शुक्रवार, 15 मार्च 2019

असोथर के नरैनी फ़ीडर की सुधरी बिजली व्यवस्था तो ग्रामीणों के चेहरे खिले


असोथर के नरैनी फ़ीडर की सुधरी बिजली व्यवस्था तो ग्रामीणों के चेहरे खिले


फतेहपुर -  33/11 विद्युत उपकेंद्र असोथर  के नरैनी फ़ीडर के आधा सैकड़ा गाँवो में पिछले कुछ दिनों से बाधित विद्युत आपूर्ति क खबर प्रकाशित होने के बाद सुधार दिया गया है। 

आखिरकार 48 घण्टों बाद इन गाँवों में बिजली आयी तो ग्रामीणों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। 

आपको बता दें कि विद्युत उपकेंद्र असोथर के नरैनी फ़ीडर में पड़ने गाँवो में दो दिनपहले लाईन खराब हो जाने के बाद भी विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रदेश के नए ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के निर्देशों की अवहेलना की जा रही थी। 
जबकि मंत्री ने ग्रामीण क्षेत्र में 48 घंटे के अंदर खराब लाईन , फाल्ट व ट्रांसफार्मर को बदलने के स्पष्ट निर्देश दिए थे।

आत्म गौरव न्यूज़. com द्वारा प्रकाशित खबरों का लिंक


जब इसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा क्षेत्र के पत्रकार बंधुओं को लगी, तो इस खबर को समाचार पत्रों पर प्रमुखता से उठाया गया । 

" असोथर के नरैनी फ़ीडर के ग्रामीण अंचलों में बिजली आपूर्ति ध्वस्त "


" अघोषित बिजली  कटौती से अन्नदाता व विद्यार्थी परेशान , परीक्षा की तैयारी बाधित "

दो शीर्षक से खबर छपने के बाद हरकत में आए अधिकारियों ने कनिष्ठ अधिकारियों को तत्काल निर्देशित करते हुए दो दिन से जर्जर हालत में पड़ी नरैनी फ़ीडर विद्युत आपूर्ति को तुरंत  सही करवाया ।

इस बाबत अधिशासी अभियंता राकेश कुमार का कहना हैं पुरानी जर्जर हालत में लाईन होने के कारण नरैनी फ़ीडर में पड़ने वाले गांवों की विद्युत आपूर्ति के आवंटन में समस्या आयी थी , जिसकी सूचना प्राप्त होने पर तत्काल सुधार किया हैं , नरैनी फ़ीडर में जिले के निर्धारित रोस्टर के मुताबिक नियमित समय पर गांवों को बिजली आपूर्ति की जा रही हैं ।
अब कोई समस्या वाली बात नहीं हैं।

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गुरुवार, 14 मार्च 2019

अघोषित बिजली कटौती से अन्नदाता व विद्यार्थी परेशान , परीक्षा की तैयारी बाधित



अघोषित बिजली कटौती से अन्नदाता व विद्यार्थी परेशान , परीक्षा की तैयारी बाधित

फतेहपुर / असोथर : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड व स्नातक व परास्नातक स्तर की परीक्षा बीते माह से शुरु है। 

इसकी तैयारी में जुटे परीक्षार्थियों की चिंता न ही विद्युत विभाग को है और न प्रशासनिक अफसरों व सत्ता में आसीन भाजपा के नेताओं को हैं
बीते तीन दिन से 33/11 विद्युत उपकेंद्र असोथर से नरैनी फ़ीडर से आधा सैकड़ा गांवों में परीक्षार्थियों व किसान भाइयों को गेंहूँ की फसल की अंतिम सिंचाई को बिजली नहीं मिल रही है। 
लिहाजा परीक्षा का तैयारी में व किसान भाइयों की गेहूं की फसल अंतिम चरण में हैं अगर समय पर बिजली की इसी तरह बेतहाशा कटौती जा रही तो अन्नदाता खून के आंसू बहाने को मजबूर हैं व विद्यार्थियों को भी कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

