मेल से भी शिकायतें दर्ज हों.

12- कार्रवाई न होने पर जनता का कोई भी आदमी अवमानना याचिका दाखिल कर सकता है.
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सोमवार, 19 अगस्त 2019

लोन माफ करेगी मोदी सरकार , छोटे कर्ज से परेशान लोगों को बड़ा तोहफा,


लोन माफ करेगी मोदी सरकार ,
छोटे कर्ज से परेशान लोगों को बड़ा तोहफा, 

Modi government will forgive the loan,
Big gift to people troubled by small loans,

छोटे कर्ज के तले दबे लोगों को मोदी सरकार बड़ा तोहफा दे सकती है। इंसोल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (आईबीसी) के तहत इन लोगों को नए सिरे से शुरुआत करने का अवसर प्रदान करने के लिए सरकार इनके कर्ज माफ कर सकती है। इसको लेकर योजना तैयार हो रही है।

कारपोरेट मामलों के सचिव इंजेती श्रीनिवास ने कहा कि आर्थिक रूप से गरीब वर्ग के लोगों को कर्ज से मुक्ति दिलाने के लिए लोन माफी की योजना बनाई जा रही है। इसके स्वरूप को लेकर माइक्रो फाइनेंस इंडस्ट्री से बातचीत चल रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह कर्ज माफी व्यक्तिगत दिवालियापन से जुड़े मामलों में दी जाएगी जोकि आर्थिक रूप से गरीब लोगों को सबसे ज्यादा व्यथित करती है।

5 साल में एक बार होगा कर्ज माफ

उन्होंने कहा, ‘यदि आपने एक बार नई शुरुआत का लाभ उठा लिया तो आपको पांच साल के लिए इसका लाभ नहीं मिल सकता है। हमने माइक्रोफाइनेंस उद्योग की संतुष्टि के लिए सभी शर्तों पर काम कर लिया है।’ श्रीनिवास ने कहा, ‘यह हेयरकट लेने के समान होगा। राष्ट्रीय स्तर पर तीन से साल की अवधि के लिए यह 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा नहीं होगा।’

IBC की शर्तें

आईबीसी के तहत ‘नई शुरुआत’ के लिए कई सीमाएं हैं, जिसमें कर्जदार की सकल सालाना आय 60,000 रुपए से अधिक नहीं होना भी शामिल है। कर्जदार की संपत्ति का कुल मूल्य 20 हजार रुपए और माफी के लिए पात्र कर्ज 35 हजार रुपए से ज्यादा नहीं होना चाहिए। आईबीसी के मुताबिक, इसके साथ ही ऐसे व्यक्ति के पास अपना आवास भी नहीं होना चाहिए।


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मंगलवार, 4 जून 2019

असोथर क्षेत्र में गहराया जल संकट , सूखे कुएं व हैंडपंपों ने छोड़ा साथ , ग्रामीण परेशान पानी के लिए खेतों में लगें समर्सिबल पम्प और कुओं पर भटकने की मजबूरी



असोथर क्षेत्र में गहराया जल संकट , सूखे कुएं व हैंडपंपों ने छोड़ा साथ , ग्रामीण परेशान

पानी के लिए खेतों में लगें समर्सिबल पम्प और कुओं पर भटकने की मजबूरी

Deepening water crisis in the asothar region, dry wells and handpumps left, along with rural distress

Take the fields for the water and use the common pump to wander on the well.

फतेहपुर - जिले के यमुना कटरी के बीहड़ व अतिपिछड़े क्षेत्र असोथर में ज्यों-ज्यों गर्मी अपना प्रचंड रूप लेती जा रही है वैसे ही ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की किल्लत भयावह रूप लेती जा रही है। कस्बा सहित क्षेत्र के कुओं का जलस्तर बेहद घट गया है तो हैंडपंप बीमार पड़े हुए है। पानी की समस्या को लेकर प्रशासन तनिक भी गंभीर नहीं है जिससे ग्रामीणों को दूर-दूर खेतों से पानी ढ़ोने की मजबूरी बनी हुई है।

जिले में तापमान 45 डिग्री को पार कर गया है, गर्मी की प्रचंडता के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त है। 
लोग सुबह से ही प्रखर धूप का एहसास होने के कारण आवश्यक कार्यों के लिए ही घरों से बाहर निकल रहे है। 
गर्मी के रौद्र रूप लेने से कामकाज पर असर पड़ रहा है, आगामी नौतपा को लेकर लोग जहां चिंतित हैं तो वहीं पानी का संकट भी उत्पन्न हो गया है।

