सोमवार, 9 अक्तूबर 2017

पति की दीर्घायु के लिए सुहागिनों ने निर्जला व्रत रखा, खूब चला सेल्फी का दौर

सुहागिनों ने पति की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखकर करवाचौथ का त्योहार उत्साह और श्रद्धा से मनाया।
इसे लेकर बाजारों में रौनक छाई रही।

महिलाओं ने इस त्योहार को लेकर जमकर खरीदारी की। सुहागिनों ने सोलह शृंगार कर दिनभर व्रत रखकर पति की दीर्घायु की कामना की।
महिलाओं ने सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की और करवाचौथ की कहानी सुनी।
करवाचौथ के पर्व को लेकर महिलाओं में भारी उत्साह दिखाई दिया।
बाजारों में मिट्टी के करवा और कथा के कलेंडरों की जमकर बिक्री होती देखी गई।
नकली गहनों व कांच की चूड़ियों की दुकानों पर भी महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई, पति भी अपनी पत्नियों को खुश करने के लिए अच्छे से अच्छा उपहार खरीदने में जुटे रहे।
इसे लेकर ज्वेलर्स के यहां भी अच्छी खासी भीड़ रही।
सुबह से ही महिलाओं ने मंदिरों में पूजा अर्चना की।
फिर दोपहर बाद सुहागिनों ने सामूहिक रूप से पूजा अर्चना की और बुजुर्ग महिलाओं से कथा सुनी।
महिलाओं ने इकट्ठा होकर पूजा के दौरान एक दूसरे से करवा बदले और पति की लंबी उम्र की प्रार्थना की।
इनमें कुछ नवविवाहिताओं के अलावा ऐसी कुंवारी युवतियां भी थीं, जिनका निकट भविष्य में विवाह होने वाला है।
उन्होंने भी अपने होने वाले वर की सलामती के लिए व्रत रखकर ईश्वर से मंगल की प्रार्थना की। कुछ पतियों ने भी दांपत्य जीवन सुखमय बनाए रखने के लिए व्रत रखकर ईश्वर से प्रार्थना की। कृष्णबिहारी नगर निवासी पूजा,  अमरजई की मीनाक्षी व ऋतु आदि ने बताया कि उनका यह पहला करवाचौथ था।
इसके लिए दो दिन पहले से ही ब्यूटी पार्लर से शृंगार का सामान लाकर व मेहंदी लगवाकर विशेष तैयारी कर रखी थी।
यह पर्व पति के प्रति समर्पण और प्रेम दर्शता है।

बाजारों में रही भीड़ :

करवा चौथ को लेकर बाजारों में जमकर खरीदारी हुई।
इसके चलते शहर के विभिन्न बाजारों में भीड़ रही। चौक बाजार , शॉपिंग मॉल के अलावा देवीगंज , हरिहरगंज के बाजारों में दुकानों पर अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली।
दुकानदार भी इस मौके को भुनाने में पीछे नहीं रहे।
उन्होंने अपना सामान दुकानों से बाहर निकालकर सजाया हुआ था।
रविवार को छुट्टी के चलते लोगों ने बाजारों में समय व्यतीत किया।
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बीमार महिलाओं ने भी रखा व्रत :

सौभाग्यवती (सुहागिन) महिलाओं में करवा चौथ को लेकर आस्था देखने लायक थी। पति की दीर्घायु के लिए गंभीर बीमारियों की चपेट में रहने के बावजूद कई महिलाओं ने यह व्रत रखा।
उन्होंने तड़के चार बजे से पहले दवाई-गोली की खुराक ली।
इसके बाद उन्होंने अपना विधिवत रूप से व्रत रखा। राधानगर निवासी किडनी रोग से पीड़ित माया सिंह ने बड़ी श्रद्धा से यह व्रत रखा।
उन्होंने दवाई रात में ही ले ली।
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क्यों रखा जाता है करवा चौथ का व्रत :

किवदंती कथाओं के अनुसार करवा नाम की पतिव्रता स्त्री अपने पति से अटूट प्रेम करती थी।
उसका पति बूढ़ा और निर्बल था। वह अपने पति के साथ तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित गांव में रहती थी।
एक दिन उसका पति नदी में स्नान करने गया।
तभी एक मगरमच्छ ने उसके पति के पैर अपने दांतों में दबाकर यमलोक की ओर ले जाने लगा। पतिव्रता करवा नामक स्त्री ने यम देवता का आह्वान कर कहा-यदि मेरे सुहाग को कुछ हुआ तो अपनी पतिव्रता शक्ति से यमदेव व यमलोक का नाश कर देगी। यमराज ने उसकी दिव्य शक्ति व पतिव्रत धर्म से घबरा कर उसके पति को सुरक्षित वापस कर दिया और मगरमच्छ को यमलोक भेज दिया।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन से गणेश चतुर्थी को स्त्रियों द्वारा पति की दीर्घायु के लिए कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चुतर्थी को रखे जाने वाला व्रत करवा चौथ के नाम से जाना जाने लगा।

सफाई के साथ पौधरोपण करके मनाया करवाचौथ :

कस्बा असोथर में महिलाओं ने करवाचौथ का त्योहार घरों में फूलों के पौधे लगाकर मनाया। साथ ही कुछ महिलाओं ने घरों में सफाई अभियान भी चलाया।

खूब चला सेल्फी का दौर

शृंगार नारी की शोभा है तो सबसे बड़ी कमजोरी भी।
करवा चौथ के पूजन के लिए जुटी महिलाओं के बीच अपने शृंगार को कैमरे में कैद कर लेने की होड सी मची रही।
महिलाएं अपनी सखियों के साथ सेल्फी लेते हुए प्रसन्नचित्त नजर आ रही थीं।
पूजन से पहले और बाद तो सेल्फी समझ में आई लेकिन पूजन के दौरान भी कुछ महिलाएं सेल्फी में मगन दिखीं।
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