छात्रों के पढ़ने के समय बिजली गायब हो जा रही है। 

विद्युत आपूर्ति के समय में पिछले तीन दिन से मनमानी कटौती होने से छात्रों व अभिभावकों ने असंतोष जताया है।
सायंकालीन विद्युत आपूर्ति की जगह बिजली रात्रि को नौ बजे से दी जा रही है जबकि अल सुबह बिजली की आवश्यकता के समय में ही काट दी जा रही है। 
क्षेत्र में 33/11 असोथर विद्युत उपकेन्द्र में एक दर्जन से अधिक संविदा कर्मी व जेई राकेश कुमार कार्य कर रहे  हैं , पर वह इस नरैनी फ़ीडर की अघोषित कटौती को नजरअंदाज किये है , उपभोक्ताओं के बार बार फोन करने पर उपकेंद्र असोथर का नंबर स्विच ऑफ व जेई महोदय का व्यस्त या नॉट रीचबल बताता हैं ।
छात्र रामजन्म, सर्वेश कुमार, देवेन्द्र कुमार, वीर सिंह, प्रद्युम्न का कहना है कि प्रशासन इस तरफ ध्यान न देकर हम लोगों के साथ खिलवाड़ कर रहा है। 
हम लोगों के परीक्षा की तैयारी में व्यवधान आ रही है। 
छात्रों ने विभाग के साथ सरकार का भी ध्यान आकृष्ट कराया है। क्षेत्र के कुछ लोगों ने जिलाधिकारी महोदय से तत्काल विद्युत आपूर्ति दुरस्त करवानें की मांग की है।

इस बाबत अधिशाषी अभियंता विद्युत राकेश कुमार का कहना है कि विद्युत आपूर्ति के आवंटन ओवलोड़ के कारण समस्या पड़ रही हैं ।
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बुधवार, 13 मार्च 2019

असोथर के नरैनी फ़ीडर के ग्रामीण अंचलों में बिजली आपूर्ति ध्वस्त


असोथर के नरैनी फ़ीडर के ग्रामीण अंचलों में बिजली आपूर्ति ध्वस्त

फतेहपुर /असोथर - असोथर क्षेत्र के 33/11विद्युत उपकेंद्र से पिछले तीन दिन से असोथर के नरैनी फ़ीडर के ग्रामीण अंचलों में बिजली आपूर्ति ध्वस्त होने से किसानों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। 

बिजली के अभाव में किसान गेंहूं की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं जिससे गेंहूं की फसल सूखने के कगार पर पहुंच गई है।

अघोषित बिजली कटौती से उपभोक्ता आजिज आ चुके हैं।

योगी सरकार शासन के फरमानों का बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी धज्ज्यिां उड़ाने में लगे हुए हैं। बिजली किल्लत झेल रहे उपभोक्ताओं ने चेताया कि रोस्टर के अनुरुप आपूर्ति नहीं की गई तो लोग आंदोलन को बाध्य होंगे। बिजली पावर हाउस असोथर से जुड़े आधा सैकड़ा गांवों में विद्युत आपूर्ति चरमरा गई है जो किसानों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।
क्षेत्र के सरकंडी , सुजानपुर, कौंडर , मनावाँ , जानिकपुर , विधातीपुर समेत आसपास के गांव में बिजली आपूर्ति बेपटरी हो गई है।
मनमानी बिजली कटौती से अन्नदाता गेंहूं की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। खेतों में बालियां लगे गेंहूं की फसल झूलस रही हैं जिसे देख अन्नदाता खून के आंसू रोने को विवश हैं।

_मौसम की दगाबाजी व किसानों की मेहनत की कमाई खेतों में नष्ट हो रही है, जिसे देख किसानों का सुख-चैन हराम हो गया है।

किसानों की माने तो परेशानी झेल रहे कृषक कई बार विभागीय अधिकारियों को पत्र देकर व जिलाधिकारी महोदय को फोन द्वारा संपर्क कर अघोषित बिजली कटौती बंद कराने की मांग कर चुके हैं लेकिन विभागीय स्तर से संज्ञान नहीं लिया जा रहा है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
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सोमवार, 11 मार्च 2019

आचार संहिता लग गई, क्या होती है चुनाव आचार संहिता ..


आचार संहिता लग गई, क्या होती है चुनाव आचार संहिता चुनाव आचार संहिता (आदर्श आचार संहिता/आचार संहिता) यानि चुनाव आयोग के वे निर्देश जिनका पालन चुनाव खत्म होने तक हर पार्टी और उसके उम्मीदवार को करना... 