जिला मुख्यालय और कस्बाई इलाकों में निकायों के माध्यम से पानी की आपूर्ति नलों और टैंकरों के सहारे की जा रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में हालात दयनीय है। 
जिले के अनेक गांवों में पानी के समुचित प्रबंध न होने की वजह से ग्रामीण बेहद परेशान है। 
ग्रामीण क्षेत्रों में नल जल योजनाएं दिखावा बनी हुई हैं तो हैंडपंप भी बीमार पड़े हुए है।

ग्राम पंचायत स्तर और जल निगम से भले ही हैंडपंपों को सुधारने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन हालात यह हैं कि कई गांवों के हैंडपंप खराब हैं तो कई केवल जंगयुक्त पानी उगल रहे है। ऐसे में ग्रामीणों को दूर खेतों से पानी ढ़ोने की मजबूरी बनी हुई है। असोथर विकासखंड के ग्राम सरकंडी के कई मजरों में पानी की समस्या का निदान नहीं हो सका। 
यहां के ग्रामीणों को पंचायत चुनाव की रंजिश का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। 
ग्रामीणों का आरोप है कि विकासखंड स्तर के अधिकारी संवेदनहीन हो चुके हैं। 
असोथर विकासखंड की ग्राम पंचायत असोथर के प्रतापनगर झाल चौराहे पर लगा सरकारी हैंडपंप गंदा और कीचड़ युक्त पानी दे रहा हैं , असोथर के मजरा सीर में लगभग 60 घरों के लिए कुल एक हैंडपंप हैं हैंडपंप रुक-रुक कर पानी दे रहा है, जंग छोड़ रहा है। यहां के निवासी बालकरण पासवान ने बताया कि गांव के किसानों के खेतों में स्थित कुओं का जल स्तर भी पूरी तरह से नीचे चला गया है। 
ग्रामीणों को पानी ढ़ोने के लिए तपती धूप में दूर तक जाने के बाद पानी के लिए पसीना बहाना पड़ रहा है। 

इधर असोथर के मजरा विधातीपुर के वाशिंदों बृजमोहन पासवान , बिमल कुमार , रामशरण , लल्लू , राकेश , कामता आदि ने बताया कि पूरे गांव में पानी की विकराल समस्या है तो यहां के दलित समाज बाहुल्य मुहल्ले में राजमाता के समय बने दूषित कुएं का जल मजबूरन पीना पड़ रहा हैं शादी ब्याह व अन्य किसी धार्मिक आयोजन के लिए पानी की तलाश करनी पड़ती है।

इनका कहना है


असोथर ग्राम पंचायत के निवासियों को गांवों में खराब पड़े सरकारी हैंडपंपों एवं नलजल योजनाओं के बारे में जानकारी देने को कहा गया था। 
कुछ जगह से ही जानकारियां मिली हैं। 
जहां से भी सूचनाएं आती हैं वहां तत्काल दल को भेजकर हैंडपंप ठीक कराए जा रहे हैं। 
जिन गांवों की जानकारी आपसे मिल रही है वहां भी तुरंत टीम को भेजकर हैंडपंपों को सुधारा जाएगा। 
कस्बे में कहीं भी जल संकट न हो मेरे द्वारा व जल निगम विभाग इसी प्रयास में लगा है।

रामकिंकर अवस्थी
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कस्बा असोथर 


काम नहीं आ सकीं जल निगम की योजनाएं


जिले में पेयजल संकट के दौरान जल निगम योजनाएं भी काम नहीं आ पा रही है। 
कस्बा असोथर में 35 वर्ष पूर्व बनी पानी टँकी शो - पीस बनी हुई हैं ।
पिछले एक पखवाड़े में दो बार जल - निगम पानी टँकी असोथर की मोटर दो बार फुंक चुकी हैं , और कस्बा बाजार सहित क्षेत्र में पानी के लिए लोगों में त्राहि - त्राहि मची हुई हैं ।
असोथर विकास खंड परिसर में 35 वर्ष पूर्व बनी इस पानी टँकी से पहले कस्बा असोथर सहित क्षेत्र के विधातीपुर , कठौता , सुजानपुर , बनपुरवा , चुनका का डेरा झाल , हरनवां आदि गांवों में इसी पानी टँकी से जलापूर्ति होती थी , पर पिछले एक दशक से ध्वस्त व जर्जर पड़ी पाइपलाइन से इन गांवों की जलापूर्ति बंद हैं , जिससे लोग बूंद बूंद पानी के लिए तरसने को मजबूर हैं ।
योगी व मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही ग्रामीणों को नल जल योजनाएं ग्रामीणों को पानी नहीं दे पा रही है।


