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बच्चें को परिजनों को सुपुर्द करतें थानाध्यक्ष असोथर |
फतेहपुर / असोथर - वैसे तो आए दिन किसी ने किसी विवादास्पद कमेंट से सोशल मीडिया बदनाम होती रहती है लेकिन अगर उसका सही इस्तेमाल हो तो यह बिछड़ों को मिला देती है।
कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला शनिवार को।
एक मंदबुद्धि बच्चा अपने परिजनों से बिछड़ गया।
असोथर कस्बें की सड़कों पर रोता देखकर आसपास के दुकानदारों ने उसे पास बुला लिया, लेकिन मंदबुद्धि होने के कारण वह कुछ बता नहीं पा रहा था।
काफी खोजबीन के बाद भी जब कुछ पता नहीं चल सका तो असोथर कस्बें के पत्रकार रिंकू आर्य ने उसकी फोटो एक न्यूज व्हाट्सएप के ग्रुप पर डाल दी। ग्रुप पर बच्चे की फोटो व डिटेल वायरल होते ही उसमें जुड़े लोग सक्रिय हो गए और आखिरकार करीब तीन घण्टे बाद बच्चे को उसके परिजन मिल गए।
बताया जाता है कि जनपद फतेहपुर के गाजीपुर निवासी अतुल कुमार जोशी का बच्चा अंश मंदबुद्धि हैं जो कि भटक कर असोथर कस्बें के बस स्टैंड पर आ गया था ।
रोते बिलखते बच्चे को देखकर आसपास के दुकानदारों ने बच्चे को पास बुलाकर नाम पता पूछना चाहा तो उन्हे पता चला की बच्चा मंदबुद्धि होने के कारण कुछ बता पानें में असमर्थ था ।
इसी दौरान असोथर कस्बा के दैनिक आज पत्रकार रिंकू आर्य ने बच्चे की फोटो व डिटेल आत्म गौरव न्यूज़. कॉम व्हाट्सएप ग्रुप में डाली व बच्चे को उसके परिजनों से मिलाने का सहयोग मांगा।
फोटो ग्रुप पर वारयल हुई और , इसी न्यूज ग्रुप में जुड़े गाजीपुर के राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार अजय सिंह ने जब बच्चे की फोटो को देखा तो उन्होंने
एक दूसरे के पास उसे भेजा तो जानकारी हुई कि यह बच्चा गाजीपुर कस्बे के अतुल कुमार जोशी जी का हैं , उन्होंने ने बच्चे के परिजनों को जानकारी दी ..
परिजनों को जानकारी होने पर वह रात्रि लगभग 8 बजे असोथर थाने आएं , जहां पर थानाध्यक्ष रणजीत बहादुर सिंह ने बच्चें को उसके परिजनों को सुपुर्द किया ।
बच्चे को परिजनों से मिलने के बाद सभी ने राहत की सांस लेते हुए पत्रकार अजय सिंह ने न्यूज़ ग्रुप में दूसरी पोस्ट डाली कि प्रयास सफल बच्चा परिजनों को मिल गया।