चुनाव आचार संहिता (आदर्श आचार संहिता/आचार संहिता) यानि चुनाव आयोग के वे निर्देश जिनका पालन चुनाव खत्म होने तक हर पार्टी और उसके उम्मीदवार को करना होता है। 
अगर कोई उम्मीदवार इन नियमों का पालन नहीं करता तो चुनाव आयोग उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई कर सकता है, उसे चुनाव लडऩे से रोका जा सकता है, उम्मीदवार के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो सकती है और दोषी पाए जाने पर उसे जेल भी जाना पड़ सकता है।राज्यों में चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही वहां चुनाव आचार संहिता भी लागू हो जाती हैं। 

चुनाव आचार संहिता के लागू होते ही सरकार और प्रशासन पर कई अंकुश लग जाते हैं। 
सरकारी कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक निर्वाचन आयोग के कर्मचारी बन जाते हैं। वे आयोग के मातहत रहकर उसके दिशा-निर्देश पर काम करते हैं। 

मंत्री नहीं करेंगे कोई घोषणा


 केंद्र या प्रदेश सरकार के मंत्री अब न तो कोई घोषणा कर सकेंगे, न शिलान्यास, लोकार्पण या भूमिपूजन। सरकारी खर्च से ऐसा आयोजन नहीं होगा, जिससे किसी भी दल विशेष को लाभ पहुंचता हो। राजनीतिक दलों के आचरण और क्रियाकलापों पर नजर रखने के लिए चुनाव आयोग पर्यवेक्षक नियुक्त करता है। 


सामान्‍य नियम 



  1. - कोई भी दल ऐसा काम न करे, जिससे जातियों और धार्मिक या भाषाई समुदायों के बीच मतभेद बढ़े या घृणा फैले। 
  2. - राजनीतिक दलों की आलोचना कार्यक्रम व नीतियों तक सीमित हो, न ही व्यक्तिगत। 
  3. - धार्मिक स्थानों का उपयोग चुनाव प्रचार के मंच के रूप में नहीं किया जाना चाहिए। 
  4. - मत पाने के लिए भ्रष्ट आचरण का उपयोग न करें। जैसे-रिश्वत देना, मतदाताओं को परेशान करना आदि। 
  5. - किसी की अनुमति के बिना उसकी दीवार, अहाते या भूमि का उपयोग न करें। 
  6. - किसी दल की सभा या जुलूस में बाधा न डालें। 
  7. - राजनीतिक दल ऐसी कोई भी अपील जारी नहीं करेंगे, जिससे किसी की धार्मिक या जातीय भावनाएं आहत होती हों। राजनीतिक सभाओं के लिए नियम 
  8. - सभा के स्थान व समय की पूर्व सूचना पुलिस अधिकारियों को दी जाए। 
  9. - दल या अभ्यर्थी पहले ही सुनिश्चित कर लें कि जो स्थान उन्होंने चुना है, वहॉं निषेधाज्ञा तो लागू नहीं है। 
  10. - सभा स्थल में लाउडस्पीकर के उपयोग की अनुमति पहले प्राप्त करें। 
  11. - सभा के आयोजक विघ्न डालने वालों से निपटने के लिए पुलिस की सहायता करें। जुलूस के लिए संबंधी नियम 
  12. - जुलूस का समय, शुरू होने का स्थान, मार्ग और समाप्ति का समय तय कर सूचना पुलिस को देनी होगी। 
  13. - जुलूस का इंतजाम ऐसा हो, जिससे यातायात प्रभावित न हो। 
  14. - राजनीतिक दलों का एक ही दिन, एक ही रास्ते से जुलूस निकालने का प्रस्ताव हो तो समय को लेकर पहले बात करनी होगी। 
  15. - जुलूस सड़क के दायीं ओर से निकाला जाए। 
  16. - जुलूस में ऐसी चीजों का प्रयोग न करें, जिनका दुरुपयोग उत्तेजना के क्षणों में हो सके। 



मतदान के दिन के लिए नियम 




  1. किसी भी अभ्यर्थी के निर्वाचन, मतदाता या गणना एजेंट नहीं बनेंगे। 
  2. - मंत्री यदि दौरे के समय निजी आवास पर ठहरते हैं तो अधिकारी बुलाने पर भी वहॉं नहीं जाएंगे। 
  3. - चुनाव कार्य से जाने वाले मंत्रियों के साथ नहीं जाएंगे। 
  4. - जिनकी ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें छोड़कर सभा या अन्य राजनीतिक आयोजन में शामिल नहीं होंगे। 
  5. - राजनीतिक दलों को सभा के लिए स्थान देते समय भेदभाव नहीं करेंगे। 
  6. लाउडस्पीकर के प्रयोग पर प्रतिबंध चुनाव की घोषणा हो जाने से परिणामों की घोषणा तक सभाओं और वाहनों में लगने वाले लाउडस्पीकर के उपयोग के लिए दिशा-निर्देश तैयार किए गए हैं। इसके मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र में सुबह 6 से रात 11 बजे तक और शहरी क्षेत्र में सुबह 6 से रात 10 बजे तक इनके उपयोग की अनुमति होगी।