नौतपा झुलसाएंगे फिर होगी मुश्किल


आगामी 5 जून से नौतपा शुरू होने जा रहे हैं तब ग्रामीणों को भारी मुश्किल दौर से गुजरना पड़ेगा। ग्राम सरकंडी के राकेश सिंह का कहना है कि खेतों में बने कुओं की तलहटी तक पानी पहुंच गया है जिससे न सिर्फ ग्रामीणों को लंबी रस्सी खरीदनी पड़ रही है बल्कि भीषण धूप में महिलाओं और खासतौर से बच्चों को पानी खींचना मुश्किल हो रहा है। ग्राम पंचायतें पूरी तरह से उदासीन है और जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा भी पेयजल समस्या को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। 
पूर्व के वर्षों तक पानी का परिवहन करने के लिए पंचायतों को आदेश दिए गए थे लेकिन अब ऐसी व्यवस्था न होने से ग्रामीणों को भीषण पेयजल समस्या से दोचार होना पड़ रहा है।

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बुधवार, 22 मई 2019

लखनऊ से फतेहपुर आयी खनन टीम का मौरंग खदान पर छापा बड़ी कार्यवाही , जलधारा से मौरंग निकालती मिली हैवी पोकलैंड मशीनें


Up Government Lucknow Mining team raided of Fatehpur on Silt mine,

Heavy Machines Found Large Proceedings, silt Water

लखनऊ से फतेहपुर आयी खनन टीम का मौरंग खदान पर छापा

बड़ी कार्यवाही , जलधारा से मौरंग निकालती मिली हैवी पोकलैंड मशीनें

फतेहपुर : जनपद में आज दोपहर मंगलवार को गाजीपुर थानाक्षेत्र के देवलान मौरंग खदान पर खनन निदेशक डॉ० रोशन जैकब व उनकी टीम ने छापा मारा , जिसमें मौरंग खदान में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं मिली हैं । लोगों में चर्चा यह भी रही कि यह  देवलान मौरंग खदान में जिले के एक बहुचर्चित मछली व्यवसायी के द्वारा लखनऊ स्तर पर की गई शिकायतों व एक मंत्री जी की पैरवी पर पहुंची थीं। 

मौरंग खदान में जांच करती लखनऊ से आई टीम

इस दौरान देवलान मौरंग खदान में खनन टीम भारी पैमाने पर अनियमितताएं मिली हैं , जिनकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई हैं , मौके पर माँ कालिंदी का सीना चीर कर जलधारा से मौरंग निकालने वाली नौ हैवी पोकलैंड मशीनें , व अवैध रूप से ओवरलोड मौरंग का परिवहन कर  रहें आठ ट्रकों पर कार्यवाही की गई हैं ।

उत्तर प्रदेश सरकार के खनन विभाग की टीम देवलान मौरंग खदान पहुंचने से अन्य खदान संचालकों में भी हड़कंप की स्थिति बनी रहीं , जिनमे कई मौरंग खदानों में मशीनों की गड़गड़ाहट व ट्रकों व ट्रैक्टरों का परिवहन भी ठप रहा ..

