असोथर में प्रतिबंध के बाद भी पॉलीथिन इस्तेमाल
Polyethylene used In Asothar even after the ban
फतेहपुर / असोथर : यूपी में पॉलीथिन पर प्रतिबंध के बावजूद फतेहपुर जिले के असोथर क्षेत्र में अब भी इसका धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है।
कहीं चोरी-छिपे तो कहीं खुलेआम पॉलीथिन में समान दिया जा रहा है।
पॉलीथिन के प्रतिबंध को लेकर प्रशासनिक अभियान भी चल रहा है।
इसके बाद भी शहर, नगर व ग्रामीण अंचलों में धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है।
इसकी खपत बढ़ गई है।
प्रतिबंध के बावजूद दुकानदारों द्वारा पॉलीथिन का उपयोग करके समान दिया जा रहा है।
फल, सब्जी, दूध, किराना आदि स्थानों पर नियम की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं।
गत वर्ष की भांति इस वर्ष सप्ताह भर पॉलीथिन पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए अधिकारियों ने दुकानों पर छापेमारी की।
इसका असर भी दिखा। दुकानों से पॉलीथिन गायब हो गई, लेकिन प्रयोग फिर से बढ़ने लगा है।
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बढ़ रही समस्या
इस मामले में सरकार के साथ साथ लोगों को स्वयं जागरूक होने की जरूरत हैं
पॉलिथीन और प्लास्टिक से शहर से लेकर गांव तक लोगों की सेहत बिगाड़ रही है।
नाले-नालियों में अक्सर पॉलिथीन से भरा मिलता है।
इसके चलते जलनिकासी बाधित हो रही है।
कूड़े-कचरे का उचित ढंग से निस्तारण नहीं हो पाता।
प्रवीणानन्द खंड विकास अधिकारी असोथर
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
प्लास्टिक के गिलासों में चाय या फिर गर्म दूध का सेवन करने से उसका केमिकल लोगों के पेट में चला जाता है।
इससे डायरिया के साथ ही अन्य गम्भीर बीमारियाँ होती हैं।
डा. उपेंद्र कुमार पीएचसी असोथर
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पॉलीथिन से दर्जनों पशु बने काल का ग्रास
कस्बे के रहने वाले गौ सेवक सूरज सिंह का कहना हैं
पॉलीथिन का बहुतायत में प्रयोग पर्यावरण को बिगाड़ रहा है। पॉलीथिन का प्रयोग से क्षेत्र में दर्जनों निरीह पशु काल का ग्रास बन चुके हैं।
यही नहीं पॉलीथिन उपजाऊ जमीन को भी बंजर बना रही है। जिससे लगातार उत्पादन क्षमता घटती जा रही है।
कपड़े का मंगाया झोला
-हम पॉलिथीन का प्रयोग न करने को जागरूक कर रहे है। कपड़े का झोला मंगाया गया है।
रमेश विश्वकर्मा (व्यापारी)
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फैलाएंगे जागरूकता
-हानिकारक पॉलीथिन, डिस्पोजल, कैरी बैग आदि से छुटकारा दिलाने के विद्यार्थियों के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। इसके लिए हम सभी ने शपथ ली है।
संतोष सिंह, प्रधानाचार्य सर्वोदय इंटर कालेज असोथर
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नहीं करेंगे प्रयोग
-हम परिवार में पॉलीथिन कोई भी समान नहीं मंगाते है। घर को इससे मुक्त करते हुए औरों को भी प्रेरित कर रहें हैं।
उर्मिला गृहणी