ये काम नहीं करेंगे कोई भी मंत्री 




  1. - शासकीय दौरा (अपवाद को छोड़कर) 
  2. - विवेकाधीन निधि से अनुदान या स्वीकृति 
  3. - परियोजना या योजना की आधारशिला 
  4. - सड़क निर्माण या पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन अधिकारियों के लिए नियम 
  5. - शासकीय सेवक किसी भी अभ्यर्थी के निर्वाचन, मतदाता या गणना एजेंट नहीं बनेंगे। 
  6. - मंत्री यदि दौरे के समय निजी आवास पर ठहरते हैं तो अधिकारी बुलाने पर भी वहॉं नहीं जाएंगे। 
  7. - चुनाव कार्य से जाने वाले मंत्रियों के साथ नहीं जाएंगे। 
  8. - जिनकी ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें छोड़कर सभा या अन्य राजनीतिक आयोजन में शामिल नहीं होंगे। 
  9. - राजनीतिक दलों को सभा के लिए स्थान देते समय भेदभाव नहीं करेंगे। 


लाउडस्पीकर के प्रयोग पर प्रतिबंध 



चुनाव की घोषणा हो जाने से परिणामों की घोषणा तक सभाओं और वाहनों में लगने वाले लाउडस्पीकर के उपयोग के लिए दिशा-निर्देश तैयार किए गए हैं। 
इसके मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र में सुबह 6 से रात 11 बजे तक और शहरी क्षेत्र में सुबह 6 से रात 10 बजे तक इनके उपयोग की अनुमति होगी।
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सोमवार, 4 मार्च 2019

एक ऐसा शिव मंदिर, जिसके सजदे में झुकता है पाकिस्तान!


एक ऐसा शिव मंदिर, जिसके सजदे में झुकता है पाकिस्तान!



आज शिवरात्रि के मौके पर शिवालयों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. भारत के कोने-कोने में लोग भगवान शंकर के मशहूर मंदिरों में मत्था टेक रहे हैं. शिवरात्रि के पावन मौके पर आज हम आपको भोले के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताते हैं जिसके आगे पाकिस्तान भी सिर झुकाता है. खुद पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ भी इस शिव मंदिर में जा चुके हैं. हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थिति कटासराज मंदिर के बारे में, जो काफी मशहूर है.


कटासराज मंदिर

कटासराज मंदिर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में है. कटासराज मंदिर के पास एक मशहूर झील भी है. मान्यता है कि यहां पहले मंदिरों की श्रृंखला हुआ करती थी, लेकिन अब सिर्फ चार ही मंदिरों के अवशेष बचे हैं, जिनमें भगवान शिव, राम और हनुमान के मंदिर हैं.


पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ भी इस शिव मंदिर में जा चुके हैं

कटासराज मंदिर की पौराणिक मान्यता


पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान शिव माता सती की अग्नि समाधि से बहुत दुखी हो गए और विलाप करने लगे. इस दौरान उनके आंसू दो स्थानों पर गिरे. पहले स्थान पर कटासराज सरोवर का निर्माण हुआ तो दूसरे स्थान पर पुष्कर का, जो कि राजस्थान में स्थित है.