गाजीपुर थानाक्षेत्र के  देवलान मौरंग खदान में प्रमुख सचिव रोशन जैकब व उनकी टीम लगभग आधे घंटे तक मौजूद रहीं , अवैध खनन की जांच पर आई टीम ने मौरंग खदान पर अभिलेखों व रजिस्टरों को जांचा परखा व साथ ही एन.जी.टी. के नियमों को ताक पर रखकर खदान पर अवैध खनन कर रही प्रतिबंधित हैवी पोकलैंड मशीनों की वीडियोग्राफी व तसवीरें ली गई ।

खनन टीम ने इस मामले में जिलाधिकारी फतेहपुर संजीव कुमार सिंह को नियमानुसार कड़ी कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं।

खनन निदेशक डॉ० रोशन जैकब के यहां से जाते ही जिलाधिकारी कार्यालय के निर्देश पर मौके पर खनन अधिकारी सौरभ गुप्ता व स्थानीय लेखपाल व पुलिस पहुंची ..
जिसमें पुलिस ने खदान से दूर छिपाकर खड़ी की गई पोकलैंड मशीन बरामद की है। 
जांच के बाद एफआईआर दर्ज हो सकती है। 
खनन अधिकारी सौरभ गुप्ता ने बताया जांच रिपोर्ट को सौंपी जाएगी। 
जिलाधिकारी के निर्देश अनुसार ही अग्रिम कार्यवाही की जाएंगी।
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सोमवार, 20 मई 2019

आखिर क्‍या होता है Exit Poll, कैसे होता है तैयार, यहां जानिये हर बात...

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What happen the exit poll, how it is ready, know everything here ...

आखिर क्‍या होता है Exit Poll, कैसे होता है तैयार, यहां जानिये हर बात...

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के सातवें चरण और अंतिम चरण का मतदान हो रहा है. वोटिंग के खत्म होने के साथ ही एग्जिट पोल (Exit Poll 2019) के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. एग्जिट पोल पार्टियों की धड़कनों को बढ़ाएगा. कौन सी पार्टी को कितनी सीटें मिल रही है, विजयी रथ पर सवार कौन होगा ये भी एग्जिट पोल 2019 के जरिए साफ होता है. ऐसा नहीं है कि एग्जिट पोल हमेशा सही साबित होते हैं, ऐसे में ये जानना जरूरी है कि Exit Poll होता क्या है? 



क्या होते हैं एग्जिट पोल?



एग्जिट पोल (Exit Poll) एक सर्वे के माध्यम से सामना आता है. इस सर्वे के माध्यम से यह पता लगाने की कोशिश की जाती है कि चुनाव परिणाम कैसे और किसके पक्ष में आ रहे हैं. जब मतदाता अपना वोट डालकर निकल रहा हो तब उससे पूछा जाए कि उसने किसे वोट दिया. इस आधार पर किए गए सर्वेक्षण से जो व्यापक नतीजे निकाले जाते हैं उन्हें ही एक्जिट पोल कहते हैं.



एग्जिट और पोस्ट पोल से सटीक आते है परिणाम



एग्जिट पोल (Exit Poll) को सटीक बनाने के लिए काफी फील्ड वर्क करना होता है. एजेंसी ये जानती हैं कि सिर्फ मतदान देकर बाहर आए मतदाताओं की राय मात्र से ही रिपोर्ट तैयार नहीं की जा सकती है. इसलिए एजेंसियां मतदान के तुरंत बाद मतदाता से राय जानकर मोटा-मोटा हिसाब लगा लेती है. मतदान के दो-चार दिन के बाद सटीक रिजल्ट्स के लिए पोस्ट पोल किया जाता है. इसके माध्यम से वोटर की राय जानने की कोशिश की जाती है. कहा जाता है कि पोस्ट पोल के परिणाम ज्यादा सटीक होते हैं. 

ऐसे सामने आते हैं आंकड़े


कोई भी पोल हो, उसके आंकड़े सर्वे के माध्यम से सामने आते हैं. इसके लिए सैंपलिंग भी की जाती है. सर्वे में आंकड़े हासिल करने के लिए फील्ड वर्क किया जाता है. इसकी सैंपलिंग के लिए चुनावी सर्वे करने वाली एजेंसी के लोग मतदाताओं से राय लेते हैं. कई बार यह डाटा बातचीत तो कई बार कोई फॉर्म भरवाकर हासिल किए जाते हैं. कई बार इंटरनेट के माध्यम से भी आंकड़े जुटाए जाते हैं. यह डाटा उम्र, आयु वर्ग, आय वर्ग, जाति, क्षेत्र आदि के आधार पर इकट्ठे किए जाते हैं. 

