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© 33/11 असोथर पीएसएस |
【आत्म गौरव न्यूज़.com】
उमस भरी गर्मी के बीच से सोमवार से घोर बिजली संकट के कारण शहर से गांवों तक त्राहिमाम मचा रहा।
सुबह से देर रात तक बिजली की आंख-मिचौनी से उपभोक्ता पूरी तरह बेजार रहे।
भीषण गर्मी में भी घंटों आपूर्ति ठप रहने से उनमें भारी आक्रोश है।
बिजली संकट से दिनचर्या पर असर पड़ रहा है।पानी के लिए दौड़ लगानी पड़ रही है। शिकायतों के बावजूद बिजली व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है।
वर्तमान लोकसभा चुनाव के दौर में बिजली के यह हालत सत्ताधारी पार्टी को जनता की नाराजगी कहि भारी न पड़ जाएं , न ही सत्ता दल के नेता और न ही विपक्ष इस बिजली समस्या पर चिंतित हैं और
विभागीय अधिकारी ब्रेक डाउन व जर्जर तार का रोना रो रहे हैं।
जिले फतेहपुर के बड़े हिस्से असोथर क्षेत्र के नरैनी फ़ीडर के गांवों में दो से तीन दिन तक बत्ती गुल रही।
शाम होते-होते संकट और गहरा गया।
फ़ीडर के विधातीपुर , बनपुरवा , कौंडर , सुजानपुर , सरकंडी , कठौता , सातों धरमपुर , सातों जोगा , मनावां , जानिकपुर , पासीन डेरा , आदि गांवों में तो लोग पनाह मांगते दिखे।
दो दिनों से अघोषित बिजली कटौती से पानी की किल्लत से जूझना पड़ा।
इसके बाद असोथर बाजार इलाके में घंटों बिजली बाधित रही।
शाम होते-होते असोथर पावर सब स्टेशन से भी आपूर्ति ठप हो गई। इससे क्षेत्र में पड़ने वाले गांव अंधेरे में डूब गये।
जेई गिरिजाशंकर यादव ने तो फोन ही नही उठाया , और पॉवर स्टेशन के ऑपरेटर ने बताया कि ओवरलोड के कारण तार टूटकर गिर गया है।
करीब 48 घंटे से अधिक समय तक 33/11 असोथर पीएसएस से आपूर्ति नहीं हो सकी।
इधर क्षेत्र के जरौली और कौहन में भी बिजली संकट है।
संकट से कस्बे से गांवों तक त्राहिमाम
स्थानीय लोगों ने असोथर पीएसएस पहुंचकर आक्रोश भी जताया।
उनका कहना है कि नवनियुक्त अधिशासी अभियंता गिरिजा शंकर यादव 33/11 असोथर पीएसएस को की बिजली व्यवस्था की कमान सौंपे जाने के बाद भी कोई सुधार नहीं हो सका।
हालत और बदतर हो गये हैं।
इधर नरैनी फ़ीडर के हेड लाइनमैन राकेश ने कहा कि जर्जर तार होने के कारण ब्रेकडाउन हो गया था।
शाम में लोड बढ़ने के कारण भी अधिकतर तार टूट जाता हैं।
इसे दुरुस्त किया जा रहा है।
नरैनी फ़ीडर में बिजली की स्थिति बेहद खराब है।
लोगों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि कई दिनों से बिजली की लुका-छिपी का खेल चल रहा है।
शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
लोगों का कहना है कि मेंटेनेंस का बहाना बनाया जा रहा है।
कभी तेज हवा चलने तो कभी दिन दिन भर गेहूं की पकी फसल का बहाना बनाकर बिजली की कटौती की जा रही है।
बिजली अधिकारी केवल आश्वासन देते हैं।
अगर इसे जल्द ठीक नहीं किया गया तो आंदोलन किया जायेगा।
वही असोथर पशु चिकित्सालय में नया ट्रांसफार्मर रखने के कुछ ही देर बाद जल गया , पशु अस्पताल में बिजली समस्या होने से पशुपालन ,मुर्गीपालन आदि योजनाओं के लाभार्थियों के डाटा एंट्री व अन्य तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं ।
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पशुचिकित्सालय असोथर में जला ट्रांसफार्मर |
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