Input : News18
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शनिवार, 2 मार्च 2019

अवैध खनन पर स्पेशल रिपोर्ट योगी सरकार के मंशूबों में पानी फेरते फतेहपुर के संगोलीपुर मड्डइयन मौरंग खदान में सक्रिय खनन माफिया-





संगोलीपुर मड्डइयन में हो रहा मानक से विपरीत अवैध खनन-


फतेहपुर में अवैध खनन जोरों पर, किशनपुर थानाक्षेत्र के संगोलीपुर में ठेकेदार एक खण्ड का टेण्डर लेकर कर रहे कई खण्डों में खनन, प्रशासन मौन-


एक तरफ जहां अंडरलोड गाड़ियाँ चलाने का फरमान योगी सरकार का था, तो वहीं मौजूदा दौर में ओवरलोड से भी ज्यादा लोड वाहनों ने सड़कों का हाल किया खराब-


फतेहपुर में यमुना की धारा मोड़कर किया जा रहा अवैध खनन, जिम्मेदार बेपरवाह-


घाट में लेबर लोडिंग की जगह पोकलैंड मशीनों से की जा रही लोडिंग-


सूत्रों के मुताबिक घाट में माननीय के नाम के चलते जिला प्रशासन कार्यवाही से कतरा रहा-

बताते चलें कि बालू खनन के कारोबार के लिए चर्चित जनपदों में प्रयागराज से सटा हुआ फतेहपुर जनपद भी मशहूर है। यहाँ पर इस समय बालू माफिया पूरी तरह से सक्रिय हैं। 
जो न सिर्फ अपने ही खण्ड में खनन करते हैं बल्कि एक खण्ड का टेण्डर लेकर समूचे खाली पड़े खण्डों में अवैध खनन करवाते हैं, जिससे प्रदेश के राजस्व के एक लंबी धनराशि की क्षति भी होती है। 
सूत्रों की मानें तो इन खनन माफियाओं का जाल इतना बड़ा है कि जिले के अधिकारी भी इनके सामने घुटने टेके हुए हैं। एक तरफ जहां प्रशासन ने लेबर लोडिंग के लिए आदेशित किया था तो वहीं ये खनन माफिया सरकार के आदेशों की अवहेलना करते हुए दर्जनों पोकलैंड मशीनें लगाकर यमुना की धारा मोड़कर खनन कर रहे हैं साथ ही पूरीरात यमुना की धारा में पनचक्की लगाकर यमुना नदी को गर्त में मिलाने का काम कर रहे हैं। जिससे आने वाले समय में प्राकृतिक आपदाएं आने का भी खतरा मँडराता दिखाई दे रहा है। 

माननीय के नाम का भी कर रहे पूरा दुरुपयोग, माननीय का नाम भी अवैध खनन में बदनाम-

विश्वस्त सूत्रों/घाट में मौजूद पट्टेधारक के लोगों की मानें तो बताया जा रहा कि इस अवैध खनन के पीछे एक माननीय का भी हाँथ है। संगोलीपुर मड्डइयन क्षेत्र में सक्रिय खनन माफिया के मौरंग खदान में माननीय का भी अपना अलग परसेंटेज है। 
खबर की कवरेज के दौरान घाट में मौजूद माफिया के लोगों का कहना था कि आपके वीडियो और फोटो बनाने से कुछ भी होने वाला नहीं है, यहाँ माननीय जी का भी शेयर है। 
वीडियो बनाने मात्र से कुछ होने वाला नहीं है।

योगी सरकार के फरमान के बावजूद ओवरलोड देना भी नहीं बन्द कर रहे पट्टाधारक-

अगर अंत में बात करें यहां के ओवरलोड की तो उसका भी जनपद फतेहपुर में कोई जवाब नहीं। 
क्योंकि यहाँ पर तो दरोगा जी और आला अफसरों की मेहरबानी पर ही गाड़ियाँ चल सकती हैं या फिर आपकी गाड़ी की इंट्री हो, वो भी पूरी नई नोटों के साथ। 
और साथ मे बात करें यहाँ के लोकल पुलिस की तो उनका तो ये आलम है कि उन्हें किसी का भी डर नहीं है।
खुल्लमखुल्ला चौबीसों घंटे वसूली होती है।।

एनजीटी के नियमों की भी पट्टेधारक कर रहे खुलेआम अवहेलना-

आपको बता दें कि किसी भी घाट का टेण्डर होने के बाद उसे एनजीटी से एनओसी लेनी पड़ती है। 

एनजीटी उस घाटमालिक को कुछ शर्तों के बाद ही घाट चलाने के लिए "नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट"  देता है। 
लेकिन उसमें मौरंग खदान संचालक को बाध्य भी रखता है कि अगर इन शर्तों के विपरीत खनन हुआ तो आपका टेण्डर जुर्माने सहित निरस्त किया जा सकता है। 