इन देशों से सामने आते हैं एग्जिट पोल


दुनिया के कई लोकतांत्रिक देशों का एग्जिट पोल को लेकर अलग-अलग मत है. बेल्जियम, डेनमार्क, जर्मनी और आयरलैंड जैसे देशों में एग्जिट पोल करने को खुली छूट है जबकि चीन, दक्षिण कोरिया और मैक्सिको में कुछ शर्तों के साथ एग्जिट पोल की इजाजत है.

#एग्जिटपोल2019
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रविवार, 19 मई 2019

एग्जिट पोल 2019: नरेंद्र मोदी कर रहे सत्ता में धमाकेदार वापसी

NEWS

Exit poll 2019 Predicts Narendra Modi led NDA coming back to power

एग्जिट पोल 2019: नरेंद्र मोदी कर रहे सत्ता में धमाकेदार वापसी
By Team 

लोकसभा चुनाव के सभी सात चरणों का मतदान संपन्न होने के बाद मीडिया चैनलों पर एग्जिट पोल आ गए हैं। लगभग सभी एग्जिट पोल में भाजपा की सत्ता में वापसी का दावा किया गया है। 

लोकसभा चुनाव 2019 की प्रक्रिया सातवें चरण का मतदान होने के साथ ही संपन्न हो गई।
सभी न्यूज चैनलों पर नई सरकार को लेकर एग्जिट पोल दिखाया जा रहा है। प्रमुख चैनलों के एग्जिट पोल में नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले एनडीए की सत्ता में धमाकेदार वापसी का अनुमान लगाया गया है। टाइम्स नाऊ/वीएमआर के मुताबिक, एनडीए को 306 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं आजतक/एक्सिस माय इंडिया के शुरुआत आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र में क्लीन स्वीप के करीब है। उधर, रिपब्लिक/जन की बात ने एनडीए को 295 से 315 सीटें दी हैं। वहीं भाजपा को मिलने वाली सीटों का आंकड़ा 254 से 270 तक बताया गया है। 

रिपब्लिक/सी-वोटर का एग्जिट पोल भी एनडीए के बहुमत वाली सरकार बनने के स्पष्ट संकेत दे रहा है। इसकी मानें तो भाजपा की अगुआई वाला एनडीए गठबंधन 287 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी कर रहा है। कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूपीए 128 सीटें हासिल कर सकता है। महागठबंधन को 40 और अन्य को 87 सीटें मिल सकती हैं। 

हालांकि लोकसभा 2014 के चुनाव में लगभग सभी एग्जिट पोल मोदी लहर को भांपने में नाकाम रहे थे। टाइम्स नाउ-ओआरजी के एग्जिट पोल में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 249 सीटें मिलनी की संभावना जताई गई थी। कांग्रेस को 148 सीटें और अन्य को 146 सीटें मिलने का दावा किया गया।
वहीं इंडिया टुडे-सिसरो के अपने एग्जिट पोल में एनडीए को 261 से 283 सीटें मिलने का दावा किया था।
साथ ही यूपीए को 110-120 सीटें और अन्य को 150 से 162 सीटें दी थीं।
सीएनएन-आईबीएन-सीएसडीएस ने एनडीए को 270 से 282, यूपीए को 92 से 102 और अन्य को 159 से 181 सीटें मिलने का अनुमान जताया था।
इंडिया टीवी-सी वोटर के एग्जिट पोल में एनडीए को 289 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था।
वहीं यूपीए को सिर्फ 100 व अन्य के खाते में 153 सीटें बताई थीं। हालांकि परिणाम कुछ और ही आए।
एनडीए ने 336, यूपीए ने 60 और अन्य ने 147 सीटों पर सफलता पाई।
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बुधवार, 8 मई 2019

आखिर क्यों सिपाही श्याम बाबू अब नहीं बन पाएंगे SDM ?


सिपाही श्याम बाबू

आखिर क्यों सिपाही श्याम बाबू अब नहीं बन पाएंगे SDM ?


