★ AG News खास ख़बर फतेहपुर ★
बालू माफिया अत्याधुनिक मशीनों से चीर रहे मां कालिंदी का सीना
( NGT राष्ट्रीय हरित अधिकरण ) और माननीय न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन
आखिर क्यों ? नही रूक पा रहा योगी सरकार में भी अवैध खनन
तत्कालीन भाजपा सरकार नेतागण जहाँ पिछली सपा सरकार के अवैध बालू खनन का विरोध करते दिख रहे थे , वह अब मूकदर्शक क्यो ?
✍गौरव सिंह ( संपादक )
खागा / फतेहपुर - एनजीटी के आदेशों को पूरी तरह हवा में उड़ाते खनन माफिया पुलिस, प्रशासन और खनन विभाग तीनों से सेटिंग कर धड़ल्ले से अपना काम कर रहे हैं।
फतेहपुर जिले के ऐराई घाट में बालू खनन को लेकर अभी तक तो मानक को लेकर काफी चहल कदमी कर रहे थे अधिकारी हर दिन नाप जोख मे राजस्व के कर्मचारियों के साथ जुटे रहते थे।बेरोजगार लोग भी काम कि आस मे उत्साहित थे।
लेकिन शासन और प्रशासन के मिली भगत से मशीनों से लोडिंग करना मजदूरों के मुह से निवाला छीनने से कम नहीं है।
लेकिन इन बड़े लोगों के आगे इन गरीबों कि परवाह कहां अगर मजदूरों से लोडिंग होती तो शायद सैकड़ों लोगों के परिवारों को रोजगार मिला होता।
लेकिन पोकलैंडो और जेसीबी मशीनों से लोडिंग करना और लोगों के पटृटो से जबरन बालू निकालने से ऐराई गांव के लोगों में काफी गुस्से का माहौल देखने को मिला।
लोगों का कहना था कि क्या योगी सरकार में यही सब देखने को मिलेगा।
गरीब और किसान को केवल ढाल बनाकर ये लोग अपनी रोटी सेकते है।
*जब A.G.न्यूज़ कि टीम ने पड़ताल कि तो सारा मामला उजागर हो गया*
*टीम पहुंचता देख पोकलैंड अपरेटर मशीनें लेकर भगे।कोई नाले मे छुपाता मिला तो कोई घाट के नींचे उतर गये।जब टीम मशीनों तक पहुंची तो अपरेटर भाग खड़े हुये।*
ऐरई घाट मे रातों दिन पोकलैंड और जेसीबी से बालू लोडि़ग का काम धड़ल्ले से शुरू हैं। लेकिधिकारियों कि मिली भगत होने के कारण बालू माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।
जहां मन किया वही अवैध खनन शुरू कर देते हैं।
जैसे ही कोई अधिकारी घाट पर जाता है तो ट्रको द्वारा रास्ता जाम कर दिया जाता हैं।
जिससे अधिकारियों को मौके तक पहुंचने मे देरी हो जाए।तब तक फोन द्वारा सूचित कर दिया जाता है तो मशीनें घाट के ऊपर नालों मे छूपा दि जाती हैं ।और मौके से ड्राइवर फरार हो जाते हैं।
घाट पर रातों दिन 10 पोकलैंड और 3 जेसीबी मशीनें लगाई गई है जिससे सैकड़ों ट्रक बालू कि लोडि़ग होती हैं।
ठेकेदार के मेन सरगना अंजनी कुमार अधिकारियों के पास जाकर मोटी रकम पहुंचाने का काम करता हैं।
और बिंदास होकर मशीनों द्वारा काम करवा रहा है।
*सूत्रों की मानें तो हर माह करीब पचास लाख रुपये की वसूली प्रशासन और पुलिस के बीच बंटती है।*
*जहां एक ओर योगी सरकार दावा ठोकती है कि ओवरलोडि़ग नही होगी, बालू लेबरो द्वारा लोडि़ग होगी।लेकिन यहां कि स्थित बिल्कुल विपरीत देखने को मिली हैं*
जबकि मशीनों से लोडिंग करना वर्जित है।
लेकिन सरकार के सारे नियम ताक पर रखते हुये बालू ठेकेदार अवैध रुप से काम को अंजाम देते हैं।
*धाता एसो राजेश कुमार सिंह* ने बाईट देने से इंकार करते हुये कहा कि ये बात सही है।मै मौके पर गया था।मशीनें लगी थी।अपरेटर ने सिल्ट हटाने कि बात कही थी ।
मै एसडीएम, सीओ खागा को व्हाट्सएप कर दिया है।जल्द ही कार्यवाही होगी।
*स्टिंग वीडियो में देखिए कैसे हो रहा यूपी के फतेहपुर एेरई बालू खदान में अवैध खनन*
हमसे जुड़े ट्विटर पर भी http://www.twitter.com/gauravsinghgau3
To tumko kya dikkat hai are balu hi to nikal rahe hai
जवाब देंहटाएंक्यों नहीं मशीनों से ovarloading को बढ़ावा मिलता है । उसका सीधा असर सड़क पर पड़ता है। तो मतलब तो बनता है ।
जवाब देंहटाएं