लेकिन फतेहपुर में एनजीटी के नियम और शर्त कोई मायने नहीं रखते हैं।। 

क्योंकि यहाँ मौरंग खदान संचालक टीम के लोगों का ही कहना है कि सारे नियम बने ही तोड़ने के लिए हैं।।
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निखरी त्वचा के लिए कुछ आसान सरल उपचार


निखरी त्वचा के लिए कुछ आसान सरल उपचार

साफ-दमकते चेहरे की चाह तो हम सब को होती है, पर हमें पता नहीं होता कि इसके लिए हमें क्या करना है। आइए जानते हैं निखरी त्वचा के लिए कुछ आसान से टिप्स –



  • 1. चेहरे को सही ढंग से धोएं- सबसे पहले हाथों को अच्छे से धोएं। फिर अपनी स्किन के हिसाब से फेस वाश लगाएं। अंत में साफ तौलिए से चेहरा थपथपाकर पोछें।

  • 2. टोनर से निकाले बची गंदगी- फेस वॉश कितना भी अच्छा हो, हमारी त्वचा के रोमछिद्रों में से सारी गंदगी और तेल नहीं निकाल पाता है। इसलिए चेहरा धोने के बाद रुई में टोनर लेकर इससे चेहरे को हल्के हाथों से पोछें। ध्यान रहे टोनर लगाने के बाद चेहरा धोए बिल्कुल नहीं।

  • 3. हाइड्रेशन है जरूरी- इसके लिए सबसे अच्छा है एलोवेरा जेल। इसे बिल्कुल थोड़ा सा लेकर चेहरे पर लगाएं और थपथपाकर छोड़ दें। इससे त्वचा को जरूरी नमी मिल जाएगी, साथ ही यह बहुत से स्किन प्रॉब्लम को ठीक करने में मदद करेगा।

  • 4. मॉइस्चराइजर को नजरअंदाज ना करें- अब मार्केट में हर तरह की स्किन के लिए मॉइश्चराइजर उपलब्ध है। इसका एक फायदा यह भी है कि इससे सनस्क्रीन के केमिकल्स हमारी त्वचा के सीधे संपर्क में नहीं आते।

  • 5. सनस्क्रीन के बिना घर के बाहर? सवाल ही नहीं- सनस्क्रीन हमेशा धूप में निकलने से 20 मिनट पहले ही लगाएं। कम से कम SPF 15 का सनस्क्रीन जरूर लगाएं। अगर आपकी उम्र ज्यादा है या आप को धूप के संपर्क में ज्यादा देर रहना है तो SPF बढ़ा लें।

  • 6. चेहरे को धूप के सीधे संपर्क से बचाना- सिर्फ सनस्क्रीन लगाना ही काफी नहीं है। धूप में निकलने के पहले चेहरे को दुपट्टे से ढक लें, छाता ले लें या फिर टोपी पहन लें।

  • 7. मेहनत लाएगी रंग- दिन के 24 घंटे में से आप अपने लिए 20 मिनट तो व्यायाम के लिए जरूर ही निकाल सकते हैं। इससे ना सिर्फ आप स्वस्थ रहेंगे, बल्कि आपके चेहरे पर भी एक अद्भुत चमक और लाली आ जाएगी।

  • 8. थोड़े से पोषण में बहुत सा जादू- हम बाहर से कितना भी ख्याल रख लें, बिना अंदरूनी चमक के हमारी सारी मेहनत अधूरी रह जाएगी। अपने खाने में रंग-बिरंगे फलों और सब्जियों का सेवन करें। अगर आप फास्ट फूड के बहुत शौकीन हैं तो कोशिश करें कि हर बार फास्ट फूड खाने के पहले एक फल जरूर खाएं। इससे ना सिर्फ आप फास्ट फूड कम खाएंगे, बल्कि आपके शरीर को पोषण भी मिलेगा।

  • 9. दिन भर की गंदगी बिस्तर तक,ना बाबा ना!- आप कितनी भी थकी हो रात को चेहरा धोए बिना बिल्कुल नहीं सोयें। मात्र 5 मिनट लगेंगे फेस वाश और टोनर लगाने में और 1 मिनट मॉश्चराइजर लगाने में, लेकिन हर दिन के इस 6 मिनट से कुछ ही हफ्तों में आपकी स्किन का टेक्सचर बहुत सुधारने लगेगा।  

स्किन से जुड़े किसी भी सवाल के लिए कमेंट बॉक्स में लिखें और पोस्ट पसंद आया तो लाइक और शेयर करना ना भूलें।
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