बीते दिनों उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाही श्याम बाबू ने महकमे का नाम रौशन करते हुए PCS 2016 की परीक्षा पास की थी, जिसके तहत उन्हें उपजिलाधिकारी का पद दिया गया था। 
जिसके बाद यूपी पुलिस के कई बड़े अधिकारियों ने सिपाही श्याम बाबू को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई भी दी थी, लेकिन अब सिपाही श्याम बाबू का SDM बनने का सपना अधूरा रह सकता है। इतना ही नहीं, जिस प्रकार की जानकारी मिल रही है और श्याम बाबू पर जो आरोप लगे हैं, उससे उनका भविष्य भी खतरे में आ सकता है।

फर्जी करार दिया गया प्रमाण-पत्र:


  • यूपी पुलिस में सिपाही श्याम बाबू श्याम बाबू ने पीसीएस परीक्षा 2016 पास करके उपजिलाधिकारी का पद प्राप्त किया था।
  • कई सीनियर अधिकारियों ने श्याम बाबू को उनकी इस कामयाबी के लिए बधाई भी दी थी।
  • जो लोग श्याम बाबू को नहीं जानते वो भी उनकी इस उपलब्धि पर उन्हें सलाम कर रहे थे।
  • लेकिन अब सिपाही श्याम बाबू की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
  • गौरतलब है कि, उनका जाति प्रमाण पत्र अवैध करार दिया गया है।
  • मूल रूप से बलिया जिले की बैरिया तहसील के रहने वाले श्याम बाबू ने,
  • अपना जाति प्रमाण पत्र बैरिया तहसील से ही बनवाया था, जिसमें जाति गोंड थी।
  • यह जाति अनुसूचित जनजाति के अन्तर्गत आती है,
  • तो पीसीएम परीक्षा में इसी के तहत श्याम बाबू को आरक्षण का लाभ मिला और वह एसडीएम के पद पर चुन लिए गए।
  • अब अब आयोग में आई शिकायत में पाया गया कि, उन्होंने फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवाया है।

 प्रशासन की ओर से नोटिस जारी:


  • जिसके बाद श्याम बाबू को तहसील प्रशासन की ओर से नोटिस जारी किया गया है,
  • वहीं, आयोग अब उनके चयन पर भी कार्रवाई कर सकता है।
  • नोटिस के अनुसार, श्याम बाबू ने अपनी जाति के लिये अनुसूचित जनजाति का प्रमाणपत्र लगाया था और,
  • फर्जी जाति प्रमाण पत्र की शिकायत के बाद जब जांच शुरू हुई तो, श्याम बाबू का जाति प्रमाण पत्र भी अवैध करार कर दिया गया।
  • प्रशासनिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि, श्याम बाबू का जाति प्रमाणपत्र शासनादेश का उल्लंघन करते हुए जारी किया गया है।
  • ऐसे में अब श्याम बाबू बुरी तरह फंस गये हैं।
  • एक ओर उनपर प्रशासनिक कार्रवाई होगी और दूसरी तरफ चयन रद्द किये जाने का भी डर है।
  • 14 साल से हैं यूपी पुलिस में सिपाही:
  • गौरतलब है कि, सिपाही श्याम बाबू पिछले 14 साल से यूपी पुलिस में तैनात हैं।
  • उन्होंने साल 2005 में बलिया के रानीगंज स्थित श्री सुदिष्ट बाबा इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट किया था,
  • जिसके बाद वे उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हो गए थे।
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रविवार, 28 अप्रैल 2019

फतेहपुर - बावन इमली 162 बरस पुरानी दास्तान एक महीने तक इमली के पेड़ में लटके रहें 52 शहीदों के शव

फतेहपुर - बावन इमली 162 बरस पुरानी दास्तान
एक महीने तक इमली के पेड़ में लटके रहें 52 शहीदों के शव

गौरव सिंह गौतम


फतेहपुर : 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी जब देश में फूटी तो इससे यूपी का फतेहपुर भी अछूता नहीं रहा।

यहां की माटी में जन्मे लालों ने गोरों से गुरिल्ला युद्ध कर उनके पैर उखाड़ने शुरू कर दिए थे और फतेहपुर जिले का 32 दिनों तक अझुआ से खजुहा तक का क्षेत्र अंग्रेजों से मुक्त था। 
इस लड़ाई के एक योद्धा वीर सपूत थे बिंदकी के अटैया रसूलपुर (अब पधारा) गांव के 

"ठाकुर जोधा सिंह अटैया"

