रविवार, 29 अक्तूबर 2017

कोई नहीं है देखने वाला, कौड़ियों के दाम आलू बेचने को मजबूर हैं फतेहपुर जिले का किसान


फतेहपुर. किसानों की जमीनी हकीकत क्या है
इसे इसे भी सरकार तक कोई भी लेना देना नहीं है।
इन दिनों आलू किसान अपना आलू कौड़ीयो के दाम बेचने को मजबूर हैं ।
800 ₹ कुंतल का लागत वाला आलू इन दिनों कहीं 50 तो कही 100,150 ₹ प्रति कुंतल बेचने को मजबूर हैं।

आलू की खेती को लेकर अगर हम बात करें तो फरुखाबाद प्रदेश में पहला स्थान रखता है तो फतेहपुर शीर्ष 10 आलू उत्पादक जिलों में आता है।
यहां बिंदकी ,खागा ,असोथर ,हुसैनगंज , आदि क्षेत्रों के किसान आलू के सीजन में बहुतायत मात्रा में आलू की खेती करते हैं और आलू जब खेतों से निकलता है तब ये किसान इसके अच्छे मूल्य की चाहत में आसपास के कोल्ड स्टोरेज में रख देते हैं।

आलू जब खेत से निकलता है अब इनकी लागत प्रति क्विंटल 300 से 400 रुपया आता है वही कोल्ड स्टोरेज में रखने पर प्रति क्विंटल 210 ₹ का खर्च भी आता है।

साथ ही कोल्ड स्टोरेज से निकालने के बाद भाड़ा और पल्लेदार का भी करीब 100 रुपया खर्च होता है।
इस तरह किसानों को इस वक्त आलू की कीमत लगभग 700 से 800 से प्रति कुंटल आ रहा है लेकिन इस वक्त जो आलू का बाजार भाव है इतना गिर चुका है कि इन्हें मात्र 50 से 150 से प्रति क्विंटल ही मिल पा रहा है।

जिसको लेकर आलू के किसान और व्यापारी काफी पेशोपेश में हैं।
कुछ किसान तो अपने आलू को कोल्ड स्टोरेज में छोड़ दे रहे है तो कुछ किसान कुछ अधिक मिलने की चाहत में मिल से निकाल बाजार में बेचने की जुगत लगा रहे हैं।
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