छापामार युद्ध में पारंगत जोधा सिंह अटैया ने अंग्रेजों की नाक में दम कर दिया.
अवध व बुंदेलखंड के क्रांतिकारियों के संपर्क आए . जोधा सिंह ने 27अक्टूबर 1857 को महमूदपुर गांव में एक दरोगा व एक अंग्रेज सिपाही को घेरकरमार डाला था, जब वह एक घर में सो रहा था .
7 दिसंबर 1857 को गंगापार रानीपुर पुलिस चौकी पर हमला कर एक अंग्रेज परस्त को भी मार डाला और रानीपुर गांव में बनी पुलिस चौकी के घोड़े हांक ले गए। 
इसी क्रांतिकारी गुट ने 9 दिसम्बर को जहानाबाद में गदर काटी और छापा मारकर ढंग से तहसीलदार को बंदी बना लिया .
जोधा सिंह ने दरियाव सिंह और शिवदयाल सिंह के साथ गोरिल्ला युद्ध की शुरुआत की थी 

4 फरवरी 1858 को जोधा सिंह अटैया पर ब्रिगेडियर करथ्यू ने असफल आक्रमण किया .

साहसी जोधा सिंह अटैया को सरकारी कार्यालय लूटने एवं जलाये जाने के कारण अंग्रेजों ने उन्हें डकैत घोषित कर दिया

जोधा सिंह ने आवागमन की सुविधा को देखते हुए क्रान्तिकारियों ने खजुहा को अपना केन्द्र बनाया ..
किसी देशद्रोही मुखबिर की सूचना पर प्रयागराज से कानपुर जा रहे कर्नल पावेल ने इस स्थान पर एकत्रित क्रान्ति सेना पर हमला कर दिया ...
कर्नल पावेल उनके इस गढ़ को तोड़ना चाहता था .
पर जोधासिंह की योजना अचूक थी 
उन्होंने गुरिल्ला युद्ध प्रणाली का सहारा लिया, जिससे कर्नल पावेल मारा गया 
अब अंग्रेजों ने कर्नल नील केे नेतृत्व में सेना की नयी खेप भेज दी। 
इससे क्रान्तिकारियों को भारी हानि उठानी पड़ी ..
इस बीच अंग्रेजों की नाक में दम करने वाले इस वीर सपूत को खबर मिली कि वीर योद्धा ठाकुर दरियाव सिंह को अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर लिया ..
इसके बाद भी जोधासिंह का मनोबल कम नहीं हुआ .

उन्होंने नये सिरे से सेना के संगठन, शस्त्र संग्रह और धन एकत्रीकरण की योजना बनायी। इसके लिए उन्होंने छद्म वेष में प्रवास प्रारम्भ कर दिया; पर देश का यह दुर्भाग्य रहा कि वीरों के साथ-साथ यहाँ देशद्रोही भी पनपते रहे हैं ..
जब जोधासिंह  अटैया अरगल नरेश से संघर्ष हेतु विचार-विमर्श कर खजुहा लौट रहे थे, तो किसी मुखबिर की सूचना पर ग्राम घोरहा के पास अंग्रेजों की घुड़सवार सेना ने उन्हें घेर लिया। तभी उनको व उनके 51 क्रांतिकारी साथियों को 28 अप्रैल 1858 को कर्नल क्रस्टाइल की घुड़सवार सेना ने बंदी बना लिया ..
इसके बाद पारादान के पास स्थित इसी इमली के पेड़ पर सभी को फांसी दे दी गई ..
तब से इस इमली के पेड़ को बावनी इमली के नाम से पुकारा जाता है ..
उस वक्त अंग्रेजों का इतना खौफ था कि किसी ने इन शहीदों के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार नहीं किया ..
सभी शव कंकाल एक माह तक पेड़ पर ही झूलते रहे .

तब लगभग  3/4 जून 1858 की रात में रामपुर पहुर निवासी ठाकुर महराज सिंह ने 900 साथियों के साथ सभी के अस्थि पंजर उतरवाए और शिवराजपुर गंगा घाट में अंतिम संस्कार किया .. 
आज भी यहां भारत मां के इन अमर सपूतों को याद किया जाता है ..
तब से बावनी इमली का यह वृक्ष तीर्थ बन गया है..
🙏
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मोदी लहर में तिनके की तरह से उड़ जाएगा गठबंधन - राजनाथ सिंह


मोदी लहर में तिनके की तरह से उड़ जाएगा गठबंधन - राजनाथ सिंह

फतेहपुर- उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीट फतेहपुर से बीजेपी ने सांसद साध्वी निरंजन ज्योति पर दोबारा भरोसा जताया हैं ..

यहां पर त्रिकोणीय मुकाबला है 
सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी सुखदेव वर्मा व पूर्व सपा सांसद राकेश सचान कांग्रेस से प्रत्याशी हैं ..
तीनों ही प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए दिन रात एक किएं हुएं हैं..
इसी के चलते जनपद एक के एक हाईप्रोफाइल नेताओं के दौरे जारी हैं
इसी क्रम में वोटरों की नब्ज भांप रहें बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने फतेहपुर के क्षत्रिय समाज बाहुल्य असोथर क्षेत्र के गाजीपुर कस्बे में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जन सभा को सम्बोधित किया ।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह का कार्यक्रम पहले असोथर कस्बे में निर्धारित था , पर सुरक्षा व अन्य कारणों से उसे गाजीपुर कस्बा स्थान्तरित कर दिया गया ..
जन सभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि आज पूरे देश मे हो रही है प्रधानमंत्री की प्रसंशा।
मोदी की लोकप्रियता से डर कर धुर विरोधियों ने किया है गठबंधन।

" मोदी की लहर में तिनके की तरह से उड़ जाएगा गठबंधन "


कार्यक्रम में कहा कि यह सच्चाई है कि विगत पांच वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार द्वारा जितना काम हुआ है उसकी प्रशंसा देश में ही नहीं बल्कि विश्व में की जा रही है, अब विश्व के देशों में भारत के प्रति धारणा बदल गयी है, चित्र बदल रहा है. आज हमारा देश विश्व में सबसे ज्यादा आर्थिक वृद्धि करने वाला देश माना जाने लगा है और अगर इसी तरह यह आर्थिक वृद्धि जारी रही तो 2030 तक हम विकसित राष्ट्र की श्रेणी में आ जायेंगे.
कांग्रेस की सरकार में कुल 25 लाख आवास बनते थे हमारी सरकार ने 1करोड़ 25 लाख आवास बना कर उसे आबंटित कर दिया है.
अमेरिकी इंस्टिट्यूट के सर्वे में आये चौकाने वाले नतीजे.
देश मे गरीबो की संख्या में तेजी से आई है गिरावट .
भाजपा नेता एवम केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का बयान।
पुलवामा हमले के बाद हमने आतंवादियों को घर मे घुस कर मारा.
कांग्रेस पूंछ रही है कि कितने आतंकियों को मारा.
हम लाशे नही गिनेंगे जरूरत पड़ेगी तो आगे भी मारेगे
1971 में इन्दिरा गांधी ने पाकिस्तान को धूल चटाई थी तब वाजपेई जी ने जयजयकार की थी जिसकी चर्चा पूरे देश मे हुई थी .
सिंह ने कहा कि हम नभ, जल, थल सब जगह अपनी शक्ति बढ़ा रहे हैं आज कोई देश हमारे ऊपर आंख उठाकर नही देख सकता, हम किसी को छेड़ते नहीं यह हमारा इतिहास गवाह है. यह हमारी कमजोरी नहीं, यही हमारी ताकत है.
श्री सिंह ने सरकार द्वारा चलाई जा रही उज्जवला योजना और सौभाग्य योजना प्रधानमंत्री आवास योजना स्वच्छ भारत मिशन समेत अनेक योजनाओं का बखान किया और सरकार बनने के 1 माह के अंदर प्रत्येक किसानों के खाते में 6000/ रुपए सालाना किश्त भेजने का दावा किया और  सांसद साध्वी निरंजन ज्योति को दोबारा सांसद बनाने की अपील की और पूरे देश की सुरक्षा का जिम्मा लिया इस मौके पर सदर विधायक विक्रम सिंह भाजपा जिला अध्यक्ष प्रमोद द्विवेदी जिला संयोजक दिनेश बाजपेई सांसद साध्वी निरंजन ज्योति विधायक कृष्णा पासवान हुसैनगंज विधायक कृषि राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी भैया करण सिंह पटेल  अयाह शाह विधायक विकास गुप्ता , जिला उपाध्यक्ष आशीष मिश्र , जिला उपाध्यक्ष अपर्णा सिंह गौतम , महिला मोर्चा अध्यक्ष गायत्री सिंह , कुलदीप भदौरिया समेत सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे ।

असोथर में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम का पोस्टर
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